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देश में ड्राइविंग लाइसेंस की मांग बढ़ी, उत्तरप्रदेश में 30 प्रतिशत हुई वृद्धि
देश में न्यू मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद बहुत बदलाव देखने को मिला है जिसमें से एक ड्राइविंग लाइसेंस की बढ़ती मांग है। देशभर में नए ड्राइविंग लाइसेंस बनावाने वालों में भरी वृद्धि हुई है।
उत्तरप्रदेश जैसे राज्य में सिंतबर 2019 में करीब 30 प्रतिशत अधिक लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस जारी किये गए है। वहीं परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस जारी किये जाने में 10 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी है।
न्यू मोटर व्हीकल एक्ट के तहत फाइन बढ़ने की वजह से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के साथ साथ ट्रैफिक नियम का उल्लंघन करने वालों में भी भरी कमी है। देश के कई हिस्सों खासकर दिल्ली में वाहन के प्रदुषण स्तर की जांच करवाने वालों में जबरदस्त वृद्धि हुई है।
बतातें चले कि यह नया नियम दिल्ली, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, ओड़िशा जैसे राज्यों में लागू कर दिया गया है, जिस वजह से इन जगहों पर नए नियम का खासा असर देखने को मिला है।
उत्तरप्रदेश में अगस्त 2019 में 91,700 लर्निंग लाइसेंस जारी किये गए थे लेकिन सिंतबर में यह बढ़कर 1.22 लाख पहुँच गया है। वहीं स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस जारी किये जाने का आकड़ा अगस्त के 57,000 से बढ़कर सिंतबर में 68,000 पहुंच गया है।
देश की राजधानी से सटे शहरों जैसे नॉएडा, गाजियाबाद में इसका प्रभाव अधिक देखनें को मिला है। ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों में बहुत हद तक कमी आयी है और इसका सीधा कारण बढ़े हुए ट्रैफिक जुर्माने है।
कुछ समय पहले ही देश के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बयान दिया था कि देश में करीब 30 प्रतिशत ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी व झूठे है। कई लोग तो ड्राइविंग लाइसेंस ही नहीं बनवाते है।
लेकिन अब इसमें सुधार होता दिखा रहा है। देश की राजधानी सहित अन्य राज्यों में वाहनों का प्रदूषण स्तर की जांच करवाने, ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने तथा हेलमेट की खरीदी में वृद्धि देखी गयी है।
बतातें चले कि सिर्फ उत्तप्रदेश में 3 करोड़ से अधिक वाहन रजिस्टर है लेकिन परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस व लर्निंग लाइसेंस को जोड़ने के बाद भी इतने ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बनाये गए है।
माना जा रहा है कि आने वाले महीनों में न्यू मोटर व्हीकल एक्ट कड़ाई से बरते जाने के बाद इसमें और भी वृद्धि देखी जा सकती है। हालांकि कई राज्यों में इसे अभी भी लागू नहीं किया गया है।
ड्राइवस्पार्क के विचार
देश में न्यू मोटर व्हीकल एक्ट को 1 सिंतबर से लागू किये जाने के बाद इसका प्रभाव सामने आ रहा है। यह ट्रैफिक व्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव डाल रहा है लेकिन अधिकतर लोग इससे नाखुश नजर आ रहे है।