Just In
- 9 hrs ago अब Toll प्लाजा और Fastag से नहीं, इस खास सिस्टम से होगा Toll Collection! नितिन गडकरी ने दिया बड़ा अपडेट
- 11 hrs ago हो जाइए तैयार: 15 अगस्त को आ रही है Mahindra Thar 5-door SUV, पावरफुल इंजन के साथ मिलेंगी जबरदस्त फीचर्स
- 14 hrs ago Jackie Shroff : बॉलीवुड के जग्गू दादा का कार कलेक्शन देख हैरान हो जाएंगे आप, गैराज में खड़ी है BMW और Jaguar
- 16 hrs ago बीजेपी नेता ने बेटी को गिफ्ट की 2.44 करोड़ की Mercedes-Benz SL55 AMG, VIDEO वायरल
Don't Miss!
- News 'लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं मोदी', 'कांग्रेस कल्चर' वाले तंज पर खड़गे का पीएम पर हमला
- Movies Crew Review: चोर के घर चोरी करती नजर आईं तबू, करीना और कृति, बेबो ने लूट ली सारी लाइमलाइट, कृति पड़ीं फीकी
- Lifestyle Mukhtar Ansari Networth : मुख्तार अंसारी का निधन, जानें कितनी बेशुमार दौलत के थे मालिक?
- Education MHT CET 2024 Exam Dates: एमएचटी सीईटी 2024 परीक्षा की तारीखें फिर से संशोधित की गई, नोटिस देखें
- Finance Gaming का बिजनेस भारत में पसार रहा पांव, आने वाले सालों में 6 अरब डॉलर तक का होगा कारोबार
- Technology Oppo F25 Pro भारत में नए Coral Purple कलर में उपलब्ध, जानिए, स्पेक्स और उपलब्धता
- Travel Good Friday की छुट्टियों में गोवा जाएं तो वहां चल रहे इन फेस्टिवल्स में भी जरूर हो शामिल
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
राष्ट्रीय राजमार्गों की क्वालिटी जांचने के लिए होगा नेटवर्क सर्वेक्षण वाहनों का इस्तेमाल, जानें
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) सड़कों की बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए नेटवर्क सर्वेक्षण वाहन (एनएसवी) की तैनाती अनिवार्य करेगी। यह नेटवर्क सर्वेक्षण वाहन राजमार्गों की इमेज को सही तरह से कैप्चर करने के लिए हाई रिजोल्यूशन कैमरों का उपयोग करता है और इसमें कई अन्य विशेषताएं हैं।
एनएचआई के अनुसार यात्रियों को बेहतर सड़क उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, राष्ट्रीय राजमार्गों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए नेटवर्क सर्वेक्षण वाहन (NSV) को तैनात करने का निर्णय लिया गया है। एनएचएआई ने एक बयान में कहा, 'राष्ट्रीय राजमार्गों पर एनएसवी का उपयोग करके सड़क की स्थिति का सर्वेक्षण अनिवार्य किया जाएगा है। यह सर्वेक्षण हर छह महीने में किया जाएगा।"
नेटवर्क सर्वेक्षण वाहन की तैनाती राजमार्गों की समग्र गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद करेगी। यह वाहन नवीनतम सर्वेक्षण तकनीकों का उपयोग करता है जिसमें इमेजरी के लिए हाई-रिज़ॉल्यूशन डिजिटल कैमरा और लेजर रोड प्रोफाइलोमीटर जैसे उपकरण शामिल हैं। नेटवर्क सर्वेक्षण वाहन तस्वीरों के जरिये सड़क की स्थिति और गुणवत्ता का आकलन करेगा।
इन वाहनों के द्वारा जुटाए गए डेटा का विश्लेषण कर सड़कों को बेहतर बनाने में मदद ली जाएगी। यह वाहन सड़क की सतह पर पड़े दरारों और गड्ढों की जानकारी जुटाएगा। इसके अलावा सड़क पर पानी जमने के कारणों का भी पता लगाएगा।
बयान में कहा गया है कि इससे डेटा एसेट इन्वेंट्री और रोड एसेट्स की स्थिति को बनाए रखने में मदद मिलेगी। इस वाहन से सड़क नेटवर्क योजना और सड़क सुरक्षा उपायों के विकास जैसे अन्य पहलुओं पर भी जानकारी जुटाई जाएगी। यह हाईवे से रख रखाव रणनीतियों को विकसित करने और उनका विश्लेषण करने में भी सहायता करेगा।
एनएचएआई ने कहा कि एनएसवी सर्वेक्षणों के माध्यम से एकत्र किए गए आंकड़ों से सड़क की स्थिति में कमियों को उजागर किया जाएगा, बीओटी (बिल्ड, ऑपरेट, ट्रांसफर) ऑपरेटरों / एनएचएआई के अधिकारियों को सड़क की स्थिति को वांछित स्तर पर लाने में सहायता करेगा।
एनएचएआई ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान औसतन 34 किलोमीटर हाईवे का निर्माण प्रतिदिन किया है। वहीं, 2014-15 के दौरान देश में हाईवे निर्माण प्रतिदिन 12 किलोमीटर की गति से किया जा रहा था।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने वित्त वर्ष 2020-21 में 12,205 किमी राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण कर नई उपलब्धि हासिल की है। बता दें कि पिछले वित्तीय वर्ष में 11,000 किमी राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण प्रस्तावित किया गया था, जबकि इस गति से एनएचएआई 1,205 किलोमीटर ज्यादा सड़कें बना ली हैं।