Just In
- 4 min ago New Gen Swift ने Japan NCAP क्रैश में हासिल की 4-स्टार सेफ्टी रेटिंग, भारत में जल्द होगी लॉन्च, जानें खासियत?
- 5 hrs ago Bajaj Chetak इलेक्ट्रिक स्कूटर का किफायती वेरिएंट जल्द होगा लॉन्च, जानिए कितनी होगी कीमत?
- 8 hrs ago इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को Google की सौगात, अब EV चार्ज करना होगा और आसान, जानें क्या है नया फीचर?
- 23 hrs ago 3 करोड़ की कार में वोट डालने पहुंचे साउथ सिनेमा के दिग्गज स्टार Dhanush, फैंस ने किया स्वागत
Don't Miss!
- News CG: भाजपा प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने साधा पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर निशाना, कही यह बात
- Movies सीमा हैदर ने सचिन के घर में छुपा रखी है ऐसी-ऐसी चीजे, कैमरा लेकर गुस्साए लोगों ने खंगाल दिए सारे सबूत
- Technology Google Pixel 8a की कीमत डिटेल आई सामने, यहां जानें सबकुछ
- Education UP Board Result 2024: जेल में बन्दी परीक्षार्थी हुए पास, 10वीं में 97% तो 12वीं में 82%
- Lifestyle लाल मिर्च के नाम पर साबुन या ईंट तो नहीं खा रहे हैं आप? ऐसे पता करें
- Finance National Pension Scheme: जानिए कैसे राष्ट्रीय पेंशन स्कीम के जरिए टैक्स बचा सकते हैं आप?
- Travel 5 शहर जो जुझ रहे हैं अत्यधिक भीड़ की समस्या से, अभी ड्रॉप कर दें यहां घूमने जाने का प्लान
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
वह तथ्य जो आप ट्रेन के बारे में नहीं जानते, जाने कहां से आया हॉर्सपॉवर
हर रोज लाखों लोग ट्रेन में सफर करते हैं। ट्रेन यातायात का एक ऐसा माध्यम है जो बहुत ही सस्ता और आसानी से मिल जाता है। लेकिन वर्तमान ट्रेन की तकनीक तक पहुंचने के लिए बहुत लंबा समय लगा है। पहला वाष्प इंजन 1804 में ब्रिटेन के रिचर्ड ट्रेविथिक द्वारा पेश किया गया था। आज हम आपको ट्रेन के बारे में कुछ ऐसे तथ्य बताने जा रहे है, जिनके बारे मे शायद आपने कभी नहीं सुना होगा।
1. साल 1760 के पहले थॉमस न्यूकोमैन द्वारा बनाए गए ट्रेन इंजन में यह कमी थी कि इसे लगातार गर्म और ठंडा भी करना पड़ता था, जिसकी वजह से बहुत मेहनत लगती थी। जेम्स वॉट ने इस बारे में सोचा और एक अलग कंडेन्सर का इस्तेमाल किया जिससे इंजन को किफायती बनाया जा सके।
वॉट को लगा इस आइडिया को सबके सामने लाने के लिए एक रास्ता निकालना होगा। इसके लिए वॉट ने इस चीज की गणना की कि एक घोड़ा मिल में कितने लंबे समय तक कार्य कर सकता है, जिसके बाद हॉर्सपॉवर (एचपी) यूनिट की खोज हुई।
2. अमेरिका में बनी पहली भाप से चलने वाली लोकोमोटिव ट्रेन को घोड़े द्वारा चलाई जाने वाली ट्रेन ने हरा दिया था। दरअसल अमेरिका के एक उद्योगपति पीटर कूपर द्वारा बनाए गए पहले भाप इंजन को 28 अगस्त 1830 में घोड़े द्वार चलाई जाने वाली ट्रेन से मुकाबला करने के लिए उतारा गया था।
इस रेस के दौरान भाप इंजन ने बहुत जल्द रफ्तार पकड़ी और घोड़े से आगे निकल गई, लेकिन बीच में ही इंजन में लगी एक बेल्ट टूट गई और उसकी रफ्तार धीमी हो गई, जिससे घोड़े वाली ट्रेन जीत गई थी।
3. अमेरिकन सिविल वॉर के दौरान ट्रेन ने नॉर्थ की बहुत मदद की थी। इस युद्ध के दौरान ट्रेन की मदद से ही सिपाहियों और भारी-भरकम सामान ले जाने में मदद मिलती थी। अब्राहम लिंकन ने सितंबर 1863 में करीब 20,000 रिप्लेसमेंट टुकड़ी को 1,200 मील दूर वॉशिंगटन से जॉर्जिया ट्रेन के जरिए ही भेजा था।
4. आपको बता दें कि लंदन अंडर ग्राउंड दुनिया का पहला अंडर ग्राउंड रेल मार्ग है। इस मार्ग को साल 1863 में शुरू किया गया था. लंदन की सड़कों पर बढ़ते यातायात को कम करने के लिए इस मार्ग का निर्माण किया गया था। इसके बाद ही साल 1900 में पेरिस मेट्रो और साल 1905 में न्यूयॉर्क सब-वे बनाया गया था।
5. रिचर्ड ट्रेविथिक एक खदान के इंजीनियर थे, जो उन सबसे पहले लोगों में शामिल थे, जिन्होंने एक लोकोमोटिव इंजन को चलाने के लिए भाप का इस्तेमाल किया था। उनका बनाया पहला इंजन रेल मार्ग पर 4 किलोमीटर/घंटे से भी कम रफ्तार पर चला था।
6. ये तो आपको पता ही होगा कि जापान ही वो पहला देश है, जिसने बुलेट ट्रेन बनाई है। जापान में चलने वाली सुपरफास्ट बुलेट ट्रेन जेआरएन700 शिन्कांसेन ट्रेन 0 से 270 किलोमीटर की रफ्तार सिर्फ 3 मिनट में ही हासिल कर लेती है। अपनी रफ्तार को बनाए रखने के लिए यह ट्रेन मोड़ों पर अपने आप थोड़ी तिरछी हो जाती है।
7. भारत में दुनिया के सबसे लंबे और व्यस्त रेलमार्ग सिस्टम मौजूद है। भारत में कुल मिलाकर 71,500 मील यानी करीब 1,15,000 किलोमीटर तक के रेलमार्ग मौजूद है। इतने लंबे रेलमार्ग से धरती के लगभग तीन चक्कर लगाए जा सकते है।