Just In
- 7 hrs ago अब Toll प्लाजा और Fastag से नहीं, इस खास सिस्टम से होगा Toll Collection! नितिन गडकरी ने दिया बड़ा अपडेट
- 9 hrs ago हो जाइए तैयार: 15 अगस्त को आ रही है Mahindra Thar 5-door SUV, पावरफुल इंजन के साथ मिलेंगी जबरदस्त फीचर्स
- 13 hrs ago Jackie Shroff : बॉलीवुड के जग्गू दादा का कार कलेक्शन देख हैरान हो जाएंगे आप, गैराज में खड़ी है BMW और Jaguar
- 14 hrs ago बीजेपी नेता ने बेटी को गिफ्ट की 2.44 करोड़ की Mercedes-Benz SL55 AMG, VIDEO वायरल
Don't Miss!
- News हरियाणा: सीएम नायब सिह सैनी ने पेंशन घोटाले मामले में कार्रवाई के दिए निर्देश, कई अधिकारियों पर गिरेगी गाज
- Movies Crew Review: चोर के घर चोरी करती नजर आईं तबू, करीना और कृति, बेबो ने लूट ली सारी लाइमलाइट, कृति पड़ीं फीकी
- Lifestyle Mukhtar Ansari Networth : मुख्तार अंसारी का निधन, जानें कितनी बेशुमार दौलत के थे मालिक?
- Education MHT CET 2024 Exam Dates: एमएचटी सीईटी 2024 परीक्षा की तारीखें फिर से संशोधित की गई, नोटिस देखें
- Finance Gaming का बिजनेस भारत में पसार रहा पांव, आने वाले सालों में 6 अरब डॉलर तक का होगा कारोबार
- Technology Oppo F25 Pro भारत में नए Coral Purple कलर में उपलब्ध, जानिए, स्पेक्स और उपलब्धता
- Travel Good Friday की छुट्टियों में गोवा जाएं तो वहां चल रहे इन फेस्टिवल्स में भी जरूर हो शामिल
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
गुगल मैप को फाॅलो करते हुए जंगल में जा फंसा कार चालक, मशक्कत के बाद निकली कार
वैसे तो गूगल मैप रास्ता बताने के लिए इस्तेमाल किया जाता है लेकिन कई बार ऐसा भी हुआ है जब गूगल मैप के बताये गए रास्ते पर चलते हुए कई लोग अपने गंत्वय पर पहुंचने के बजाये भारी मुसीबत में फंस गए। अभी कुछ दिनों पहले एक ऐसी ही घटना घटी जिसमे एक व्यक्ति अपनी कार के साथ जंगल में फंस गया और वहां से निकलने में उसे बड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
टीम बीएचपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, टाटा हैरियर में एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ पुणे से जबलपुर के लिए निकला, उसे लंबी ड्राइव पर कार चलाने का कोई अनुभव नहीं था। उसे पुणे से गूगल मैप की मदद से अपने सफर की शुरूआत की। रास्ते में उसने नागपुर में रुकने की योजना बनाई। गूगल मैप के अनुसार वह रात के 11 बजे नागपुर पहुंच जाता।
गूगल मैप में उसे एक डायवर्सन लेने का निर्देश दिखा जो अमरावती के पास एक मुख्य सड़क पर था। लगभग 14 घंटे ड्राइव करने के बाद उसने उस डायवर्सन पर गाड़ी को ले गया और आगे बढ़ने लगा। वह इस डायवर्सन पर लगभग 20 किलोमीटर तक आगे बढ़ गया तभी उसने देखा कि आगे एक छोटी नदी है और उसपर जो पुल है वो क्षतिग्रस्त है।
उसने गूगल मैप पर दोबारा सही डायरेक्शन के लिए देखा लेकिन गूगल मैप में उसे रास्ते पर आगे बढ़ने का निर्देश दिया जा रहा था। उसने देखा कि नदी के बगल से एक कच्ची सड़क जा रही है जिसपर कार चलाई जा सकती है।
उसने बिना देरी किये उस रस्ते पर गाड़ी आगे बढ़ा दी। हालांकि, रास्ते पर काफी अधिक गड्ढे होने के कारण गाड़ी कुछ दूर आगे बढ़ते ही फंस गई और इधर-उधर फिसलने लगी। कुछ देर प्रयास करने के बाद भी गाड़ी नहीं निकली, तभी उसने देखा की इंजन से कुछ धुआं उठ रहा है और जलने की गंध आ रही है।
उसने गाड़ी बंद की और देखा की कार के इलेक्ट्रिकल सिस्टम से धुआं निकल रहा है। इलेक्ट्रिक सर्किट के खराब होने के वजह से कार की हेडलाइट भी बंद हो गई और कार अंधेरे में बुरी तरह फंस गई।
कार चालक ने रात के 2.30 बजे रोड साइड असिस्टेंस से संपर्क किया और मदद मांगी। जिसके बाद करीब 3.30 बजे कार मकेनिक मदद के लिए 70 किलोमीटर का सफर तय कर वहां पहुंच गए जहाँ कार फंसी थी। इस घटना से यह पता चलता है कि गूगल मैप पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा सकता, खासतौर उस समय जब आप लॉन्ग ड्राइव पर निकल रहे हों।
बेहतर होगा की आप शॉर्टकट या डायवर्सन के लिए किसी जानकार से संपर्क करें या ड्राइव करते समय आस-पास के लोगों से सही रूट के लिए मदद मांगें। कई बार सिग्नल कमजोर होने के कारण गूगल मैप सही रास्ते का पता नहीं कर पाता और आप मुसीबत में फंस जाते हैं।