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भारत में मौजूद टॉप 10 अजीबोगरीब जुगाड़ वाहन
भारतीय बाजार में कमर्शियल वाहनों की अच्छी बिक्री होती है। समय के साथ बाजार में ऐसे कई वाहन भी आएं है, जिसे एक बार कोई देख ले, तो उसे भूलना मुश्किल है। क्योंकि इन्हें जुगाड़ तकनीक से बनाया जाता है। आज हम 10 ऐसे जुगाड़ वाहनों को लेकर आएं जो बहुत ही लोकप्रिय है और हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा भी बन गई है।
इसका मोटर अधिकतम 20 बीएचपी की शक्ति का उत्पादन करती है। इस थ्री व्हीलर को 60 के दशक में बिक्री के लिए उतारा गया था। साथ ही इस देश के कुथ हिस्सों में आज भी चल रहा है।
हिंदुस्तान ट्रेकर
हिंदुस्तान मोटर्स को कंटेटेसा और एंबेसडर के निर्माता के रूप में जाना जाता है। कंपनी ने फिर ट्रेकर का उत्पादन किया, जिसमें राजदूत के स्पेयर पार्टस का इस्तेमाल किया है। ट्रेकर पूरी तरह से उपयोगितावादी दिखता है। साथ ही कंपनी ने इसमें एंबेसडर से हेडलाइट, फ्रंट इंडिकेटर्स, इंजन और संस्पेशन का भी इस्तेमाल किया है।
हिंदुस्तान वीर
वहीं वीर हिंदुस्तान मोटर्स का एक कमर्शियल वाहन, जो राजदूत से काफी कुछ साझा किया जाता है। यह राजदूत का पिक-अप वर्जन था। हालांकि एंबी पूरी से अलग बी -व्हीलर था इसे भारत में पश्चिम बंगाल में लॉन्च किया गया था।
सिपानी बादल
इतिहास में सबसे अजीबो-गरीब कार में सिपानी बादल का नाम शामिल है। सबसे पहले यूनाइटेड किंगडम में बेची गई प्रसिद्ध थ्री-व्हीलर कार को 1970 के दशक में भारतीय बाजार में लॉन्च किया गया था। इसमें फाइबर-ग्लास बॉडी थी और आसानी से रोल-ओवर किया जाता था।
इस आउटलैंडिश मशीन को पॉवर देना 198सीसी का टू-स्ट्रोक पेट्रोल इंजन था। वहीं इसके फ्रंट व्हील को किसी भी प्रकार का ब्रेक नहीं दिया गया था क्योंकि यह केवल स्टीयरिंग के लिए उपयोग किया गया था।
टाटा स्पैसियो
टाटा स्पैसियो वास्तव में एक सूमो थी जिसमे सीट मेटल का इस्तेमाल नहीं किया गया था। इसमें कपड़े का उपयोग कर छत का निर्माण किया गया था। इसके पेश कर कंपनी टीयर 2 और टीयर 3 से मुकाबला करना चाहती थी।
इसमें सूमो को संचालित करने वाले 2.0 लीटर डीजल इंजन के बजाय स्पेसियो 3.0 लीटर डीजल इंजन के साथ उतारा गया था, जिसे टाटा के 407 ट्रक में भी उपलब्ध कराया गया था।
महिंद्रा जियो
महिंद्रा जियो एक कमर्शियल व्हीकल है जिसका मज़ेदार डिज़ाइन है। यह पिक-अप और 6-सीटर लेआउट में उपलब्ध है। जियो को चार-पहिए मिलते हैं, जो इसे इसके तीन-पहिए वाले प्रतिद्वंद्वियों से बेहतर बनाता है।
वहीं इसमें पावर के लिए 442सीसी, सिंगल-सिलेंडर, डायरेक्ट-इंजेक्शन डीजल इंजन है जो 9 बीएचपी और 21.5 एनएम का उत्पादन करता है। मोटर एक चार-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के लिए आता है।
पोलारिस मल्टीक्स
हाल ही में बंद हुई पोलारिस मल्टीक्स पोलारिस और आयशर मोटर्स जेवी की लव-चाइल्ड है। मल्टीक्स को एक वाणिज्यिक वाहन के रूप में टाउट किया गया था जो कि लोगों के लिए, माल वाहक और यहां तक कि एक जनरेटर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
मल्टीक्स को पॉवर देना एक ग्रीव्स-सोर्सेड 510-सीसी, वाटर-कूल्ड सिंगल-सिलेंडर मोटर है जो 9.8 बीएचपी और 27 एनएम का उत्पादन करता है। मोटर एक चार-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के लिए आया था।
जुगाड़
जुगाड़ एक हिंदी शब्द है जिसका अर्थ है कम लागत और यहां तक कि किसी भी समस्या का कुछ हद तक चतुर समाधान। इस मामले में, जुगाड़ एक कम लागत वाला वाहन है जिसे विभिन्न वाहनों के घटकों का उपयोग करके बनाया जाता है।
ई-रिक्शा
हालांकि अब इन वाहनों की जगह नई दिल्ली जैसे शहरों में कई साइकिल रिक्शा ने ले ली है। इन वाहनों में बैठने की क्षमता अधिक होती है और यह इलेक्ट्रिक मोटर्स द्वारा संचालित होते हैं।
नई दिल्ली में ये ज्यादातर अंतिम मील परिवहन उपकरण के रूप में उपयोग किए जाते हैं जो मेट्रो स्टेशनों और आस-पास के स्थानों के बीच लोगों को फेरी करते हैं।
विक्रम
ये 6-सीटर थ्री-व्हीलर हमारे देश के कई शहरों में काफी लोकप्रिय परिवहन विकल्प हैं। वे सस्ते अंतिम मील कनेक्टिविटी समाधान होते हैं। इन वाहनों का उपयोग माल वाहक के रूप में भी किया जाता है। हालांकि, ये तिपहिया वाहन न केवल असुरक्षित हैं, बल्कि अक्सर बहुत घटनाओं का शिकार भी हुई हैं। ये विक्रम, पियाजियो और फोर्स मोटर्स जैसी कंपनियों द्वारा बनाए गए हैं।