Just In
- 13 hrs ago करोड़ों की संपत्ति का मालिक, लग्जरी कारों का कलेक्शन, फिर भी Maruti की इस कार में चलते दिखे Rohit Sharma
- 15 hrs ago भारत में लॉन्च हुई 2024 Jeep Wrangler Facelift, शानदार डिजाइन और धांसू फीचर्स से है लैस, जानें कीमत?
- 16 hrs ago नई Aston Martin Vantage धांसू स्पोर्ट्स कार लॉन्च, 325 किमी प्रति घंटा की स्पीड, जानें कीमत और फीचर्स
- 18 hrs ago Jeep Wrangler Facelift Review Video : जानें पहले से कितनी बदल गई नई ऑफ-रोडर SUV? डिजाइन में हुए ये अपडेट
Don't Miss!
- Lifestyle कपड़ों और क्रॉकरी से नहीं छूट रहे ज़िद्दी हल्दी के दाग, तो ट्राई करें ये हैक्स
- News Live MP Lok Sabha Chunav :एमपी की 6 सीटों पर वोटिंग शुरू, सुरक्षा कड़ी
- Movies GQ Awards में हीरोइनों के सिर चढ़कर बोला ग्लैमर, शाहिद कपूर की बीवी ने बोल्डनेस में छुड़ा दिए सबके छक्के
- Education IIT JEE Advanced 2024: जईई एडवांस के लिए 27 अप्रैल से होंगे आवेदन शुरू, देखें परीक्षा तिथि फीस व अन्य डिटेल्स
- Technology इस दिन होने जा रहा Apple का स्पेशल इवेंट, नए iPad के साथ इन प्रोडक्ट्स की हो सकती है एंट्री
- Finance Bengaluru Lok Sabha Election 2024: फ्री Rapido,बीयर.! वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए वोटर्स को दिए जा रहे ऑफर्स
- Travel 5 दिनों तक पर्यटकों के लिए बंद रहेगा शिमला का 'द रिट्रीट', क्या है यह और क्यों रहेगा बंद?
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
बेंगलुरू की सड़कों पर उतारी जाएंगी 300 अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक बसें, टेंडर की प्रक्रिया हुई शुरू
90 इलेक्ट्रिक मिनी बसों के सफल संचालन के बाद, बैंगलोर मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (BMTC) 12 मीटर लंबाई की 300 इलेक्ट्रिक बसें शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। अशोक लीलैंड इन बसों की आपूर्ति बीएमटीसी को कर रही है, जबकि ड्राइवरों को कॉन्ट्रैक्ट कंपनी मुहैया कराएगी, लेकिन बीएमटीसी के कर्मचारी प्रशासक होंगे।
अधिकारियों द्वारा इसके डिजाइन की मंजूरी के लिए शुक्रवार को बस का एक प्रोटोटाइप बीएमटीसी मुख्यालय लाया गया। अधिकारियों द्वारा डिजाइन को मंजूरी देने के बाद अगले महीने सौ बसों के सड़कों पर उतरने की संभावना है। 40 सीटों की दो दरवाजों वाली बस के चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगे हैं।
द हंस इंडिया के अनुसार, बीएमटीसी इस साल अक्टूबर तक शहर में इस तरह की करीब 300 ई-बसें शुरू करेगी। कंपनी द्वारा बैटरी चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे जिसके लिए तीन बीएमटीसी डिपो और चार स्टेशनों पर जगह की पहचान की गई है। प्रबंधन की जिम्मेदारी कॉन्ट्रैक्ट कंपनी खुद संभालेगी और प्रति किलोमीटर की दर से बीएमटीसी कंपनी को भुगतान करेगी। बस को पर्यावरण और विकलांगों के अनुकूल बनाया गया है।
बीएमटीसी ने सितंबर 2019 में अनुबंध के आधार पर 300 इलेक्ट्रिक बसों को खरीदने की निविदा प्रक्रिया शुरू की थी। इस प्रक्रिया में देरी होने के कारण फरवरी 2020 में फेम इंडिया प्रोजेक्ट के तहत मेट्रो फीडर सर्विस के लिए 90 इलेक्ट्रिक मिनी बसों की खरीद के लिए टेंडर आमंत्रित किया गया था।
जेबीएम कंपनी पहले ही 90 बसों को अनुबंधित और आपूर्ति कर चुकी है जो शहर में चल रही हैं। बीएमटीसी में अगर 300 बसें जोड़ी जाती हैं तो निगम के पास कुल 390 इलेक्ट्रिक बसें हो जाएंगी।
कर्मचारियों द्वारा उठाई गई आपत्ति यह है कि चूंकि कंपनियां इन बसों के लिए ड्राइवर उपलब्ध कराती हैं, इसलिए इतने लोगों का रोजगार निजी क्षेत्र में चला जाएगा। केंद्र सरकार ने ग्रैंड चैलेंज योजना के तहत ई-परिवहन की अवधारणा को बढ़ावा देने के लिए देश के 9 प्रमुख शहरों में इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध कराने का फैसला किया है। बीएमटीसी प्रबंधन बोर्ड इस योजना के तहत 1,500 बसें खरीदने पर सहमत हो गया है।
बता दें, 2030 तक भारत के 25 राज्यों में 50,000 इलेक्ट्रिक बसों (ई-बसों) को तैनात करने के लिए, भारत सरकार की स्वामित्व वाली कंपनी कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) ने वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट इंडिया (डब्ल्यूआरआई इंडिया) की मदद से विचार-विमर्श शुरू कर दिया है।
सीईएसएल ने पांच शहरों - बेंगलुरु, दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता और सूरत में 5,450 ई-बसों को तैनात करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अनुबंध मॉडल पर आधारित निविदा पर खरीदी जाने वाली इलेक्ट्रिक बसें डीजल और सीएनजी बसों की तुलना में क्रमशः 27 प्रतिशत और 23 प्रतिशत सस्ती होंगी। सीईएसएल इन पांच राज्यों में पुराने बसों का आंकड़ा तैयार करेगी जिसेक बाद चरणबद्ध तरीके से इन बसों को हटाकर इलेक्ट्रिक बसों को लाया जाएगा।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री तेजी से बढ़ रही है और इसके लिए चार्जिंग स्टेशनों के नेटवर्क का भी विकास किया जा रहा है। केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के वाहन पोर्टल के अनुसार, देश में 10.60 लाख से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण किया जा चुका है। वहीं देश के अलग-अलग राज्यों में कुल 1,742 चार्जिंग स्टेशन परिचालन मे हैं।
नोट: तस्वीरें सांकेतिक हैं।