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देश में 3.54 करोड़ से ज्यादा फास्टैग हुए जारी, हाइवे पर 96 प्रतिशत वाहन कर रहें हैं फास्टैग का इस्तेमाल
हाल ही में एक अधिसूचना में, परिवहन मंत्रालय ने कहा कि 14 जुलाई, 2021 तक 3.54 करोड़ से अधिक फास्टैग (FASTags) जारी किए गए हैं। 14 फरवरी, 2021 से फास्टैग को आधिकारिक रूप से लागू करने के बाद देश भर में फास्टैग का उपयोग 80 प्रतिशत से बढ़कर 96 प्रतिशत तक पहुंच गया है। मंत्रालय ने बताया कि टोल टैक्स की लेन-देन के लिए फास्टैग आधारित प्रक्रिया में लगातार सुधार किया जा रहा है। इसके लिए मंत्रालय उन्नत तकनीक और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रही है।
बता दें कि 14 जुलाई से हाईवे के सभी लेन पर फास्टैग आधारित टोल कलेक्शन प्रक्रिया को लागू कर दिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क नियम 2008 के अनुसार, टोल प्लाजा पर फास्टैग का इस्तेमाल नहीं करने वाले वाहनों से दोगुना टोल टैक्स वसूला जाएगा। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस सिस्टम को अपनानाने में देरी न करते हुए सभी वाहन चालकों को अनिवार्य रूप से फास्टैग का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया था।
फास्टैग का इस्तेमाल देश में राष्ट्रीय राजमार्गों पर डिजिटल टोल कलेक्शन के लिए किया जाता है। इसका उद्देश्य टोल कलेक्शन प्रक्रिया को तेज और सुगम बनाना और टोल प्लाजा पर प्रतीक्षा समय या लंबी कतार को कम करना है। फास्टैग एक स्टीकर है जिसे गाड़ियों के शीशे पर लगाया जाता है। यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन तकनीक (RFID) पर काम करता है।
जब गाड़ियां टोल प्लाजा से गुजरती हैं तब फास्टैग से जुड़े बैंक या प्रीपेड अकाउंट से अपने आप ही टोल टैक्स का भुगतान हो जाता है। इससे गाड़ियों को टोल पलजा पर रुक कर भुगतान करने की आवश्यकता नहीं पड़ती। इससे समय की बचत होती है साथ ही प्रदूषण भी कम होता है।
फास्टैग को सभी पैसेंजर चारपहिया वाहन, बस, ट्रक, लाॅरी और निर्माण में उपयोग होने वाले कमर्शियल वाहनों के लिए लागू किया गया है। बता दें कि दोपहिया वाहनों में फास्टैग लगाना जरूरी नहीं है।
फास्टैग को देश भर के किसी भी टोल बूथ पर खरीदा जा सकता है। फास्टैग खरीदने के लिए आपको व्हीकल रजिस्ट्रेशन डाक्यूमेंट्स के साथ एक आईडी की जरूरत होगी। टोल प्लाजा के अलावा, भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक और पेटीएम पेमेंट्स बैंक सहित 22 बैंकों के माध्यम से फास्टैग खरीदे जा सकते हैं। कुछ ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे पेटीएम, अमेजन और फ्लिपकार्ट भी अपने ऐप के जरिए फास्टैग की बिक्री कर रहे हैं।
देश के कुछ चुनिंदा पेट्रोल पंप पर अब ग्राहकों को फास्टैग के माध्यम से ईंधन दिया जा रहा है। फास्टैग यूजर्स, जिनके खाते आईसीआईसीआई बैंक से जुड़े हैं, उन्हें देश भर में इंडियन ऑयल के रिटेल आउटलेट्स पर कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस भुगतान के फायदे दिए जा रहे हैं। पूरे भारत में लगभग 3,000 इंडियन ऑयल रिटेल आउटलेट्स पर यह सुविधा उपलब्ध होगी।