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Why Rear Tyres Of Tractors Are Big: ट्रैक्टर के पीछे के पहिये बड़े क्यों होते हैं, जानें
भारत जैसे कृषि प्रधान देश में आज भी गांवों में घर घर पर ट्रैक्टर मिल जाते हैं। देश-दुनिया में ट्रैक्टर का आज भी कृषि के लिए उपयोग किया जाता है। ट्रैक्टर बरसों से खेती की प्रक्रिया का एक अहम हिस्सा बन चुका है, इसके बावजूद भी हम इसके कई सामान्य चीजों के बारें में जाननें से वंचित रख जाते हैं।
हाल ही में हमने आपको बताया था कि ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर हो रखा जाता है जबकि अन्य वाहनों में साइलेंसर पीछे या साइड हिस्से में रखें जाते हैं, इसके बारें में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। आज हम ट्रैक्टर के पहियों की जानकारी लेकर आये हैं कि इसके पीछे पहिये बड़े क्यों रखें जाते हैं? आइये जानें।
ट्रैक्टर के पिछले पहिये बड़े होने का कारण समझने के पहले यह समझना जरुरी है कि ट्रैक्टर किस तरह का वाहन है तथा यह अन्य वाहनों से अलग कैसे हैं। ट्रैक्टर, लैटिन के शब्द ट्रेक्शन से बना है जिसका अर्थ होता है खींचना, इसका पहली बार इस्तेमाल 1896 में किया गया था।
ट्रैक्टर को आमतौर पर सामान खींचने के लिए ही डिजाईन किया जाता है लेकिन इसके आगे के पहिये छोटे व पीछे के पहिये बड़े होते हैं। ट्रैक्टर का काम अगर ज्यादा वजन खीचना है तो पहिया भी उसी अनुरूप होगा, इसलिए इसके कार्य की वजह से इसके पहिये बड़े होते हैं।
सामने पहियों को छोटा इसलिए रखा जाता है क्योकि उसकी त्रिज्या कम होती है जिस कारण से उसे स्टीयरिंग की मदद से आसानी से मोड़ा जा सकता है। बड़े पहिये की तुलना में वजन में हल्का होने के कारण कंट्रोल करने में भी आसानी रहती है। इसके साथ ही इसका खर्च भी कम आता है।
ट्रैक्टर को आम तौर पर उबड़-खाबड़ सतह पर, खेतों में, कीचड़ आदि जैसी जगह पर चलाने के लिए उपयोग में लाया जाता है ताकि कृषि से संबधित कार्य किये जा सकें। ऐसे में बड़े पहिये ऐसी सतह या कीचड़ में घूम जाती है लेकिन छोटे पहिये वहीं पर धंस जाते हैं।
इसके साथ ही पहिये जितने बड़े होते उन पर ट्रेड उतने ही गहरे हो सकते हैं, इस वजह से पहिये का आकार तो बड़ा हो होना चाहिए ताकि वह कीचड़ से आसानी से बाहर आ सके। बड़े टायर में बड़े ग्रिप की डिजाईन दी जाती है ताकि यह जमीन को काट कर आगे चल सके।
बड़े टायर यानि अधिक भार वहन क्षमता, यानि पहिये जितने बड़े होंगे वह अधिक भार खींच सकेंगे, हालांकि यह टायर की ऊँचाई व चौड़ाई एवं हवा के दबाव पर निर्भर करता है। पीछे पहिये सामने पहियों को बिना कोई ज्यादा वजन दिए भार को आसानी से खींच सकते हैं।