Just In
- 9 hrs ago करोड़ों की संपत्ति का मालिक, लग्जरी कारों का कलेक्शन, फिर भी Maruti की इस कार में चलते दिखे Rohit Sharma
- 11 hrs ago भारत में लॉन्च हुई 2024 Jeep Wrangler Facelift, शानदार डिजाइन और धांसू फीचर्स से है लैस, जानें कीमत?
- 12 hrs ago नई Aston Martin Vantage धांसू स्पोर्ट्स कार लॉन्च, 325 किमी प्रति घंटा की स्पीड, जानें कीमत और फीचर्स
- 14 hrs ago Jeep Wrangler Facelift Review Video : जानें पहले से कितनी बदल गई नई ऑफ-रोडर SUV? डिजाइन में हुए ये अपडेट
Don't Miss!
- News दक्षिण दिल्ली आप प्रत्याशी सहीराम के लिए प्रचार करने पहुंचे संजय सिंह, बोले- तानाशाह हारेगा, INDIA जीतेगा
- Movies GQ Awards में हीरोइनों के सिर चढ़कर बोला ग्लैमर, शाहिद कपूर की बीवी ने बोल्डनेस में छुड़ा दिए सबके छक्के
- Education IIT JEE Advanced 2024: जईई एडवांस के लिए 27 अप्रैल से होंगे आवेदन शुरू, देखें परीक्षा तिथि फीस व अन्य डिटेल्स
- Lifestyle First Date Tips: पहली ही डेट में पार्टनर को करना है इम्प्रेस तो ध्यान रखें ये जरूरी बात
- Technology इस दिन होने जा रहा Apple का स्पेशल इवेंट, नए iPad के साथ इन प्रोडक्ट्स की हो सकती है एंट्री
- Finance Bengaluru Lok Sabha Election 2024: फ्री Rapido,बीयर.! वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए वोटर्स को दिए जा रहे ऑफर्स
- Travel 5 दिनों तक पर्यटकों के लिए बंद रहेगा शिमला का 'द रिट्रीट', क्या है यह और क्यों रहेगा बंद?
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
आईएनएस विक्रांत 2 सितंबर को होगी भारतीय नेवी में शामिल, पीएम मोदी दिखाएंगे हरी झंडी
भारतीय नौसेना और वायु सेना की ताकत को बढ़ाने के लिए देश का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर पूरी तरह तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 सितंबर को भारतीय नौसेना को आईएनएस विक्रांत एयरक्राफ्ट कैरियर सौंपने वाले हैं। आपको बता दें कि देश में पहली बार इतने बड़े एयरक्राफ्ट कैरियर का निर्माण हुआ है।
Recommended Video
अभी तक यह क्षमता केवल अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन के पास ही थी। लेकिन अब भारत भी इस सूचि में शामिल हो गया है।
बता दें कि इस एयरक्राफ्ट कैरियर को बनाने में 20 हजार करोड़ रुपये की लागत आई है। इसका वजन लगभग 40 हजार टन है। नौसेना को एयरक्राफ्ट कैरियर के समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में सौंपा जाएगा।
पीटीआई के अनुसार, इस स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर को भारतीय नौसेना के डायरेक्टरेट ऑफ नेवल डिजाइन (DND) द्वारा डिजाइन किया गया और सीएसएल द्वारा बनाया गया है, जो कि पोर्ट्स, शिपिंग और जलमार्ग मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र की शिपयार्ड कंपनी है।
इसका नाम भारत के पहले एयरक्राफ्ट कैरियर के नाम पर रखा गया है जिसने 1971 के भारत-पाक युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी। जानकारी के अनुसार, विक्रांत एयरक्राफ्ट कैरियर हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में भारत की स्थिति को मजबूत करने का काम करेगा।
ये हैं खासियतें
बताया जाता है कि इसमें 2,300 से अधिक डिब्बे हैं, जिन्हें लगभग 1,700 लोगों के दल के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें महिला सैनिकों के लिए विशेष केबिन भी बनाए गए हैं। विक्रांत की शीर्ष गति लगभग 28 समुद्री मील है और लगभग 17 समुद्री मील की रफ्तार से आगे बढ़ सकता है। वहीं यह एक बार में 7,500 समुद्री मील तक का सफर कर सकता है।
इस एयरक्राफ्ट कैरियर में इसमें 30 विमानों का एक वायु घटक होगा, जिसमें स्वदेशी हल्के हेलीकाप्टरों के अलावा मिग-29K लड़ाकू जेट, कामोव-31 हवाई पूर्व चेतावनी हेलीकॉप्टर और जल्द ही शामिल होने वाले MH-60R मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर भी शामिल होंगे।
यह एयरक्राफ्ट कैरियर 262 मीटर लंबा, 62 मीटर चौड़ा और 59 मीटर ऊंचा है। इसका निर्माण 2009 में शुरू हुआ था। इसका फ्लाइट डेक दो फुटबॉल मैदानों के बराबर है। इसमें आठ जनरेटर लगाए गए हैं जो कि एक पूरे शहर को रौशन करने के लिए पर्याप्त हैं और युद्धपोत में सभी सुविधाओं के साथ एक समर्पित अस्पताल परिसर भी है।
पिछले महीने समुद्री परीक्षण के चौथे और अंतिम चरण को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद भारतीय नौसेना ने 28 जुलाई को सीएसएल से वाहक की डिलीवरी ली थी। रिपोर्ट के अनुसार, उद्घाटन समारोह में 1500-2000 लोगों के शामिल होने का अनुमान है।