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इस देश की पुलिस के पास है दुनिया की सबसे आश्चर्यजनक कारें
जब आप जर्मनी जायेंगे तो ज्यातर उम्मीद है कि आपको वहां की पुलिस फौक्सवेगन पसात और अन्य लग्जरी कार चलाते हुए दिख जाये।
पुलिस और रफ्तार का नाता बेहद ही पुराना है। जब भी बात पुलिसिंग या उनके सिस्टम की होती है तो उनकी सवारी का जिक्र होना लाजमी है। वहीं दुनिया भर के बेहतरीन पुलिस वालों की फेहरिस्त में शुमार जर्मनी पुलिस की सवारी भी बेहद ही खास है। आपने अब तक पुलिसिंग में कई लग्जरी और बेहतरीन सेफ्टी फीचर्स वाले कारों को दौड़ते हुए देखा होगा। लेकिन जर्मनी पुलिस के काफिले में अब तक कई ऐसी कारों को शामिल किया गया है जिस देखकर शायद आप भी चौक जायेंगे।
जब आप जर्मनी जायेंगे तो ज्यातर उम्मीद है कि आपको वहां की पुलिस फौक्सवेगन पसात और अन्य लग्जरी कार चलाते हुए दिख जाये। लेकिन इसके अलावा और भी कुछ ऐसी कारें हैं जिनके उपर पुलिस का बैज और सायरन लाइट देखकर शायद आप दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो जायें। इसलिए यदि आपको जर्मनी की सड़कों पर कुछ अजीबो गरीब कारें दिखें तो उसे हलके में मत लें हो सकता है कि वो जर्मन पुलिस की कार हो। तो आइये आपको मिलवाते हैं जर्मन पुलिस के कुछ ऐसे ही कूलेस्ट कारों से -
बीएमडब्लू इसेता:
तो आइये शुरू करते हैं जर्मन पुलिस की सबसे पुरानी कार से, ये है बीएमडब्ल्यू इसेता (BMW Isetta)। इस कार को देखने के बाद आप बेशक हैरान हो गये होंगे कि भला किसी एनिमेशन फिल्म में दिखाई जाने वाली कार की तरह दिखने ये कार जर्मन पुलिस इस्तेमाल करती है। हो सकता है कि आपकी नजर में ये कार पुलिस डिपार्टमेंट के लिए बिलकुल भी फिट न बैठती हो लेकिन आपको बता दें कि, दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जर्मन पुलिस को एक ऐसी कार की जरूरत थी जो कि कम खर्च में आसानी से पुलिस की जरूरतों को पूरा कर सके। चूकिं उस दौर में जर्मनी की अर्थव्यवस्था उतनी मजबूत नहीं थी।
वहीं बीएमडब्ल्यू इसेता जर्मन पुलिस की इन सभी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम थी। इतना ही नहीं बीएमडब्लू इसेता सन 1960 तक जर्मन पुलिस द्वारा कई क्षेत्रों में प्रयोग की जाती रही है। इसमें कुछ मोडिफिकेशन किये गये जैसे कि ग्रीन पेंट, सिग्नल ब्लू फ्लैशिंग लाइट, रेडियो इत्यादि। बीते साल 2013 में बीएमडब्लू इसेता को 86,000 डॉलर में नीलाम किया गया था।
पोर्शे 356बी कैब्रियो:
जर्मनी की बेहतरीन कार निर्माता कंपनी पोर्शे की बेहतरीन कार पोर्शे 356बी कैब्रियो (Porsche 356B Cabrio) को 23 नवंबर 1960 में डसॅलडॉर्फ पुलिस डिपार्टमेंट में शामिल किया गया। हालांकि बीएमडब्ल्यू इसेता के मुकाबले ये कार काफी बेहतर थी। इस कार का प्रयोग जर्मन पुलिस गश्त के लिए करती थी। कई मायनों में ये कार पुलिस के कार्यों के लिए उपयुक्त थी।
ये कार वहां की पुलिस के काफिले में तकरीबन 6 सालों तक रही। इसे बाद में मोडिफाई भी किया गया जिसमें एक बड़ा गैस टैंक, सिंगल फ्लैश लाइट, लाउड स्पीकर, एडिशनल ब्रेक लाइट, रेप्लैंट अपहोल्सटरी इत्यादि को शामिल किया गया। आपको बता दें कि, पोर्शे 356बी कैब्रियो अभी भी सर्विस में है और इसे बेल्जियम में प्राइवेट कार कलेक्शन में रखा गया है।
मर्सडीज बेंज एस क्लॉस:
नब्बे के दशक में जर्मन पुलिस के काफिले में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला जब मर्सडीज बेंज एस क्लॉस को शामिल किया गया। कंपनी ने 5 (Mercedes-Benz S-Class) को मॉडिफाई किया जिसे फेडरल पुलिस की फ्लीट में शामिल किया गया। कंपनी ने इन सिडान कारों में कई अत्याधुनिक फीचर्स और तकनीक को शामिल किया था जिससे ये पुलिस की सभी जरूरतों को अच्छी तरक पूरा करती थी। हालांकि इस कार का ज्यादातर प्रयोग फेडरल पुलिस के बजाय बंडेसबैंक द्वारा किया।
