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कर्ज में डूबे पाकिस्तान को नीलाम करनी पड़ी प्रधानमंत्री की कारें
कर्ज में डूबे पाकिस्तान की वित्तीय अर्थव्यवस्था को सुधारने में लगे प्रधानमंत्री इमरान खान नए-नए तरीके अपना रहे हैं। इस बार उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री निवास में पड़ी कारों, हेलिकॉप्टर्स और यहां तक की भैंसों को भी नीलाम करने का निर्णय लिया है। पहले चरण में कारों की नीलामी की गई है, जिसमें एक से एक लग्जरी कारें शामिल हैं। हालांकि यह नीलामी उतनी सफल नहीं रही जितनी सरकार को उम्मीद थी।
नीलामी की प्रक्रिया को प्रधानमंत्री आवास में अंजाम दिया गया, जहां बड़े से लेकर छोटे व्यापारी या धनाड्य लोग कार खरीदने के लिए जमा हुए। 100 से ज़्यादा कारों की नीलामी की गई जिनमें से आधी लग्जरी कारें थीं। हालांकि, इनमें सिर्फ 62 कारें ही बिक पाई थीं। बीबीसी के मुताबिक सरकार को इस नीलामी से कुल एक करोड़ 60 लाक डॉलर आने की उम्मीद थी लेकिन आए सिर्फ 6 लाख डॉलर। कारों के बाद अनुमान है कि हेलीकॉल्टर्स को भी निलाम किया जाएगा।
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भैंसों की नीलामी होगी या नहीं ये अभी निश्चित नहीं है। हालांकि पिछले दिनों इमरान खान के सहयोगी नइमुल हक़ ने एक ट्वीट कर ये बताया था कि आनेवाले समय में कार और हेलिकॉप्टर्स की नीलामी के बाद उन 8 भैंसों की भी नीलामी की जाएगी जो पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के समय से वहां पड़ी हैं।
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इन कारों पर थी सबकी नजर
नीलामी के लिए गए सभी लोगों की नजर उन दो मर्सडीज मेबैच एस-600एस पर थी, जिन्हें 2016 में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के समय खरीदा गया था। लेकिन सरकार ने इनकी कीमत इतनी ज्यादा रखी थी, कि लोग कीमत सुनकर हंसने लगे। जी हां, प्रत्येक मर्सडीज मेबैच एस-600एस के लिए 13 लाख डॉलर से बोली की शुरुआत हुई। नतीजा यह हुआ की इन कारों को खरीदने के लिए कोई आगे ही नहीं आया। इसके अलावा सात बीएमडब्ल्यू और 1993 की 14 मर्सडीज बेंज़ एस-300 भी नहीं बिकीं।
सस्ती और मध्यम कारें रही हिट
बोली महंगी देख लोगों ने सस्ती कारों पर ही दांव लगाना बेहतर समझा। लोगों ने सस्ती और मध्यम रेंज की कारें खरीदीं। कई कारें तो बेहद ही पुरानी थी, इन्हें प्रधानमंत्री द्वारा कभी इस्तेमाल नहीं किया या कह सकते हैं कभी उनके काफिले का हिस्सा तक नहीं रही।
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लोगों ने कहा पब्लिसिटी स्टंट है
हाल ही में इमरान ट्रैफिक से बचने के लिए अपने ऑफिस जाने के लिए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करते देखे गए थे। लोगों ने इसको लेकर जमकर निसाना साधा। लोगों ने कहा पहले अपने खर्चे में कमी लाएं इमरान खान। कई लोगों ने कहा सरकारी गाड़ियों की नीलामी एक आम बात है और पहले भी ऐसा होता रहा है, लेकिन इमरान खान इसका ज्यादा प्रचार कर रहे हैं। हालांकि भले ही कारों या हेलिकॉप्टर्स की नीलामी से सरकार के पास ज्यादा राशी जमा न हो या फिर पाकिस्तान की बिगड़ती अर्थव्यवस्था पर फर्क न पड़े, इसे सरकार के एक संकेत के रूप में देखा जा सकता है कि लोगों को फिजुलखर्ची से बचना चाहिए।
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