Just In
- 54 min ago ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में Honda Amaze को लगा झटका! इस सेक्शन में मिली '0' रेटिंग्स
- 3 hrs ago Hyundai की इस धांसू सेडान पर मिल रहा बंपर डिस्काउंट, शानदार फीचर्स और पावरफुल इंजन से है लैस
- 16 hrs ago KIA की इस कार को ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में मिली 5-स्टार रेटिंग्स, भरपूर सुरक्षा सुविधाओं से है लैस
- 19 hrs ago चिलचिलाती गर्मी में लखनऊ ट्रैफिक पुलिस को मिला खास हेलमेट, अब और एक्शन में नजर आएगी पुलिस
Don't Miss!
- Technology Nokia 225 4G 2024 के रेंडर, स्पेसिफिकेशंस लीक, यहां जानिए क्या कुछ होगा खास
- Lifestyle Kiwi Lemonade: गर्मी में बॉडी को हाइड्रेटेड रखने के लिए बनाएं कूल-कूल कीवी लेमोनेड
- Movies Sara Tendulkar से ब्रेकअप के बाद Shubman Gill का आया इस हसीना पर दिल, स्पेनिश गर्ल को कर रहे हैं डेट ?
- Finance Home Loan लेते समय इन चीजों का रखें खास ख्याल, बाद में कई परेशानियों से बच जाएंगे आप
- News Patanjali case: सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद पतंजलि ने दोबारा जारी किया माफीनामा, जानिए इस बार क्या-क्या कहा?
- Education MP Board Result 2024: एमपी बोर्ड 10वीं, 12वीं रिजल्ट आज होंगे जारी, देखें पिछले पांच वर्षों के पास प्रतिशत
- Travel अगले 2 सालों में पूरी तरह से तैयार हो जाएगा चेन्नई एयरपोर्ट का नया टर्मिनल, Know Details
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
Villager Builds Cheap Electric Bike: गांव के लड़के ने बनाई सस्ती इलेक्ट्रिक बाइक, पैडल चलाने पर होती है चार्ज
एक तरफ जहां पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से आम आम जन परेशान हैं। वहीं दूसरी तरफ लोग अब परिवहन के संसाधनों को बदलने की तरफ कदम उठाने लगे हैं। सरकार भी पेट्रोल और डीजल की खपत कम करने के उद्देश्य से बैटरी पर चलने वाली कार और बाइक को बढ़ावा दे रही है। सरायकेला खरसावां जिले के बासुरदा गांव के रहने वाले युवा वैज्ञानिक कामदेव पान ने इलेक्ट्रिक बाइक का निर्माण कर स्थानीय लोगों को पेट्रोल बाइक का विकल्प प्रदान किया है।
भौतिकी विज्ञान से स्नातक कामदेव पान ने अपने 2 साल के कड़ी लगन और मेहनत के बदौलत इको फ्रेंडली बाइक का निर्माण किया है, जो पर्यावरण के अनुकूल है और बैटरी से संचालित होता है। वैसे तो आज के दौर में इलेक्ट्रिक गाड़ियों का चालान बढ़ रहा है लेकिन महंगी होने के चलते इन्हे लोग खुलकर नहीं अपना रहे हैं।
जहां बड़े-बड़े कंपनियों की ओर से ऊंची कीमतों पर इलेक्ट्रिक व्हीकल का निर्माण किया जा रहा है। कामदेव ने महज 34,000 की लागत से इस दोपहिया इलेक्ट्रिक ईको फ्रेंडली बाइक का निर्माण कर डाला है, जो एक बार चार्ज होने पर 50 से 60 किलोमीटर तक आसानी से चलती है, और इस पर डेढ़ क्विंटल का वजन डाला जा सकता है।
इस बेहतरीन निर्माण को लेकर झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी काफी सराहा है। पिछले दिनों रांची में मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे कामदेव के इलेक्ट्रिक बाइक को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बारीकी से देखा, चलाया और इस युवा वैज्ञानिक की जमकर तारीफ की।
कामदेव पान ने महज 16 साल की उम्र में अपने गांव में रिसर्च करते-करते अपने साइकिल को मोटर संचालित बनाया था तब से कामदेव की रुचि नए-नए रिसर्च करने में है। अब तक बाजारों में मिलने वाले इलेक्ट्रिक बाइक या स्कूटी को बिजली से चार्ज किया जाता है लेकिन कामदेव की ओर से बनाए गए इको फ्रेंडली बाइक को बिजली के अलावा पैडल से चला कर भी आसानी से चार्ज किया जा सकता है, जो कि सबसे नवीनतम तकनीक है।
कामदेव की ओर से रिसर्च कर नए-नए शोध और खोज किए जाने का अब हर किसी को दिलचस्पी से इंतजार रहता है। काफी कम समय में कामदेव ने पूरे झारखंड में एक अलग पहचान बना ली है। अपने लगन और मेहनत से तैयार किए गए इस इको फ्रेंडली बाइक को कामदेव ने मेड इन झारखंड का नाम दिया है।
कामदेव के इस मिसाल से ना सिर्फ परिवार बल्कि पूरे गांव के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। कामदेव अपनी जिज्ञासा शांत करने के बाद अपनी पत्नी को भी रिसर्च के प्रति जागरूक कर रहे हैं और उन्हें भी जानकारियां प्रदान करते हैं। वे बताते हैं कि अगर कोई कंपनी निवेश में मदद करे तो इस बाइक का निर्माण और भी कम कीमत पर किया जा सकता है।
Source: Etv Bharat