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अगर ड्राइविंग टेस्ट में हो गए हैं फेल तो मांग सकते हैं वीडियो रिकाॅर्डिंग, ये होगा फायदा
अगर आप ड्राइविंग टेस्ट में फेल हो गए हैं तो कोई बात नहीं। अब आपकी गलतियों को सुधारने में दिल्ली परिवहन विभाग आपकी मदद करेगा। दरअसल, दिल्ली परिवहन विभाग (DTC) ने ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट में फेल होने वाले लोगों के ज्यादा दर को देखते हुए वीडियो रिकॉर्डिंग साझा करने की योजना बनाई है। इस वीडियो रिकॉर्डिंग में ड्राइविंग टेस्ट में की गई गलतियों को दिखाया जाएगा जिसे देखकर आवेदक अगली बार के टेस्ट में सुधार कर सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह सुविधा अक्टूबर से ऑटोमेटेड टेस्ट ट्रैक पर ड्राइविंग टेस्ट देने वाले आवेदकों के लिए शुरू की जाएगी। टेस्ट में फेल होने वाले लोगों को एक विस्तृत टेस्ट रिपोर्ट के साथ वीडियो रिकॉर्डिंग भी दिया जायेगा जिसमें उनकी की गई गलती का क्लिप होगा। जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो क्लिप लोगों को व्हाट्सऐप मैसेजिंग के जरिये भेजा जा सकता है।
ड्राइविंग टेस्ट में फेल होने वाले लोगों को अक्सर उनके द्वारा की गई गलतियों के बारे में पता नहीं होता जिससे कारण वे दोबारा वही गलतियों को दोहराते हैं। हालांकि, नई ड्राइविंग टेस्ट प्रणाली में टेस्ट ट्रैक में लगे कैमरों की मदद से परीक्षण किया जाता है। यह कैमरे टेस्ट की पूरी रिकॉर्डिंग करते हैं और वीडियो के रूप में आवेदकों का डेटाबेस भी रखा जाता है।
अब इसी वीडियो का इस्तेमाल लोगों को उनकी गलतियां बताने के लिए किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली परिवहन विभाग पिछले कई महीनों से इस तरह की प्रणाली को विकसित करने पर काम कर रहा था लेकिन कोरोना महामारी की दूसरी लहर से काम सुस्त पड़ गया।
वीडियो क्लिप के अलावा, विभाग असफल आवेदकों को परीक्षण की एक विस्तृत रिपोर्ट भी भेजेगा, जिसमें यह जानकारी होगी कि उन्होंने प्रत्येक मापदंडों पर कैसा प्रदर्शन किया। ड्राइविंग टेस्ट देने से पहले आवेदक को स्वचालित परीक्षण ट्रैक के बारे में जानकारी देने के लिए ऑडियो विजुअल प्रेजेंटेशन दिखाया जाएगा।
दिल्ली में रात 10 बजे तक चल रहा है ड्राइविंग टेस्ट
दिल्ली सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए अब रात 10 बजे तक ड्राइविंग टेस्ट लेने के अनुमति दी है। आने वाले दिनों में सभी ऑटोमेटेड ट्रैक पर रात में भी टेस्ट होंगे। इसके लिए सभी जोनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के ट्रैक पर हाई कैपेसिटी वाली लाइट्स लगाई जाएंगी। ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर लाइटिंग इस तरह से होगी कि ट्रैक पर दिन की तरह रौशनी होगी। इन ट्रैक्स पर दिवाली से पहले लाइटिंग का काम शुरू किया जाएगा।
अब पीयूसी भी हुआ अनिवार्य
दिल्ली में सर्दियों से पहले प्रदूषण से निबटने के लिए राज्य में वैद्य पीयूसी सर्टिफिकेट (Pollution Under Control Certificate) को अनिवार्य कर दिया गया है। अब दिल्ली की सड़कों पर बिना पीयूसी के गाड़ी चलाने पर कार्रवाई हो सकती है। बगैर पीयूसी के वाहन चलाते पकड़े जाने पर 10,000 रुपये का जुर्माना 6 महीने की जेल या 3 महीने तक ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किया जा सकता है।
दिल्ली में परिवहन विभाग द्वारा 900 से अधिक अधिकृत प्रदूषण जांच केंद्र हैं, जो शहर भर में फैले पेट्रोल पंपों और कार्यशालाओं में स्थापित हैं। बता दें कि वाहनों का उत्सर्जन स्तर सही होने पर उन्हें पीयूसी सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। अगर वाहन का उत्सर्जन स्तर सीमा से अधिक हो तो ऐसे में उसे पीयूसी सर्टिफिकेट जारी नहीं किया जाता।