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eBikeGo To Go 100% Green: सौर ऊर्जा से चार्ज होगी ई-बाइक गो की इलेक्ट्रिक स्कूटर, जानें
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मोबिलिटी कंपनी ई-बाइक गो ने 100 प्रतिशत कार्बन उत्सर्जन मुक्त चार्जिंग व्यवस्था को अपनाने की योजना बनाई है। कंपनी ने इसके लिए सोलर पैनल व उपकरण बनाने वाली कंपनी एसकेएस क्लीनटेक के साथ साझेदारी की है। एसकेएस क्लीनटेक ई-बाइक गो के इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सौर ऊर्जा से संचालित होने वाले चार्जिंग स्टेशन का निर्माण कर रही है।

इन स्टेशनों पर वाहन की बैटरी को चार्ज करने के लिए सौर ऊर्जा से तैयार की गई बिजली का इस्तेमाल किया जाएगा। चार्जिंग स्टेशन के छत पर सोलर पैनल को लगाया जाएगा जिससे स्टेशन की मुख्य बैटरी को चार्ज किया जाएगा। इस बैटरी में स्टोर की गई ऊर्जा से इलेक्ट्रिक स्कूटरों को चार्ज किया जा सकेगा।

एसकेएस क्लीनटेक के विशेषज्ञों का कहना है कि इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी बनाने में जीवाश्म ईंधन के उत्पन्न उत्सर्जन से 74 प्रतिशत अधिक कार्बन उत्सर्जन होता है। आज के समय बनाने वाली बैटरी घर, ऑफिस या पार्किंग में चार्ज होती है जिससे ऊर्जा की अधिक खपत होती है, इस ऊर्जा को तैयार करने में भी अधिक कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन होता है।
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ई-बाइक गो का कहना है कि सोलर आधारित चार्जिंग स्टेशनों में डायरेक्ट करंट का इस्तेमाल किया जाता है, जो ऐसी करंट के मुकाबले इलेक्ट्रिक वाहन को 30 प्रतिशत अधिक गति से चार्ज कर सकता है। इस तकनीक से वाहन को चार्ज करने में समय की बचत होगी साथ ही यह 100 प्रतिशत कार्बन मुक्त भी होगा।

एक रिपोर्ट के अनुसार 2Kw बैटरी को चार्ज करने में बिजली की दो यूनिट खर्च होती है। इस दो यूनिट की बिजली को तैयार करने में 2 किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन किया जाता है। वहीं, सोलर चार्जिंग पूरी तरह से क्लीन तकनीक पर आधारित है और यह किफायती भी है।
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बताते चलें कि ईबाइक गो देश के पांच शहरों में 3,000 फास्ट चार्जिंग स्टेशन का निर्माण कर रही है। इन चार्जिंग स्टेशनों में बैटरी से चलने वाले सभी दोपहिया वाहनों को चार्ज किया जा सकेगा।

कंपनी अगले तीन महीनों में दिल्ली / एनसीआर, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई और बेंगलुरु में चार्जिंग स्टेशन शुरू करने वाली है। इन मल्टी-फैसिलिटी चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण कार्य 1 दिसंबर से शुरू कर दिया गया है। कंपनी ने बताया है कि अगले एक साल में 15,000 से अधिक चार्जिंग स्टेशनों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।

सभी चार्जिंग स्टेशनों पर कैशलेस भुगतान और क्यूआर कोड से चार्जिंग शुरू और बंद करने का विकल्प दिया जाएगा। कंपनी मोबाइल एप्लीकेशन भी जारी करेगी जिसकी मदद से नजदीकी चार्जिंग स्टेशन तक पहुंचा जा सकेगा।

बता दें कि ईबाइक गो ने कुछ ही महीनों पहले सब्सक्रिप्शन पर आधारित इलेक्ट्रिक साइकिल (ई-साइकिल) 'एनवीरों' पेश किया है। इस इलेक्ट्रिक साइकिल को खासकर डिलीवरी एजेंट के लिए लॉन्च किया गया है। इस ई-साइकिल को रोजाना या मासिक सब्सक्रिप्शन के आधार पर बुक किया जा सकता है। ई-साइकिल को 80 रुपये प्रतिदिन के दैनिक शुल्क पर बुक किया जा सकता है।

इस ई-साइकिल को 3 घंटे में पूरा चार्ज किया जा सकता है और फुल चार्ज होने पर 60-70 किलोमीटर तक चल सकती है। कंपनी ने इसे यह डिलीवरी कर्मचारियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पेश किया है। इसका इस्तेमाल शहर के अंदर डिलीवरी करने वाले एजेंट कर सकते हैं।