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Magenta EV Plant: ये कंपनी खोलेगी इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन प्लांट, करेगी 250 करोड़ रुपये का निवेश
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाने वाली स्टार्टअप कंपनी, मैजेंटा (Magenta) तमिलनाडु में 250 करोड़ रुपये के निवेश से उत्पादन इकाई की स्थापना करेगी। यह संयंत्र ई-मोबिलिटी स्पेस में ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) प्रौद्योगिकियों के लिए डिजाइन, उत्पाद विकास और वास्तुकला मानकों पर ध्यान केंद्रित करेगा। मैजेंटा ने शुक्रवार को आयोजित तमिलनाडु निवेश सम्मलेन 2021 में तमिलनाडु सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है।
इस समझौते के तहत कंपनी राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग की आधारभूत संरचना के विकास पर काम करेगी। तमिलनाडु में नए विनिर्माण संयंत्र की योजना के साथ, मैजेंटा का कहना है कि यह क्षेत्र के भीतर स्थानीय समुदायों को रोजगार के अवसर प्रदान करेगा और राज्य में अगले दो वर्षों में लगभग 500 नौकरियां पैदा करेगा।
इसके अलावा, अगले पांच वर्षों में 1,600 से अधिक कर्मचारियों को ईवी चार्जर निर्माण, असेंबली, इंस्टॉलेशन और संचालन में प्रशिक्षित किया जाएगा। मैजेंटा ने कहा कि इस सुविधा का उद्देश्य क्षेत्र में और उसके आसपास एक मजबूत आपूर्ति-श्रृंखला पारिस्थितिकी तंत्र बनाना और तमिलनाडु को इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए तैयार करना है।
मैजेंटा का कहना है उसने मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर बनाए गए भारत के पहले इलेक्ट्रिक वाहन कॉरिडोर पर चार्जिंग की सुविधा प्रदान की है और उसके चार्जिंग स्टेशन पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित होते हैं। इस अवसर पर बात करते हुए, मैजेंटा के प्रबंध निदेशक और सीईओ मैक्ससन लुईस ने कहा कि कंपनी को तमिलनाडु सरकार के साथ हाथ मिलाकर खुशी हो रही है और यह भारत के लिए एक मजबूत ईवी पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के लिए अपने दृष्टिकोण को मजबूत करेगा।
मैजेंटा का मानना है कि एक कुशल कार्यबल और मजबूत बुनियादी ढांचा, एक प्रगतिशील और निवेशक-अनुकूल दृष्टिकोण वाली सरकार के साथ मिलकर राज्य को देश में अगला ईवी हब बनने की ओर अग्रसर करता है।
बता दें कि इस साल मार्च में मैजेंटा ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) के सहयोग से दिल्ली और मुंबई में देश के पहले स्ट्रीट लैंप इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन की शुरूआत की है। इस चार्जर की खासियत यह है कि इसे स्ट्रीट लाइट के पोल पर लगाया गया है। इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करने के लिए सभी उपकरण पोल पर ही लगाए गए हैं और इसके लिए कोई अलग से चार्जिंग स्टेशन नहीं बनाया गया है।
इस चार्जिंग पोल का यह फायदा है कि इसकी मेंटेनेंस काफी कम है और इसके लिए जगह की जरूरत नहीं पड़ती है। मैजेंटा स्ट्रीट लैंप ईवी चार्जिंग स्टेशन को ढूंढने के लिए कंपनी के द्वारा ChargeGrid App लॉन्च किया गया है जिसपर चार्जिंग पोल की लोकेशन देखी जा सकती है। इस एप्लीकेशन पर चार्जिंग के लिए ऑनलाइन भुगतान करने की भी सुविधा दी गई है।
कंपनी ने इसे तरह के कम खर्च वाले चार्जिंग स्टेशन को अन्य शहरों में भी लगाने की योजना बनाई है। कंपनी इस साल देश में 100 से अधिक चार्जिंग ग्रिड की स्थापना करने वाली है।
कंपनी का कहना है कि स्ट्रीट लाइट पोल पर लगे इन चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण करना काफी आसान है और इन्हे लगाने में भी कम खर्च आता है। इन स्टेशनों पर किसी ऑपरेटर या अटेंडेंट को रखने की जरूरत नहीं पड़ती है। देश में प्रदूषण को कम करने और पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता को कम करने के लिए कई तरह के अभियान चलाये जा रहे हैं।
देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है। दिल्ली सरकार ने लोगों से अपील की है कि सप्ताह में कम से कम एक दिन अपने निजी वाहनों के जगह बस या मेट्रो का इस्तेमाल करें। सरकार का कहना है कि इससे राज्यक्षेत्र में प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा दिल्ली में समय सीमा पार कर चुके पुराने वाहनों को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। सरकार ने प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है।