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भारत बनेगा रिन्यूएबल एनर्जी का सबसे बड़ा उत्पादक, रिलायंस लगाएगी बैटरी और पाॅवर सेल का प्लांट
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने अक्षय ऊर्जा कारोबार में कदम रखने का ऐलान किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज 75,000 करोड़ रुपये के निवेश से धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स बना रही है। यह कॉम्प्लेक्स गुजरात के जामनगर में 5,000 एकड़ जमीन में बनाई जा रही है। रिलायंस की यह ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स दुनिया की कुछ सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज में शामिल होगी।
रिलायंस ने अपने नए एनर्जी बिजनेस के लिए तीन भाग में योजनाओं की घोषणा की है। पहले भाग में चार गीगा फैक्ट्रियों का निर्माण शामिल है। एनर्जी कॉम्प्लेक्स में ऊर्जा तैयार करने के साथ उसे स्टोर करने और आपूर्ति के लिए पूरा इकोसिस्टम तैयार किया जाएगा। कंपनी की योजना अगले तीन वर्षों में चार गीगाफैक्ट्रियों में 60,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की है।
पहला भाग सौर ऊर्जा के उत्पादन के लिए होगा, जहां एकीकृत सौर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल फैक्ट्री से ऊर्जा का निर्माण किया जाएगा। योजना का दूसरा भाग तैयार ऊर्जा के भंडारण के लिए होगा और रिलायंस एक उन्नत ऊर्जा भंडारण बैटरी कारखाना बनाएगी। तीसरा हिस्सा ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए होगा, इसके लिए कंपनी इलेक्ट्रोलाइजर फैक्ट्री बनाएगी।
योजना के तीसरे भाग में हाइड्रोजन फ्यूल सेल बनाने वाली फैक्ट्री का निर्माण किया जाएगा। इस फैक्ट्री में हाइड्रोजन फ्यूल सेल तैयार किया जाएगा जिसका इस्तेमाल आजकल ग्रीन वाहनों में किया जाता है। हाइड्रोजन फ्यूल वाहनों के लिए अभी तक उपलब्ध सबसे स्वच्छ ऊर्जा का स्रोत है।
इस व्यवसाय को और सुविधाजनक बनाने के लिए, रिलायंस दो अतिरिक्त डिवीजनों का निर्माण करेगी। इसमें अक्षय ऊर्जा परियोजना प्रबंधन और निर्माण डिवीजन के साथ अक्षय ऊर्जा परियोजना के लिए फाइनेंस डिवीजन शामिल है।