ये बैंक इन कारों का प्रयोग पैसों को लाने और ले जाने के लिए करती थी। आपको बता दें कि, इस कार में कंपनी ने 4.2 लीटर की क्षमता का वी8 इंजन प्रयोग किया था। इसके अलाव इसमें आॅनबोर्ड मशीनगन, फायर इस्टींग्युशर और अन्य सेफ्टी फीचर्स को शामिल किया था। इस कार में दिये गये फीचर्स और तकनीकी के कारण इसकी कीमत काफी उंची हो गई थी। यदि कीमत की बात की जाये तो ये कार तकरीबन 1.2 मीलियन यूरो की थी। हाल ही में इसी कार को इबे पर नीलाम किया गया था जिसके बदले महज 10,000 यूरो ही मिले थें।
बीएमडब्ल्यू एम3:
ये उस समय की बात है जब जर्मन पुलिस को रफ्तार का चस्का लग चुका था। बीएमडब्ल्यू की शानदार कार बीएमडब्ल्यू एम3 (BMW M3) को जब डिपार्टमेंट में शामिल किया गया। उस वक्त ज्यादातर अपराधियों के हाथ पांव फुल गये थें। क्योंकि ये कार अपने हाई स्पीड और पिकअप के लिए खासी मशहूर थी। 321 हॉर्स पॉवर की शक्ति ने इस कार को अग्निदूत बना दिया था।
ये कार महज 5.5 सेकेंड में ही 62 मील (100 किलोमीटर) प्रतिघंटा की रफ्तार पकड़ने में सक्षम थी। इसके अलावा इस कार की टॉप स्पीड 155 मील (249 किलोमीटर) प्रतिघंटा थी। अब आप इसकी स्पीड से ही इस कार की उपयोगिता का अंदाजा लगा सकते हैं।
फोक्सवेगन इ-गोल्फ
फौक्सवेगन इ-गोल्फ जर्मन पुलिस डिपार्टमेंट में एक बड़े बदलाव का पहला संकेत थी। नई (Volkswagen e-Golf) पूरी तरह से इलेक्ट्रिक कार है और इसे जर्मन पुलिस के काफिले में सितंबर 2014 में शामिल किया गया। इस कार की सबसे बड़ी खासियत यही थी कि इसके प्रयोग से प्रदूषण नहीं होता था। इसके अलावा इलेक्ट्रिक मोटर होने के चलते ये कार पूरी तरह से साइलेंट थी यानि की आवाज नहीं करती थी। जिसकी वजह से इस कार के आने की खबर भी किसी को नहीं लगती थी।
हालांकि इन सभी खूबियों के बावजूद इस कार में एक कमी थी कि ये कार परफार्मेंश के मामले में अन्य डीजल और पेट्रोल कारों के मुकाबले कमजोर साबित हो रही थी। चूकिं ये एक आॅल इलेक्ट्रिक व्हीकल थी तो इसलिए एक बार चार्ज होने के बाद ये कार महज 118 मील तक का ही सफर कर सकती थी। इसके अलावा इस कार की स्पीड भी कम थी। ऐसे कई मामले देखने को मिले जब वहां की पुलिस किसी का पीछा कर रही थी लेकिन चॉर्जिंग खत्म होने के कारण उनकी कार बंद पड़ गई और अपराधी फरार हो गया। हालांकि इलेक्ट्रिक कार को काफिले में शामिल करना एक शानदार प्रयोग था।
टेक आॅर्ट पोर्शे 911 करेरा एस:
पोर्शे की एक और बेहद ही शानदार कार पोर्शे 911 करेरा एस को भी हाल ही में जर्मन पुलिस के काफिले में शामिल किया गया था। इस कार की खासियत ये थी कि इसे टेक आॅर्ट द्वारा विशेषकर पुलिस के कार्यों को ध्यान में रखकर ट्यून किया गया था। ये कार कुल 370 हॉर्स पॉवर का आउॅटपुट देती थी।
बेहद ही दमदार इंजन क्षमता के चलते ये कार महज 4.5 सेकेंड में ही 62 मील (100 किलोमीटर) प्रतिघंटा की रफ्तार पकड़ने में सक्षम थी। इस कार को बीते साल 2005 में जर्मन पुलिस के काफिले में शामिल किया गया था। अपने दमदार इंजन क्षमता और टॉप स्पीड के कारण ये कार वहां के पुलिस डिपार्टमेंट को खासी पसंद थी।
ब्राबस मर्सडीज बेंज सीएलएस वी12:
जर्मन पुलिस के काफिले का रॉकेट कही जाने वाली ब्राबस मर्सडीज बेंज सीएलएस वी12 अपने दमदार इंजन क्षमता और खास तौर पर ट्यून की गई पद्धत्ती के कारण ज्यादा मशहूर रही है। इस कार का इंजन इस प्रकार से ट्यून किया गया था कि ये कार आसानी से 730 हॉर्स पॉवर की आॅउटपुट जेनरेट करती थी। इस कार में कंपनी ने बायो टर्बो वी12 इंजन का प्रयोग किया था। इसके अलावा इस कार की टॉप स्पीड 225 मील (362 किलोमीटर) प्रतिघंटा थी।
