Just In
- 3 hrs ago Tesla को टक्कर देने के लिए Xiaomi ने लॉन्च की पहली इलेक्ट्रिक कार, सिंगल चार्ज में मिलेगी 810KM की रेंज
- 18 hrs ago अब Toll प्लाजा और Fastag से नहीं, इस खास सिस्टम से होगा Toll Collection! नितिन गडकरी ने दिया बड़ा अपडेट
- 20 hrs ago हो जाइए तैयार: 15 अगस्त को आ रही है Mahindra Thar 5-door SUV, पावरफुल इंजन के साथ मिलेंगी जबरदस्त फीचर्स
- 23 hrs ago Jackie Shroff : बॉलीवुड के जग्गू दादा का कार कलेक्शन देख हैरान हो जाएंगे आप, गैराज में खड़ी है BMW और Jaguar
Don't Miss!
- News पंजाब के संगरूर में आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों की अहम बैठक
- Movies पुलकित सम्राट की पूरी हुई पहली रसोई की रस्म, ख़ुशी से फूले नहीं समाज रहीं थी पत्नी कृति खरबंदा
- Technology Samsung Galaxy M55 5G की भारत में होने जा रही एंट्री, लॉन्च से पहले कीमत लीक, यहां जानें सबकुछ
- Travel एडवेंचर के शौकिनों के लिए खुशखबरी, 5 महीने बाद शुरू होगी तीस्ता रिवर राफ्टिंग, Details
- Education एनआईओएस कक्षा 10वीं, 12वीं हॉल टिकट 2024 हुए जारी, जानें कैसे करें डाउनलोड
- Lifestyle 'हीट वेव' से बचाने के लिए चुनाव आयोग ने जारी की एडवाइजरी, सेफ रहने के लिए हाइड्रेड रहें और ये काम न करें
- Finance जुर्माने से बचने के लिए जल्दी निपटा लें अपने यह पांच काम, 31 मार्च है आखिरी डेट
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
Lamborghini Replica Made From Scrap: कबाड़ से बना दी लेम्बोर्गिनी कार, लगा है बाइक का इंजन
इटली की कार निर्माता लेम्बोर्गिनी अपनी सुपर लग्जरी स्पोर्ट्स कारों के लिए जानी जाती है। लेम्बोर्गिनी की कारें दुनिया की कुछ महंगी कारों में गिनी जाती हैं। यही कारण है कि कई लोग इस कार को एक दिन चलाने का सपना देखते हैं। हालांकि, कुछ लोग अपने इस सपने को पूरा करने के लिए कुछ नई तरकीब निकाल लेते हैं। कई बार लोग अपनी कार को लेम्बोर्गिनी के लुक जैसा मॉडिफाई करा लेते हैं।
भारत में कार मॉडिफिकेशन आम है, कार गैराज या रिपेरिंग सेंटर चलने वाले काफी कम कीमत पर कार मॉडिफिकेशन करते हैं। वहीं, कई हुनरमंद लोग पैसे की बचत करने के लिए खुद ही किसी पुरानी कार को मॉडिफाई कर लेते हैं। अभी हाल ही में इंटरनेट पर एक ऐसी लेम्बोर्गिनी कार को देखा गया है जिसे पूरी तरह कबाड़ से बनाया गया है।
इस कार का वीडियो यूट्यूब पर अरुण स्मोकी नाम के यूट्यूब चैनल पर डाला गया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कबाड़ के इस्तेमाल से लेम्बोर्गिनी बनाई गई है। यह कार पूरी तरह हैंड मेड है इसलिए कार हर जगह कहीं न कहीं पचकी हुई है। कार को ग्रीन कलर देने के लिए इसे हरे रंग के पोस्टर से ढका गया है।
यह कार कहीं से भी स्मूथ नहीं दिखती है और इसकी फिनिशिंग में भी काफी कमी है। इंटरनेट पर अब तक देखे गए लेम्बोर्गिनी के रेप्लिका से यह कार बिलकुल अलग दिखती है।
इस रेप्लिका के सभी बाहरी पैनल फ्लेक्स बैनर से बने हैं। हेडलाइट, एयर डक्ट सभी हाथ से बनाये गए हैं और जब हम कार को देखते हैं तो यह स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। केरल के इडुक्की जिले के रखें वाले अनस ने इस कार को बनाया है। अनस बचपन से ही कारों में रुचि रखते थे और बहुत लंबे समय से कार बनाने की योजना बना रहे थे।
इस रेप्लिका के निर्माण के पीछे मुख्य उद्देश्य उन चीजों का उपयोग करना था जो आम तौर पर लोग फेंक देते हैं। कार में उपयोग की जाने वाली सभी सामग्री ऐसी चीज है जिसे लोगों द्वारा फेंक दिया गया था।
फ्रेम और अलॉय व्हील को पास के गैरेज से बनाया गया है। वीडियो में बताया गया है कि फ्रेम तैयार हो जाने के बाद, उन्होंने गैरेज से अलॉय व्हील्स को बनाया जिसके बाद पास के एक गैराज से मारुति 800 के पुराने टायर को खरीदा।
लेम्बोर्गिनी की तरह, इंजन को पीछे की तरफ रखा गया है और इसमें एक ग्लास टॉप भी है। इस रेप्लिका में इस्तेमाल किया गया इंजन हीरो ग्लैमर मोटरसाइकिल का है। फ्यूल फिलर कैप को पुराने प्लास्टिक कैन से बनाया गया है। इसमें वायरिंग, लाइट और सभी इलेक्ट्रॉनिक्स को अनस ने खुद ही लगाया है।
अनस बताते हैं कि उन्होंने इस कार को यूट्यूब में वीडियो देखकर तैयार किया है। इस रेप्लिका के अंदर पॉवर विंडो स्विच, म्यूजिक सिस्टम, रिवर्स और फ्रंट व्यू कैमरा और एक स्पीडो मीटर लगाया गया है।
कार में एक साउंड सिस्ट भी लगाया गया है। कार के अंदर डैशबोर्ड को भी कबाड़ से ही बनाया गया है। डैशबोर्ड में सभी उपकरणों के कण्ट्रोल सिस्टम को लगाया गया है। इन्हे संचालित करने के लिए कई स्विच भी लगाए गए हैं। कार में चार गियर के साथ एक रिवर्स गियर भी लगाया गया है।
सबसे मजे की बात तो यह है कि इस कार में हीरो ग्लैमर का 125 सीसी इंजन लगाया गया है। कार के अंदर दो लोगों की बैठने की जगह दी गई है। यह कार लेम्बोर्गिनी के ओरिजिनल मॉडल से काफी छोटी है जिसके कारण इसमें अंदर जाने और बहार आने में थोड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।
Image Courtesy: Arun Smoki