Just In
- 4 min ago
Maruti S-CNG Vehicles Sales Milestone: मारुति ने इस वित्त वर्ष बेचे 1.57 लाख सीएनजी वाहन, देखें आंकड़े
- 57 min ago
2021 Hyundai Aura Spotted At Dealership: नई अपडेटेड हुंडई औरा डीलरशिप पर आई नजर, जल्द होगी बिक्री
- 1 hr ago
Dominos Pizza Delivery Robot: घर पर पिज्जा डिलीवर कर रहा है यह रोबोट, करता है समय की बचत
- 1 hr ago
Tata Nexon EV Sales: टाटा नेक्सन ईवी के इस वैरिएंट को मिल रही भारी डिमांड, बनी बेस्ट सेलिंग इलेक्ट्रिक एसयूवी
Don't Miss!
- News
ओवैसी ने बोले- पीएम मोदी- ममता बनर्जी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, ये भाई बहन लोगों को मूर्ख बना रहे
- Sports
5 खिलाड़ी जो राजस्थान रॉयल्स में बेन स्टोक्स की कमी को कर सकते हैं पूरा
- Lifestyle
शरीर पर दिखने लगे पानी भरे दाने तो न करें नजरअंदाज, हो सकती है ये खतरनाक बीमारी
- Movies
आलिया भट्ट ने दी कोरोना को मात, शेयर की नो-मेकअप लुक वाली खूबसूरत फोटो- PIC
- Education
New Education Policy 2020: नई शिक्षा तकनीक का उपयोग है और सभी विश्वविद्यालयों को इसे जल्द लागू करना चाहिए
- Finance
बड़े काम का है LIC का यह प्लान, सिक्योरिटी सेविंग के साथ मिलते है ये खास फायदे
- Technology
OnePlus Nord का प्री-ऑर्डर अमेज़न पर 15 जून से होगी शुरू; इसको खरीदने वाले पहले बने
- Travel
ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का संगम : पठानकोट
Police Seized 151 BS4 Cars: मुंबई पुलिस ने जब्त की प्रतिबंधित बीएस4 इंजन वाली 151 कारें, गिरोह का भंडाफोड़
भारत में अप्रैल 2019 से बीएस6 उत्सर्जन मानक लागू किए गए थे, जिसके बाद से बीएस4 उत्सर्जन मानकों वाले वाहनों की बिक्री पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। हाल ही में नवी मुंबई पुलिस ने बुधवार को नौ लोगों को गिरफ्तार किया है और एक पैन-इंडिया रैकेट का भंडाफोड़ करने का दावा किया है।

इस गिरफ्तार हुए गिरोह पर आरोप लगाया गया है कि ये बीएस4 इंजन वाली कारों की अवैध बिक्री में शामिल थे। मीडिया के मुखातिब होते हुए नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त बिपिन कुमार सिंह ने कहा कि "क्राइम ब्रांच की एक टीम ने आरोपियों से 7.15 करोड़ रुपये की 151 बीएस4 कारें जब्त की हैं।"

उन्होंने कहा कि "गिरफ्तार गिरोह पूरे भारत में सक्रिय था। गिरोह के सदस्य बीएस4 इंजन वाली कारों की खरीद करते थे और नंबर प्लेट और चेसिस नंबर बदल देते थे। इसके बाद वे जाली दस्तावेजों का उपयोग करके इन वाहनों का पंजीकरण करवा देते थे।"
MOST READ: टीवीएस ने 11 नए यूरोग्रिप टायर किये लाॅन्च, जानें क्या है खास

आगे उन्होंने कहा कि "इसके अलावा इन वाहनों को दूसरे राज्यों में यह कह कर बेच दिया जाता है कि वे बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गए थे। इस मामले के मुख्य अभियुक्तों ने रायगढ़ जिले के पनवेल के पास शिर्धोन में अपना कार्यालय और गोदाम स्थापित किया था।"

सिंह ने बताया कि "इस साल जनवरी के अंत से फरवरी के अंत तक ये सभी गिरफ्तारियां हुईं हैं।" इन आरोपियों की पहचान शाबान रफीक कुरैशी (32), अनम सिद्दीकी (42), वसीम शेख (31), मनोहर जाधव (31), प्रशांत शिवारथी (26), गौरव डिमला (32), राशिद खान (42),चंद्रशेखर गाडेकर (31), इमरान चोपडा (38) के तौर पर हुई है।
MOST READ: महिंद्रा थार पर मिल रहा है 10 महीनों का वेटिंग पीरियड, देखें लिस्ट

सिंह ने कहा कि "आरोपी इमरान चोपडा के पास से कारों के लिए नए चेसिस नंबर जेनरेट करने वाली मशीन को बरामद किया गया है। आरोपी ने बताया कि यह मशीन हैदराबाद से खरीदी गई थी। इन अपराधियों के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।"

आयुक्त ने कहा कि "आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत 420 (धोखाधड़ी) और 465 (जालसाजी) सहित अन्य अपराध पनवेल शहर पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ पहले भी दर्ज किए गए थे। पुलिस ने महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों और अन्य राज्यों से कारों को जब्त किया।"
MOST READ: नई कंट्रीमैन कूपर एस हुई लाॅन्च, कीमत 39.50 लाख रुपये से शुरू

उन्होंने बताया कि नई दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, तेलंगाना, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यों से पुलिस ने कारों को जब्त किया है, जहां गिरोह के सदस्यों ने सस्ती दरों पर इन कारों को बेचा था।
Note: Images Are Only For Representative Purpose.