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Humble One: दुनिया की पहली सौर ऊर्जा से चलने वाली एसयूवी, फुल चार्ज पर चलती है 800 किलोमीटर
दुनिया भर में इलेक्ट्रिक वाहनों की वृद्धि अब काफी वास्तविक है क्योंकि अधिकांश कार निर्माता अब इलेक्ट्रिक कारों के विकास पर ध्यान दे रहे हैं। लेकिन कुछ चिंताएं अभी भी बनी हुई हैं। इलेक्ट्रिक कारों को चार्ज करने के लिए बिजली की जरूरत होती है जो कि अधिकतर जीवाश्म ईंधन से बनाया जाता है। समस्या यह है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ोतरी से बिजली की खपत बढ़ेगी। बिजली की सप्लाई बढ़ाने के लिए अधिक बिजली का उत्पादन करना होगा। इस तरह बिजली की खपत बढ़ने से इसे तैयार करने में अधिक जीवाश्म ईंधन का इस्तेमाल किया जाएगा जिसके परिणाम स्वरुप प्रदूषण बढ़ेगा।
हालांकि, अब कुछ कंपनियां ऐसी इलेक्ट्रिक कार बनाने में व्यस्त हैं जिन्हें चार्ज करने के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं होगी। यें कारें अपनी जरूरत की बिजली का उत्पादन खुद ही कर सकती हैं। इस विचार को धरातल पर उतारने का काम सोलर पैनल से चार्ज होने वाली कार कर रही है।
अभी हाल ही में कैलिफोर्निया की स्टार्टअप कंपनी ने 'हम्बल वन' इलेक्ट्रिक एसयूवी को पेश किया है जिसकी बैटरी सोलर पैनल से चार्ज होती है। कंपनी ने इस कार के छत पर सोलर पैनल लगाया है जो बैटरी को काफी तेजी से चार्ज करती है। कार की छत पर लगा सोलर पैनल पार्किंग में कार के खड़े होने पर खुल जाता है जिससे अधिक सतह पर धुप पड़ती है बैटरी जल्दी चार्ज होता है।
बैटरी के पर्याप्त चार्ज होते ही सोलर पैनल अपने आप ही फोल्ड भी हो जाता है। कंपनी के अनुसार अगर आप शॉपिंग करने निकले हों, तो यह कार 1-2 घंटे में चार्ज हो जाएगी जिससे यह 80-90 किलोमीटर तक आसानी से चल सकती है। सोलर पैनल से चार्जिंग का इस्तेमाल तब भी किया जा सकता है जब कार में काफी कम बैटरी बची हो या पास में चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध न हो।
कंपनी ने अनुसार हम्बल वन फुल चार्ज पर 800 किलोमीटर की रेंज प्रदान करती है। यह आंकड़ा वर्तमान में दुनिया भर में उपलब्ध कुछ प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहनों से भी बेहतर है। हम्बल वन अधिकतम 1020 बीएचपी का पॉवर प्रदान करती है।
हम्बल वन एसयूवी 5,029 मिमी लंबी है, जो टोयोटा कोरोला से थोड़ी लंबी है। यह टेस्ला साइबर ट्रक की तुलना में थोड़ी छोटी और 680 किलोग्राम हल्की है। इस कार का कुल वजन 1814 किलोग्राम है।
हम्बल वन को बनाने वाली कंपनी हम्बल मोटर्स का मानना है कि भविष्य इलेक्ट्रिक कारों का है, लेकिन इनमें भी कार्बन उत्सर्जन को कम करना चुनौती है। फिलहाल हम्बल वन एसयूवी डेवलपमेंट स्टेज में है लेकिन यह भविष्य में आने वाली उत्सर्जन मुक्त कारों का प्रतिनिधित्व कर सकती है।
सौर ऊर्जा से चलने वाली कारें न केवल इलेक्ट्रिक कारों को रिचार्ज करने के लिए जीवाश्म-ईंधन से उत्पन्न बिजली पर निर्भरता को कम करेंगी, बल्कि चार्जिंग बुनियादी ढांचा स्थापित करने के लिए समग्र लागत को कम करने में मदद भी करेगी।