Just In
- 7 hrs ago टोल प्लाजा पर अब नहीं होंगे ये बोर्ड! केंद्र सरकार ने लिया अहम फैसला, जानें डिटेल्स
- 13 hrs ago Bigg Boss फेम आयशा खान ने खरीदी MG की ये धांसू कार, जानें क्या है खासियत?
- 15 hrs ago मामूली सुरक्षा के बावजूद, बिक्री में टॉप है Maruti Suzuki की ये कारें, आपको कौन सी है पसंद?
- 1 day ago 3 घंटे में पूरा होगा 900 KM का सफर, अहमदाबाद से दिल्ली तक चलेगी दूसरी बुलेट ट्रेन, जानें Railways की प्लान
Don't Miss!
- News संजय सिंह का दावा- विधायक अमानतुल्ला खान के खिलाफ ईडी गढ़ रही बेबुनियाद मामला, अरेस्ट करने की कर रही तैयारी
- Education Jharkhand Board 10th Result 2024: कल आयेगा झारखंड बोर्ड 10वीं का परिणाम, कैसे चेक करें JAC Matric Result
- Movies VIDEO: भगवान कृष्ण के सामने सीमा ने की अश्लीलता, वीडियो देख भड़के लोग बोले- कौन से कोठे पर...
- Lifestyle जहरीले अंगूर खाने से बिगड़ सकती हैं तबीयत, एक्सपर्ट ने बताया खाने से पहले कैसे करें साफ
- Finance Quarter 4 Result: Bajaj और Infosys ने जारी किया चौथे क्वार्टर का रिजल्ट, दोनों को मिला है बंपर मुनाफा
- Technology डॉक्सिंग क्या होती है, क्या इसके लिए जेल जाना पड़ सकता है?
- Travel बोरिंग जिंदगी से चाहिए ब्रेक तो घूम आएं ये 6 बटरफ्लाई पार्क, जहां फूलों में रंग भरती हैं तितलियां
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
इमरजेंसी लैडिंग से पहले ईंधन क्यों गिराते हैं विमान, जानें क्या है वजह
हवाई जहाज अक्सर अधिकतम लैंडिंग वेट के मुकाबले ज्यादा वजन के साथ एयरपोर्ट से उड़ते हैं। लेकिन लैंडिंग करते हुए विमानों का वजन कुछ कम हो जाता है। जिससे वह बिना किसी नुकसान के आसानी से लैंडिंग कर सकते है।
एक सामान्य उड़ान के दौरान प्लेन के ईंधन को सामान्य तरीके से जलाया जाता है, जिससे विमान का वजन कम हो जाता है, और वह आसानी से एयरपोर्ट पर लैंड हो जाता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि अगर किसी प्लेन को किसी समस्या के चलते इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़े।
कभी-कभी ऐसा होता है कि प्लेन को उड़ान के दौरान कुछ तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ता है तो उसकी इमजेंसी लैंडिंग करानी पड़ती है। ऐसे में विमान का वजन कम करने के लिए ईंधन को जलाने का मौका नहीं मिलता है।
तो सवाल यह उठता है कि ऐसी स्थिति में विमान को हल्का करने करने के लिए क्या किया जाता है। ऐसे में एक ही रास्ता बचता है कि विमान के अतिरिक्त वजन से जल्द से जल्द छुटकारा पाया जाए और इसके लिए विमान के ईंधन को डंप करना पड़ता है।
ऐसा ही एक मामला मंगलवार को डेल्टा फ्लाइट 89 के साथ हुआ था, जिसमें प्लेन के पायलटों द्वारा चुने गए एक्शन के दौरान इंजन की समस्याओं के कारण उन्हें लॉस एंजिल्स अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी।
जिसके बाद उस तकनीकी समस्या को दूर करके वाइड-बॉडी प्लेन बोइंग 777 में लंबी दूरी के लिए ईंधन को भरा गया और फिर उसने शंघाई के लिए उड़ान भरी। उड़ान के दौरान तकनीकी खराबी के चलते प्लेन के कप्तान के पास तीन विकल्प होते हैं।
पहला यह कि वह जल्दी और अधिक वजन के साथ प्लेन को लैंड करा सकता है, जो कि प्लेन के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है और लैडिंग के दौरान जरा सी चूक के चलते पूरे प्लेन में विस्फोट या आग लग सकती है।
दूसरा अधिकतम लैंडिंग भार तक पहुंचने के लिए लंबे समय तक उड़ान भरते रहे औ ज्यादा से ज्यादा ईंधन को जला दें, जिसे आसानी से लैंड किया जा सके, लेकिन आपातकालीन स्थिति में ऐसा करना संभव नहीं होता है।
तीसरा विकल्प यह है कि विमान के ईंधन को जलाने के बजाय उसे डंप कर दिया जाए। ईंधन को डंप करना आपातकालीन स्थिति में एक बहुत ही आसान और सुरक्षित तरीका है, जिससे जल्द ही इमरजेंसी लैंडिंग की जा सकती है।