Just In
- 4 hrs ago 3 करोड़ की कार में वोट डालने पहुंचे साउथ सिनेमा के दिग्गज स्टार Dhanush, फैंस ने किया स्वागत
- 5 hrs ago हो जाइए तैयार! भारत में नई कार लेकर आ रही है Ford, Mahindra XUV700 को देगी टक्कर, जानें डिटेल्स
- 7 hrs ago खुशखबरी! 32 शहरों में मेगा सर्विस कैंप लगाने जा रही है Jawa Yezdi, मिलेंगे ये फायदे, जानें डिटेल्स
- 9 hrs ago अब Royal Enfield की बाइक से करें वर्ल्ड टूर, नई बाइक खरीदने की भी नहीं होगी जरुरत, जानें प्लान
Don't Miss!
- News कौन हैं प्रज्ञा मिश्रा? , जिन्हें OpenAI ने भारत में पहली कर्मचारी नियुक्त किया
- Education UP Board 10th Result 2024: यूपी बोर्ड 10वीं रिजल्ट 2024 कल होंगे जारी, चेक करें टाइम और डाउनलोड लिंक
- Movies OOPS: बेटे अरहान से गंदी बातें करने के बाद अब इस हाल में दिखी मलाइका, बार-बार ठीक करती रही लटकती फिसलती ड्रेस
- Lifestyle Blackheads Removal Tips: नहीं निकल रहे हैं ठुड्डी पर धंसे हुए ब्लैकहेड्स? 5 मिनट में ये नुस्खें करेंगे काम
- Technology Vivo के इस 5G फोन की कल होने जा रही एंट्री, लॉन्च से पहले कीमत से लेकर फीचर्स तक की डिटेल लीक
- Travel हनुमान जयंती : वो जगहें जहां मिलते हैं हनुमान जी के पैरों के निशान
- Finance Employee Count: देश की टॉप IT कंपनियों में कम हो गए 63,759 कर्मचारी, जानें किस कंपनी में कितने लोग हुए कम
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली पांच कंपनियों को सरकार से मिला नोटिस
इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी में आग लगने की घटनाओं पर खुद संज्ञान लेते हुए केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने पांच ई-वाहन निर्माता कंपनियों को नोटिस जारी किया है। केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण की मुख्या आयुक्त निधि खरे ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाओं पर स्वतः संज्ञान लेते हुए प्राधिकरण ने पांच ई-वाहन निर्माता कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
उन्होंने बताया कि सीसीपीए ने डीआरडीओ की द्वारा गठित कमेटी से रिपोर्ट भी मांगी है। सेंटर फॉर फायर एक्सप्लोसिव एंड एनवायरनमेंट सेफ्टी (सीएफईईएस) के विशेषज्ञों की एक टीम ने इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने के कारणों का पता लगाया है। यह एजेंसी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अंतर्गत काम करती है।
निधि खरे ने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाओं में कई लोगों की जान भी गई है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या बाजार में बेचे जा रहे स्कूटर तय मानकों पर खरे उतर रहे हैं।
आग लगने से कई लोगों की गई जान
आपको बता दें कि इस साल देश भर में ई-स्कूटरों में आग लगने के 38 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने से कुछ लोगों की जान भी गई है। पहला मामला इस साल मार्च में पुणे में सामने आया जहां एक ओला स्कूटर में आग लग गई। इसके बाद प्योर ईवी, जितेन्द्र इलेक्ट्रिक और ओकिनावा के इलेक्ट्रिक स्कूटर में भी आग लगने के कुछ मामले सामने आए। वहीं, जून में महाराष्ट्र में एक टाटा नेक्सन ईवी कार में भी आग लग गई।
कंपनियों ने वाहनों को वापस मंगाया
अब तक ओला इलेक्ट्रिक, ओकिनावा, जितेंद्र इलेक्ट्रिक और प्योर ईवी के इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने के मामले सामने आए हैं। इसके बाद कंपनियों ने अपने हजारों स्कूटरों को बाजार से वापस मंगा लिया है। सरकार ने लोकसभा में जानकारी दी कि कंपनियों द्वारा 6,000 से ज्यादा ई-स्कूटर वापस मंगाए गए हैं। ओकिनावा 3,000 से ज्यादा स्कूटरों को वापस बुला चुकी है।
जांच कमेटी ने बैटरियों को ठहराया जिम्मेदार
जांच कमेटी ने अपने रिपोर्ट में बताया है कि इलेक्ट्रिक स्कूटरों के बैटरी डिजाइन और माॅड्यूल के साथ-साथ पूरे बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम (बीएमएस) में गंभीर समस्या है, जिसके चलते बैटरियों के अधिक गर्म होने से उनमें आग लग रही है। जांच कमेटी ने यह भी बताया कि कुछ बड़ी इलेक्ट्रिक स्कूटर कंपनियां अपने उत्पादों की लागत कम करने के लिए निम्न श्रेणी की सामग्री का इस्तेमाल कर रही हैं।
बैटरियों के लिए प्रदर्शन मानक लागू
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने देश में बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाओं के बीच उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए लिथियम आयन बैटरी के लिए अब नए प्रदर्शन मानक जारी किए हैं।
नई लिथियम बैटरी के मानक के अनुसार अब इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनियों को बैटरी की विश्वसनीयता, चार्जिंग क्षमता, अलग-अलग वातावरण और तापमान में काम करने की क्षमता की जांच के लिए बैटरियों का अलग से परीक्षण करना होगा। नए मानकों में लिथियम-आयन बैटरियों के परीक्षण से संबंधित प्रक्रिया को भी सूचित किया गया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पहले ही ईवी निर्माताओं को लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दे चुके हैं। गडकरी ने कहा है कि अगर कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाओं को नहीं रोक पाती हैं तो उनपर सरकार दंडात्मक कार्रवाई करेगी।