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EV Fire: खराब बैटरी कूलिंग सिस्टम के वजह से इलेक्ट्रिक स्कूटरों में लग रही है आग, जांच कमेटी ने सौंपी रिपोर्ट
लिथियम-आयन बैटरी से चलने वाले इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए गठित की गई एक सरकारी टीम ने इसका पता लगा लिया है। टीम ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा करते हुए कहा कि आग लगने वाले लगभग सभी स्कूटरों के बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम में गड़बड़ी पाई गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इलेक्ट्रिक स्कूटरों के बैटरी कम्पार्टमेंट में कूलिंग या वेंट सिस्टम नहीं है जिसके चलते बैटरी का तापमान कम रखने के लिए जरूरी वेंटिलेशन नहीं मिलती है।
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि बैटरी कम्पार्टमेंट में वेंटिलेशन नहीं होने के चलते बैटरी की कोशिकाएं काफी अधिक गर्म होकर जलना शुरू हो जाती हैं, जो कि स्कूटर में आग लगने का मुख्य कारण है। टीम ने यह भी कहा कि कई ब्रांड अपने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों को आग से बचाने के लिए न्यूनतम सुरक्षा दे रहे हैं और वाहन की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के बजाय खर्च में कटौती कर रहे हैं।
टीम ने बताया है कि ये जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट है और अगले कुछ दिनों में एक अंतिम रिपोर्ट सरकार को सौंप दी जाएगी। सरकार ने विशेषज्ञों की टीम की सिफारिशों को इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन निर्माताओं से साझा किया है और सवाल किया है कि उनपर कानूनी कार्यवाही क्यों नहीं की जाए।
ई-वाहनों के लिए जारी होगी नई गाइडलाइन
पिछले महीने नितिन गडकरी ने इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनियों को चेतावनी दी थी कि अगर इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने के मामले सामने आते रहे तो उनपर भारी जुर्माना लगाया जाएगा और सभी खराब वाहनों को वापस बुलाने का भी आदेश दिया जाएगा। परिवहन मंत्रालय जल्द ही इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए गुणवत्ता केंद्रित दिशानिर्देश लागू करने की तैयारी में है, जिसे अगस्त 2022 में जारी कर दिया जाएगा।
आग लगने से गई कुछ लोगों जान
आपको बता दें कि इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने के कारण कुछ लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। देश के अलग-अलग इलाकों में प्योर ईवी, ओला ई-स्कूटर, ओकिनावा और जितेंद्र ई-स्कूटरों में आग लगने के मामले सामने आए हैं। कई निर्माताओं ने खराब होने वाले स्कूटर के पूरे बैच को वापस बुला लिया है।
लिथियम बैटरी के लिए लागू हुए BIS प्रमाण
हाल ही में भारतीय मानक ब्योरो (बीआईएस) ने लिथियम बैटरी की गुणवत्ता निर्धारित करने के लिए नए प्रदर्शन मानकों की घोषणा की है। राष्ट्रीय मानक-निर्धारण निकाय ने इलेक्ट्रिक वाहन उपभोक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए "इलेक्ट्रॉनिक वाहन बैटरी के लिए प्रदर्शन मानकों" को प्रकाशित किया है।
अब इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के लिए लिथियम-आयन बैटरी बनाने वाली कंपनियों को "आईएसओ 17855: 2022'' के तहत निर्धारित किए गए मानकों का पालन करना होगा। इन मानकों को "आईएसओ 12405-4: 2018" के अनुरूप बनाया गया है।
नई लिथियम बैटरी के मानक के अनुसार अब इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनियों को बैटरी की विश्वसनीयता, चार्जिंग क्षमता, अलग-अलग वातावरण और तापमान में काम करने की क्षमता की जांच के लिए बैटरियों का अलग से परीक्षण करना होगा। नए मानकों में लिथियम-आयन बैटरियों के परीक्षण से संबंधित प्रक्रिया को भी सूचित किया गया है।