भारी टैक्स के वजह से नहीं बढ़ रही लग्जरी कारों की बिक्री, लेम्बोर्गिनी की स्पोर्ट्स कारों पर 100% तक टैक्स

भारत कारों का एक बड़ा बाजार है लेकिन यहां महंगी लग्जरी गाड़ियों की बिक्री सुस्त पड़ी हुई है। लग्जरी कार बनाने वाली कंपनियों का कहना है कि भारत में सुपर कारों का बाजार उम्मीद के मुताबिक बढ़ नहीं रहा है। कंपनियों का कहना है कि भारत में बाहर के देशों से आयात होने वाली सुपर कारों पर सरकार काफी ज्यादा टैक्स लगाती है जिससे इन कारों की कीमत भारत में काफी महंगी हो जाती है और यही इनकी कम बिक्री की सबसे बड़ी वजह है।

भारी टैक्स के वजह से नहीं बढ़ रही लग्जरी कारों की बिक्री, लेम्बोर्गिनी की स्पोर्ट्स कारों पर 100% तक टैक्स

हाल ही में सुपर कार बनाने वाली कंपनी लेम्बोर्गिनी ने भी भारत में सुपर कारों के सीमित बाजार पर यही टिप्पणी की है। कंपनी देश में लग्जरी और सुपर कारों की बिक्री करती है। भारत में लेम्बोर्गिनी की कार की कीमत 3.16 करोड़ रुपये की कीमत से शुरू होती है। कंपनी ने 2021 में बिक्री के पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 69 यूनिट की बिक्री की थी, जो कंपनी की अबतक की सबसे ज्यादा बिक्री थी। इससे पहले कंपनी ने 2019 में 52 यूनिट्स की बिक्री की थी।

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लेम्बोर्गिनी का कहना है कि भारत उन बाजारों में शामिल है जहां लग्जरी गाड़ियों पर सबसे ज्यादा टैक्स लगाया जाता है। इस वजह से ऐसे बाजारों में अधिक कीमत के वजह से लग्जरी और स्पोर्ट्स कारों की बिक्री सीमित हो जाती है।

भारी टैक्स के वजह से नहीं बढ़ रही लग्जरी कारों की बिक्री, लेम्बोर्गिनी की स्पोर्ट्स कारों पर 100% तक टैक्स

मौजूदा समय में भारत में कारों पर 28 प्रतिशत तक जीएसटी लगाया जाता है जिसपर 1 से 22 प्रतिशत का अतिरिक्त सेस लगाया जाता है जो वाहन के प्रकार के अनुसार होता है। वहीं बाहर के देशों से मंगाई जाने वाली कारों पर सरकार 60 से 100 प्रतिशत तक टैक्स लगाती है, जो कार के इंजन साइज और कीमत पर निर्भर करता है। इतने टैक्स से भारत में लग्जरी कारों की कीमत काफी बढ़ जाती है।

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इस वजह से जहां अन्य सेगमेंट तेजी से आगे बढ़ रहे हैं वहीं लग्जरी कारों की सालाना बिक्री 40,000 यूनिट से आगे नहीं बढ़ रही है। लग्जरी कार बनाने वाली कंपनियों की मांग है कि लग्जरी कारों पर टैक्स की संरचना को एक समान किया जाए। कंपनियों का कहना है कि ग्राहक अच्छे से जानते हैं कि जो मॉडल भारत में ऊंची कीमत पर बेचीं जा रही हैं, वे अन्य देशों में बहुत अधिक किफायती हैं। उच्च वाहन लागत ग्राहकों को लक्जरी सेगमेंट में अपग्रेड करने से हतोत्साहित करती है।

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लेम्बोर्गिनी की बात करें तो सुपर कार निर्माता ने हाल ही में नई हुराकन टेक्निका को भारतीय बाजार में लॉन्च किया है। कंपनी ने वी10 स्पोर्ट्स कार के नए संस्करण को इस साल अप्रैल में पेश किया गया था। हुराकन एसटीओ और हुराकन ईवो आरडब्ल्यूडी के बीच हुराकन टेक्निका को रखा गया है। कंपनी ने इस कार को 4.04 करोड़ रुपये (एक्स-शोरूम) की कीमत पर उतारा है।

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नई लेम्बोर्गिनी हुराकन टेक्निका को कॉस्मेटिक अपडेट और फीचर एडीशन के साथ पेश किया है, लेकिन पावरट्रेन में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसके एक्सटीरियर की बात करें तो लेम्बोर्गिनी हुराकन टेक्निका कंपनी के बड़े वर्जन लेम्बोर्गिनी सियान से प्रेरित है।

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2022 लेम्बोर्गिनी हुराकन टेक्निका में मिलने वाले इंजन की बात करें तो इस कार में 5.2-लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड वी10 इंजन का इस्तेमाल किया गया है। यह इंजन 640 बीएचपी की अधिकतम पावर और 565 न्यूटन मीटर का अधिकतम टॉर्क प्रदान करता है।

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Hindi
English summary
Indian luxury car market is limited due to heavy taxation says lamborghini details
Story first published: Monday, November 7, 2022, 18:34 [IST]
 
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