इसकी स्पीड से ही आप इस कार की उपयोगिता का अंदाजा लगा सकते हैं। कंपनी ने इस कार की स्पीड को ध्यान में रखते हुए इसमें कई बेहतरीन सेफ्टी फीचर्स को भी शामिल किया था। ये जर्मनी की रोड़ पर दौड़ने वाली सबसे तेज रफ्तार सिडान कार है।
एबीटी आॅडी आर8 जीटीआर:
आॅडी की बेहतरीन स्पोर्ट कार आर8 को कंपनी ने जर्मन पुलिस के लिए मोडिफाई किया है, जिसे (ABT Audi R8 GTR ) नाम दिया गया। बीते साल 2011 में जर्मनी की ट्यूनिंग कंपनी एबीटी को आॅडी आर8 को मॉडिफाई और ट्यून करने के लिए नियुक्त किया गया था। इस कार में कंपनी ने 5.2 लीटर की क्षमता का वी10 इंजन प्रयोग किया गया है। ये इंजन कार को 620 हॉर्स पॉवर की शक्ति प्रदान करता है।
इतना ही नहीं ये कार महज 3.2 सेकेंड में ही 62 मील (100 किलोमीटर) प्रतिघंटा की रफ्तार पकड़ने में सक्षम है। इसके अलावा ये कार 9.9 सेकेंड में 124 मील (200 किलोमीटर) प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ती है। इस कार की टॉप स्पीड 202 मील यानि की (325 किलोमीटर) प्रतिघंटा है। जर्मन पुलिस की ये सुपरकार अपने स्पीड और एक्जेलरेशन के वजह से खासी मशहूर रही है।
मिनी कूपर जेसीडब्ल्यू:
मिनी कूपर को जर्मन पुलिस के काफिले में शामिल करने के दौरान इसमें किसी भी तरह के तकनीकी बदलाव नहीं किये गये। एक तौर पर इस कार को महज प्रदर्शन के लिए ही रखा गया है। इस कार में कंपनी ने वही पुराना 2.0 लीटर की क्षमता का 4 सिलेंडर युक्त इंजन प्रयोग किया है जो कि कार को 231 हॉर्स पॉवर की शक्ति प्रदान करता है। इसके अलावा इस कार में पुलिस की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सभी एक्सेसरीज को लगाया गया है जैसे कि, रूफ माउंटेउ फ्लैशिंग लाइट, रेडियो इत्यादि।
इसके अलावा इसमें पुलिस के खास पहचान के लिए इसे पेंट भी किया गया है। अन्य तकनीकी फीचर्स इस कार के पूर्वत: ही है। हालांकि ये कार युवा पुलिस आॅफिसर्स को खासी पसंद आती है। अपने खास छोटे आकार के चलते ये कार आसानी से तंग गलियों में भी दौड़ने में सक्षम है। इसके इसी उपयोगिता के चलते पुलिस इसमें सफर करना पसंद भी करती है।
शेवरले कॉरवेट स्टींग्रे:
ऐसा बहुत कम ही देखने को मिलता है कि जर्मन को अमेरिकी वस्तुएं पसंद आयें लेकिन रफ्तार और उपयोगिता के मामले में ये शायद संभव है। यही कारण है कि अमेरिका की प्रमुख कार निर्माता कंपनी जनरल मोटर्स की सब ब्रांड शेवरले की बेहतरीन कार कॉरवेट स्टींग्रे (Chevrolet Corvette Stingray) को जर्मन पुलिस के काफिले में शामिल किया गया। इस कार को खास तौर पर वहां के पुलिस डिपार्टमेंट के लिए ट्यून किया गया है। इस कार में कंपनी ने 6.2 लीटर की क्षमता का वी8 इंजन प्रयोग किया है जो कि कार को 466 हॉर्स पॉवर की दमदार शक्ति प्रदान करता है।
इसके अलाव इस कार को खास कूपे का डिजाइन भी दिया गया है। कार में बॉडी किट, फ्लैशिंग लाइट, लाउडस्पीकर, टेलिफोन इत्यादि जैसे एडिशनल फीचर्स को शामिल किया गया है। हालांकि इस कार में सरकार के निर्देशों के बाद एक बड़ा बदलाव ये किया गया है कि इसमें से 8 स्पीड आॅटोमेटिक गियरबॉक्स के बजाय 7 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन गियरबॉक्स को शामिल किया गया है।
जर्मनी की पुलिस दुनिया भर में अपने खास पुलिसिंग के साथ साथ अपनी बेहतरीन कारों के लिए मशहूर है। शुरू से ही जर्मनी पुलिस ने अपने काफिले में बेहतरीन कारों को शामिल किया गया है। खैर जर्मनी इस ऐसा देश हैं जहां पर रफ्तार सबकी रगो में खून बनकर दौड़ता है। दुनिया के बेहतरीन कार रेसर्स की धरती है जर्मनी, शायद आपको माइकल शुमाकर का नाम याद हो।