Just In
- 1 hr ago इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को Google की सौगात, अब EV चार्ज करना होगा और आसान, जानें क्या है नया फीचर?
- 16 hrs ago 3 करोड़ की कार में वोट डालने पहुंचे साउथ सिनेमा के दिग्गज स्टार Dhanush, फैंस ने किया स्वागत
- 17 hrs ago हो जाइए तैयार! भारत में नई कार लेकर आ रही है Ford, Mahindra XUV700 को देगी टक्कर, जानें डिटेल्स
- 19 hrs ago खुशखबरी! 32 शहरों में मेगा सर्विस कैंप लगाने जा रही है Jawa Yezdi, मिलेंगे ये फायदे, जानें डिटेल्स
Don't Miss!
- Finance Indian Railway ने शुरू की स्पेशल ट्रेन, जानिए कब तक मिलेगी इसकि सुविधा
- News Lok Sabha Chunav: बिहार में सबसे कम मतदान! मतदाताओं के वोट नहीं देने के पीछे ये प्रमुख कारण
- Movies OMG! Rajkummar Rao ने किया चौंकाने वाला खुलासा, हैंडसम दिखने के लिए चेहरे पर करवा चुके हैं छेड़छाड़
- Education UPMSP Result 2024: यूपी बोर्ड 10वीं, 12वीं रिजल्ट आज होंगे जारी, कैसे करें स्कोरकार्ड डाउनलोड
- Technology OpenAI को मिला भारत से पहला कर्मचारी, जानिए किसे मिली ये अहम जिम्मेदारी
- Lifestyle Pickle in Diabetes : डायबिटीज में आम का अचार खा सकते है या नहीं? इस सवाल का जवाब जानें
- Travel हनुमान जयंती : वो जगहें जहां मिलते हैं हनुमान जी के पैरों के निशान
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
लम्ब्रेटा और विजय सुपर जैसी प्रसिद्ध स्कूटर निर्माता, स्कूटर्स इंडिया लिमिटेड होगी बंद, जानें
लम्ब्रेटा (Lambretta) और विजय सुपर (Vijai Super) जैसे लोकप्रिय स्कूटरों को बनाने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की ऑटोमोबाइल कंपनी स्कूटर्स इंडिया लिमिटेड (Scooters India Ltd) अब जल्द बंद होने जा रही है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कंपनी को बंद करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने बुधवार को हुई बैठक में लखनऊ की कंपनी स्कूटर्स इंडिया लिमिटेड को बंद करने की मंजूरी दे दी है।
स्कूटर्स इंडिया के मशहूर स्कूटर
मीडिया सूत्रों के अनुसार, स्कूटर्स इंडिया के ब्रांड नाम को अलग से बेचा जाएगा, क्योंकि कंपनी के पास लम्ब्रेटा (Lambretta), विजय सुपर (Vijay Super), विक्रम (Vikram) और लैम्ब्रो (Lambro) जैसे मशहूर ब्रांड हैं।
कंपनी विक्रम ब्रांड के तहत कई प्रकार के तीन पहिया वाहनों को बनाती है। कंपनी को बंद करने के प्रस्ताव को सरकार की मंजूरी के बाद भारी उद्योग मंत्रालय इसको बंद करने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
कंपनी को बंद करने के लिए चाहिए 65 करोड़ रुपये
कंपनी को बंद करने के लिए 65.12 करोड़ रुपये की जरूरत पड़ने वाली है। इस राशि को केंद्र सरकार ऋण के रूप में कंपनी को देगी और इसपर ब्याज भी लगाया जाएगा।
कंपनी को बंद करने के प्रस्ताव के तहत राशि उपलब्ध होने के बाद कंपनी के नियमित कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना/स्वैच्छिक पृथकीकरण योजना (वीआरएस/वीएसएस) की पेशकश की जाएगी। लखनऊ मुख्यालय वाली कंपनी के करीब 100 कर्मचारी हैं।
जानकारी के अनुसार, वीआरएस/वीएसएस का विकल्प नहीं चुनने वाले कर्मचारियों को औद्योगिक विवाद कानून, 1947 के तहत हटाया जाएगा। कंपनी की 147.49 एकड़ की जमीन को उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण को सहमति वाले मूल्य पर सौंप दिया जाएगा। हालांकि, इस प्रक्रिया में समय लगने की सम्भावना है।
कंपनी एक्ट के तहत कंपनी को बंद करने के पहले शेयर बाजार से उसके सभी शेयर को हटा लिया जाएगा। केंद्र सरकार कंपनी को बचाने के लिए ग्राहक की तलाश कर रही थी लेकिन कोई भी ग्राहक नहीं मिलने से आखिरकार कंपनी को बंद करने का फैसला लिया गया।
स्कूटर्स इंडिया लिमिटेड कंपनी की शुरुआत 1972 में एक थ्री-व्हीलर निर्माता के रूप में हुई थी। 1975 में कंपनी ने कमर्शियल स्कूटरों का निर्माण शुरू कर दिया था। इन स्कूटरों को लम्ब्रेटा के नाम से निर्यात किया जाता था जबकि भारत में ये विजय सुपर के नाम से बेची गईं। 1997 में कंपनी ने टू-व्हीलर निर्माण बाद कर दिया था।