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जावा 42 लदी हुई थी टेम्पो के ऊपर फिर भी कट गया ओवरस्पीडिंग का चालान, जानें कैसे
ओवरस्पीडिंग देश में सड़क दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण है। हर साल ओवरस्पीडिंग के चलते हजारों दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें बहुत से लोग घायल होते हैं, तो बहुत से लोग अपनी जान गंवा बैठते हैं। सरकार ने ओवरस्पीडिंग को रोकने के लिए कई तरह के कड़े कानून बनाए हैं।
पुलिस भी तेज रफ्तार से वाहन चलाने के खिलाफ कई तरह के अभियान चलाती है। अब ओवरस्पीडिंग को रोकने के लिए सरकार और पुलिस विभाग नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रही है, जिसके तहत कई प्रमुख शहरों में ऑटोमेटिक कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इन कैमरों में रफ्तार का पता लगाने की क्षमता के साथ-साथ नियमों को तोड़ने वाले वाहन की तस्वीरें खींचने की भी क्षमता होती है। हालांकि इतने प्रयासों के बाद भी बहुत से लोग तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने से बाज नहीं आते हैं और कुछ मामलों में वे पकड़े भी जाते हैं।
वैसे देखा जाए तो ऑटोमेटेड सिस्टम लगभग सभी मामलों में सही होते हैं, लेकिन कभी-कभी ये ऑटोमेटेड सिस्टम गलत गाड़ियों पर चालान लगाता देते हैं। हाल ही के एक मामले में जो ऑटोमेटिक सिस्टम की सीमाओं को उजागर करता है।
इस मामले में ऑटोमेटिक सिस्टम ने एक जावा 42 पर चालान लगा दिया था, जिसकी बैटरी डाउन हो गई थी और उसे एक टेम्पो पर लाद कर ले जाया जा रहा था। हैरानी की बात यह है कि इस जावा 42 को ओवरस्पीडिंग के लिए बुक किया गया है।
खास बात यह है कि यह घटना नई दिल्ली में दो स्थानों पर हुई। पहली ट्रैफिक आइलैंड, खजुरी चौक फ्लाईओवर, उस्मानपुर में और दूसरी आउटर रिंग रोड, ब्लॉक ई, गांधी विहार में हुई थी। ये उन स्थानों में से हैं, जहां ऑटोमेटेड कैमरा लगाए गए हैं।
मोटरसाइकिल के मालिक, मनोज कुमार को यह जुर्माना देखकर आश्चर्य हुआ और उन्होंने जावा फेसबुक पेज पर अपना अनुभव दूसरों के साथ पोस्ट किया है। स्पीड कैमरों में स्पष्ट रूप से एक टेम्पो पर सवार मोटरसाइकिल को देखा जा सकता है।
इस मामले से ऑटोमेटिक सिस्टम की विफलता को समझा जा सकता है। एक इंसान आसानी अपने पहियों चलने वाली बाइक और टेम्पो पर लदी बाइक में अंतर पहचान सकता है। स्वचालित गति कैमरों ने ठीक वही किया जो उन्हें करने के लिए प्रोग्राम किया गया है।
जिसके परिणामस्वरूप मोटरसाइकिल के लिए एक गलत ओवरस्पीडिंग का चालान जारी कर दिया गया है। हालांकि इस तरह के मामले काफी दुर्लभ हैं, इसलिए भविष्य में इस प्रकार की गलतियों से बचने के लिए इस प्रणाली को अपग्रेड नहीं किया जाएगा।
Image Courtesy: Manoj Kumar