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5 Cars That Failed In Last 5 Years: ये हैं वो 5 कारें जो पिछले 5 सालों में बाजार से हो गईं गायब
भारतीय ऑटोमोबाइल इतनी तेजी से विस्तृत हो रहा है कि वाहन निर्माता कंपनियां नए-नए अपडेट्स के साथ अपने वाहनों को बाजार में उतारते रहते हैं। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि ग्राहकों को अपडेट्स के बाद भी ये वाहन पसंद नहीं आते हैं और बाजार ये वाहन असफल हो जाते हैं। आज हम आपको ऐसी 5 कारों के बारे में बताने जा रहे हैं।
1. रेनॉल्ट कैप्चर
रेनॉल्ट कैप्टर को भारतीय बाजार में साल 2017 में लॉन्च किया गया था। उस वक्त कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट काफी दुर्लभ था और हुंडई क्रेटा उस दौरान बाजार पर हावी थी। ऐसे समय में जब एसयूवी के प्रति लोगों का लगाव बढ़ ररा था, खरीदारों को एक बोल्ड और मस्कुलर लुक वाली एसयूवी चाहिए थी। इसके एजी क्रॉसओवर डिजाइन ने लोगों को आकर्षित नहीं किया।
2. टाटा टियागो जेटीपी व टिगोर जेटीपी
टाटा मोटर्स ने मार्च 2017 में जायेम ऑटोमोटिव के साथ 50:50 ज्वाइंट वेंचर में टाटा की मौजूदा कारों के स्पेशन परफॉर्मेंस वर्जन पर काम किया था। जिन्हें बाद में टाटा टियागो जेटीपी और टिगोर जेटीपी के तौर पर बाजार में उतारा गया था।
टिगोर जेटीपी और टियागो जेटीपी में बीएस4 मानक आधारित नेक्सन का 1.2-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन इस्तेमाल किया गया था, जो कि 112 बीएचपी की पॉवर और 150 न्यूटन मीटर का टॉर्क प्रदान करता था। लेकिन कंपनी ने इसकी कीमत को ज्यादा रखा था, जिसके चलते लोगों ने इसे पसंद नहीं किया था।
3. मारुति सुजुकी बलेनो आरएस
मारुति बलेनो की लोकप्रियता और बिक्री को देख कर कंपनी को लगा कि इस कार का एक परफॉर्मेंस वर्जन इसकी बिक्री को बढ़ा सकता है, इसके चलते कंपनी ने मारुति बलेनो के आरएस वैरिएंट को बाजार में उतारा था। लेकिन लोगों ने इसके 1.0-लीटर बूस्टरजेट टर्बो पेट्रोल इंजन वर्जन को पसंद नहीं किया और इसे बंद करना पड़ा।
4. फॉक्सवैगन एमियो
फॉक्सवैगन ने अपने पोर्टफोलियो में पोलो और वेंटो के बीच की जगह को भरने के लिए एमियो को पेश किया था और इस कार को देश में जर्मन ऑटोमेकर की सबसे सस्ती सेडान के रूप में देखा जा रहा था। लेकिन कम कीमत के बावजूद यह अपने प्रतिद्वंद्वियों जैसे मारुति डिजायर, होंडा अमेज और टाटा टिगोर के आगे टिक नहीं सकी थी।
5. होंडा बीआर-वी
होंडा ने एक यूनीक और सस्ती 7-सीटर एमपीवी को बाजार में उतारने की योजना बनाई, जिसके बाद साल 2016 में होंडा की बीआर-वी को लॉन्च किया गया था। बीआर-वी को एक 7-सीटर क्रॉसओवर स्टाइल दिया गया था। हालांकि उस समय कोई भी वाहन निर्माता 15 लाख रुपये से कम कीमत पर ऐसी कार नहीं दे रहा था, लेकिन इसके बाद भी यह कार बाजार में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई थी।