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बाइक में क्यों नहीं लगाए जाते हैं डीजल इंजन, जानिये कुछ रोचक तथ्य
हम सभी को बाइक चलाना पसंद है और दिन भर में हम कई बार बाइक का इस्तेमाल करते हैं। हम सभी को कभी न कभी यह खयाल जरूर आया होगा कि डीजल के सस्ते होने के बावजूद भी बाइक पेट्रोल के बजाए डीजल से क्यों नहीं चलती है। तो आइये जानते हैं कुछ ऐसे कारणों के बारे में जिस वजह से डीजल इंजन का प्रयोग बाइक में नहीं किया जाता है।
1. दबाव क्षमता
डीजल इंजन ज्यादा ऊर्जा पैदा करती है इसलिए इसमें ज्यादा दबाव झेलने की क्षमता होती है। डीजल इंजन 24:1 का दबाव अनुपात झेल सकती है जबकि पेट्रोल इंजन 11:1 का दबाव सहन कर सकता है। ज्यादा दबाव झेलने के लिए डीजल इंजिनों को ज्यादा भारी बनाया जाता है, जो बाइक जैसे छोटे वाहन के लिए बिलकुल ही उपयुक्त नहीं होता है।
2. इंजन में ज्यादा कंपन
डीजल इंजन में ज्यादा दबाव अनुपात होने की वजह से इंजन में कंपन और शोर भी ज्यादा होता है। इस उच्च कंपन और शोर को संभालना एक हल्के वाहन के लिए संभव नहीं होता है।
3. डीजल इंजन की अधिक कीमत
ज्यादा दबाव सहन करने के लिए डीजल इंजनों को ज्यादा भारी बनाया जाता है जिस वजह से इनको बनाने में खर्च ज्यादा होता है। डीजल इंजन और पेट्रोल इंजन के वाहनों की कीमत में 50,000 रुपये का अंतर होता है, जो छोटे वाहन के लिए बहुत ज्यादा है।
4. अधिक प्रदूषण
डीजल जब इंजन में जलता है तब पेट्रोल के मुकाबले 13 प्रतिशत ज्यादा प्रदूषण उत्पन्न करता है। इसलिए डीजल इंजन का अधिक इस्तेमाल वातावरण के लिए नुकसानदेह है।
5. अधिक मैंटेनैंस खर्च
डीजल इंजन में पेट्रोल के मुकाबले ज्यादा रख रखाव की जरूत होती है। इस वजह से डीजल इंजन में हर 5,000 किलोमीटर जबकि पेट्रोल इंजन में 10,000 किलोमीटर पर इंजन ऑयल को बदलने की जरूरत होती है।
6. डीजल इंजन में कम आरपीएम
डीजल इंजन वाली गाड़ियां ज्यादा टॉर्क उत्पन्न करती हैं लेकिन पेट्रोल इंजन के मुकाबले कम आरपीएम देती हैं। बाइक सड़क पर कम आरपीएम पर नहीं चल सकती, इस वजह से इनमे पेट्रोल इंजन का ही उपयोग होता है।
7. बड़ा इंजन
डीजल में पेट्रोल के मुकाबले ज्यादा ऊर्जा उत्पन्न करने की क्षमता होती है। डीजल जब इंजन में जलता है तो जर्मी इतनी अधिक होती है की हलके इंजन के सिलेंडर और सतह को नुक्सान पहुंचा सकती है। गर्मी को कम करने के लिए ज्यादा बड़े इंजन की जरूरत होती है, जो की बाइक में लगाया नहीं जा सकता है।
8. टर्बोचार्जर का प्रयोग
डीजल इंजन में ज्यादा हवा भेजने के लिए टर्बोचार्जर या सुपरचार्जर का प्रयोग किया जाता है। इसे लगवाना काफी महंगा होता है जो कि एक बाइक के लिए पहुंच से बाहर होती है।
9. महंगी तकनीक
डीजल गाड़ियों में फ्यूल इंजेक्शन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है जो पेट्रोल इंजन में उपयोग होने वाले स्पार्क प्लग तकनीक से कहीं अधिक महंगा होता है।
10. शक्तिशाली मोटर
डीजल इंजन पेट्रोल इंजन की तुलना में बहुत बड़ा होता है और इंजन को स्टार्ट करने के लिए उच्च शक्ति वाले मोटर का उपयोग किया जाता है, जो एक बाइक में नहीं लगाया जा सकता है।
ड्राइवस्पार्क के विचार
डीजल और पेट्रोल इंजन की अपनी अलग खासियत है। बड़े और ज्यादा वजन वाले वाहनों में ही डीजल इंजन का इस्तेमाल किया जाता है। इन सभी तकनिकी असमानताओं के बाद भी रॉयल एनफील्ड जैसे कुछ निर्माता डीजल इंजन बाइक बनाने में सफल रहे हैं और हो सकता है कुछ वर्षों के बाद ये बाइक सभी पेट्रोल बाइक की जगह ले लें।