Just In
- 8 hrs ago अब Toll प्लाजा और Fastag से नहीं, इस खास सिस्टम से होगा Toll Collection! नितिन गडकरी ने दिया बड़ा अपडेट
- 10 hrs ago हो जाइए तैयार: 15 अगस्त को आ रही है Mahindra Thar 5-door SUV, पावरफुल इंजन के साथ मिलेंगी जबरदस्त फीचर्स
- 13 hrs ago Jackie Shroff : बॉलीवुड के जग्गू दादा का कार कलेक्शन देख हैरान हो जाएंगे आप, गैराज में खड़ी है BMW और Jaguar
- 15 hrs ago बीजेपी नेता ने बेटी को गिफ्ट की 2.44 करोड़ की Mercedes-Benz SL55 AMG, VIDEO वायरल
Don't Miss!
- News हरियाणा: सीएम नायब सिह सैनी ने पेंशन घोटाले मामले में कार्रवाई के दिए निर्देश, कई अधिकारियों पर गिरेगी गाज
- Movies Crew Review: चोर के घर चोरी करती नजर आईं तबू, करीना और कृति, बेबो ने लूट ली सारी लाइमलाइट, कृति पड़ीं फीकी
- Lifestyle Mukhtar Ansari Networth : मुख्तार अंसारी का निधन, जानें कितनी बेशुमार दौलत के थे मालिक?
- Education MHT CET 2024 Exam Dates: एमएचटी सीईटी 2024 परीक्षा की तारीखें फिर से संशोधित की गई, नोटिस देखें
- Finance Gaming का बिजनेस भारत में पसार रहा पांव, आने वाले सालों में 6 अरब डॉलर तक का होगा कारोबार
- Technology Oppo F25 Pro भारत में नए Coral Purple कलर में उपलब्ध, जानिए, स्पेक्स और उपलब्धता
- Travel Good Friday की छुट्टियों में गोवा जाएं तो वहां चल रहे इन फेस्टिवल्स में भी जरूर हो शामिल
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
Police Seized 151 BS4 Cars: मुंबई पुलिस ने जब्त की प्रतिबंधित बीएस4 इंजन वाली 151 कारें, गिरोह का भंडाफोड़
भारत में अप्रैल 2019 से बीएस6 उत्सर्जन मानक लागू किए गए थे, जिसके बाद से बीएस4 उत्सर्जन मानकों वाले वाहनों की बिक्री पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। हाल ही में नवी मुंबई पुलिस ने बुधवार को नौ लोगों को गिरफ्तार किया है और एक पैन-इंडिया रैकेट का भंडाफोड़ करने का दावा किया है।
इस गिरफ्तार हुए गिरोह पर आरोप लगाया गया है कि ये बीएस4 इंजन वाली कारों की अवैध बिक्री में शामिल थे। मीडिया के मुखातिब होते हुए नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त बिपिन कुमार सिंह ने कहा कि "क्राइम ब्रांच की एक टीम ने आरोपियों से 7.15 करोड़ रुपये की 151 बीएस4 कारें जब्त की हैं।"
उन्होंने कहा कि "गिरफ्तार गिरोह पूरे भारत में सक्रिय था। गिरोह के सदस्य बीएस4 इंजन वाली कारों की खरीद करते थे और नंबर प्लेट और चेसिस नंबर बदल देते थे। इसके बाद वे जाली दस्तावेजों का उपयोग करके इन वाहनों का पंजीकरण करवा देते थे।"
आगे उन्होंने कहा कि "इसके अलावा इन वाहनों को दूसरे राज्यों में यह कह कर बेच दिया जाता है कि वे बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गए थे। इस मामले के मुख्य अभियुक्तों ने रायगढ़ जिले के पनवेल के पास शिर्धोन में अपना कार्यालय और गोदाम स्थापित किया था।"
सिंह ने बताया कि "इस साल जनवरी के अंत से फरवरी के अंत तक ये सभी गिरफ्तारियां हुईं हैं।" इन आरोपियों की पहचान शाबान रफीक कुरैशी (32), अनम सिद्दीकी (42), वसीम शेख (31), मनोहर जाधव (31), प्रशांत शिवारथी (26), गौरव डिमला (32), राशिद खान (42),चंद्रशेखर गाडेकर (31), इमरान चोपडा (38) के तौर पर हुई है।
सिंह ने कहा कि "आरोपी इमरान चोपडा के पास से कारों के लिए नए चेसिस नंबर जेनरेट करने वाली मशीन को बरामद किया गया है। आरोपी ने बताया कि यह मशीन हैदराबाद से खरीदी गई थी। इन अपराधियों के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।"
आयुक्त ने कहा कि "आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत 420 (धोखाधड़ी) और 465 (जालसाजी) सहित अन्य अपराध पनवेल शहर पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ पहले भी दर्ज किए गए थे। पुलिस ने महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों और अन्य राज्यों से कारों को जब्त किया।"
उन्होंने बताया कि नई दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, तेलंगाना, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यों से पुलिस ने कारों को जब्त किया है, जहां गिरोह के सदस्यों ने सस्ती दरों पर इन कारों को बेचा था।
Note: Images Are Only For Representative Purpose.