टोयोटा यारिस में कई सेगमेंट फर्स्ट फीचर लगाए गए है तथा लॉन्च के बाद से ही इसे ग्राहकों की अच्छी प्रतिक्रया मिल रही है। यह सेडान ग्लोबल मॉडल टोयोटा यारिस अतिव (वायोस, कुछ जगह पर) पर आधारित है। यारिस भारत के उन कुछ चुनिंदा 20 लाख से कम कीमत कारों में से एक है जिसमें 7 एयरबैग स्टैंडर्ड रूप से लगाए गए है। यारिस को ASEAN NCAP में 5 स्टार रेटिंग मिली है।
टाटा नेक्सन ब्रांड की सबसे सफल मॉडल में से एक है तथा यह एक पैसा वसूल कार है। टाटा नेक्सन कंपनी की नई रेंज के मॉडलों का एक उदाहरण है, जिन्हें ब्रांड के लेटेस्ट डिजाइन व इंजीनियरिंग तकनीक का प्रयोग कर बनाया गया है। टाटा नेक्सन को हाल ही में हुई ग्लोबल NCAP द्वारा हुई क्रैश टेस्ट में 5 स्टार रेटिंग मिली है।
मारुति विटार ब्रेजा भरतीय बाजार में सबसे सफल कैक्ट एसयूवी में से एक है तथा यह सिर्फ डीजल फॉर्मेट में उपलब्ध है। ग्लोबल NCAP द्वारा कराई गयी टेस्ट में इसे 4 स्टार रेटिंग मिले है। मारुति ब्रेजा में डुअल एयरबैग, एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम व चाइल्ड सीट माउंट जैसे सुरक्षा फीचर्स गए है।
जीप कम्पास भारत की सबसे लोकप्रिय 5 सीटर एसयूवी में से एक है तथा इसे यूरो NCAP में 5 स्टार रेटिंग मिले है। इसे जीप ने बहुत ही शानदार लुक दिया है खासकर 7 स्लैट ग्रिल इसको और आकर्षक बनाते है। जब ब्रांड ने भारत में कदम रखा था तब इसके कोई भी मॉडल वाजिब दाम में उपलब्ध नहीं थे। जीप ग्रैंड चिरोकी, ग्रैंड चिरोकी SRT व रैंगलर अनलिमिटेड सीबीयू (कंप्लीटली बिल्ट यूनिट) मॉडल थे जिस वजह से इनकी कीमत प्तिसपर्धीा वाहनों से अधिक थी। जीप कम्पास को भारत में उतारने के बाद ही कंपनी ने मुनाफा कमाया। जीप कम्पास में प्रीमियम इंटीरियर व बेहतरीन बिल्ड क्वालिटी दी गयी है जो पैसेंजर की सुरक्षा को और बढ़ाता है।
फॉक्सवैगन पोलो ब्रांड की सबसे अधिक बिकने वाली कार है तथा यह दुनिया भर में लोकप्रिय है। जब भारत में इसको 2009 में उतारा गया था तब यह जल्द ही एक लोकप्रिय प्रीमियम हैचबैक बन गयी। उस समय के हिसाब से इसकी कीमत अधिक थी लेकिन जर्मन इंजीनियरिंग की वजह से लोगों ने इसे खूब खरीदा। उस समय फॉक्सवैगन पोलो सबसे सुरक्षित हैचबैक थी लेकिन इसके प्रतिस्पर्धी वाहन अधिक सुरक्षित बन गए है। फॉक्सवैगन पोलो की जगह पर अगले साल नई मॉडल लाया जाएगा। नई पोलो को यूरो NCAP द्वारा टेस्ट किया जा चुका है तथा इसने 5 स्टार प्राप्त किये है।
टोयोटा इटियोस (व इटिओस लिवा) को ब्रांड द्वारा सिर्फ भारतीय बाजार के लिए बनाया गया है। इस सेडान को देश में 2010 में उतारा गया था तथा बाद में दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील व इंडोनेशिया जैसे देशों में बेचा गया। आठ सालों के बाद भी इसके ेक्ट्रियार व इंटीरियर में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है। इसके अधिकतर मॉडल कैब के रूप में उपयोग किये जाते है। इटिओस में प्रतिस्पर्धी वाहनों के मुकाबले में जयदा कुछ नहीं दिया गया है लेकिन यह एंट्री लेवल सेडान सुरक्षा के मामलें में बहुत अच्छी है। ग्लोबल NCAP में इसे 4 स्टार रेटिंग मिली है। इसके साथ ही भारतीयों के टोयोटा पर भरोसे की वजह से इसकी बिक्री अच्छी हो जाती है।
फोर्ड ईकोस्पोर्ट को भारत में तीन वैरिएंट पेट्रोल, डीजल व टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल में उपलब्ध कराया गया है। फोर्ड ईकोस्पोर्ट सेकंड जनरेशन में पुराने मॉडल के मुकाबले कई बदलाव किये गए है तथा यह फोर्ड की क्लास लीडिंग बिल्ड क्वालिटी दिखाती है। यह क्रॉसओवर मॉडल दुनिया भर में बेची जाती है तथा इसमें फोर्ड की इमरजेंसी सिस्टम जैसे कई सेफ्टी फीचर्स दिए गए है, यह फीचर दुर्घटना के बाद ऑटोमेटिकली इमरजेंसी सर्विस को कनेक्टेड फोन के माध्यम से कांटेक्ट कर लेती है। इसके अलावा फोर्ड ईकोस्पोर्ट को यूरो NCAP में 4 स्टार रेटिंग व लैटिन NCAP में 5 स्टार रेटिंग मिली है। यह सब वजह ईकोस्पोर्ट को एक प्रभावी कार बनाती है।