Just In
- 1 hr ago लाउड Music चलाकर कार चलाना पड़ सकता है भारी! हो जाएं सावधान, वरना बाद में हो सकता बड़ा नुकसान
- 16 hrs ago मिडिल क्लास की पसंदीदा है Hero की ये बाइक, कीमत सिर्फ 75 हजार रुपये, माइलेज भी है शानदार..
- 19 hrs ago भारत में लॉन्च हुई Ultraviolette F77 Mach 2 इलेक्ट्रिक बाइक, मिलेगी 323KM की रेंज, जानें कीमत
- 20 hrs ago 1.5 करोड़ की Toyota Vellfire कार के साथ नजर आएं बॉलीवुड एक्टर Ayushmann Khurrana, जानें कार की खासियत?
Don't Miss!
- Education MP Board Seoni Toppers List 2024: सियोनी जिले के 10वीं, 12वीं के टॉपर छात्रों की सूची
- News ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर लगाया अजीब आरोप, कहा- BJP ने हाईकोर्ट को खरीद लिया
- Finance Ashirwad Scheme से बेटियों को मिलेगा 51,000 रुपए तक का अच्छा लाभ, जानें कैसे करें अप्लाई
- Movies 'डिंपल कपाड़िया के बच्चे आपके हैं या ऋषि कपूर के..?' जब राजेश खन्ना की बदतमीजी पर इस हसीना ने दिया जवाब..
- Lifestyle पिछले 5 सालों से OMAD डाइट पर हैं ये एक्टर, इनकी उम्र सुन चौंक जाएंगे आप!
- Technology Jio Cinema ने लॉन्च किए अपने धमाकेदार प्लान्स, बिना एड मिलेगा कंटेंट देखने का लाभ
- Travel DGCA ने पेरेंट्स के साथ सफर कर रहे 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बदला नियम, जाने यहां
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
बाइक के टायर में नाइट्रोजन हवा भरने के फायदे
गर्मी का महिना चल रहा है। कड़ाके की धुप और गर्मी के साथ सड़कें भी तपने लगती है। चाहे सड़क कच्ची हो या पक्की उनपर ड्राइव करने से लोग कतराते हैं। इसके कई कारण है। इन सबमें एक बड़ा कारण ये भी है कि गर्मी के दिनों में टायर के फटने और पंचर होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इस लेख में हम आपको इससे निपटने का उपाय बताएंगे।
आपके टायर की सेहत इस पर भी निर्भर करती है कि आप टायर में कौन सी हवा भरवाते हैं। जी हां शायद आम लोगों को मालूम नहीं होगा लेकिन नार्मल हवा के साथ-साथ आप एक और हवा अपनी बाइक या कार के टायर में भरवा सकते हैं। इसे नाइट्रोजन एयर या गैस कहा जाता है। इसके कई फायदे हैं। आइये जानते हैं।
इन्हें भी पढ़ें
- कार की माइलेज बढ़ाने के कुछ आसान उपाय
- कार या बाइक की माइलेज कैसे जांचे?
- कार का ब्रेक अचानक से फेल हो जाने पर क्या करें?
सामान्य तौर पर टायरों में जिस गैस का इस्तेमाल किया जाता है, उसमें 78 फीसदी तक नाइट्रोजन होती है और 21 फीसदी हिस्सा ऑक्सीजन का होता है, जबकि बाकी बचे हुए हिस्से में वाष्प व कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य गैस मौजूद होती है।
अब जिस तरह से गैस गर्म होने पर फैलती है और ठंड होने पर सिकुड़ती है, ठीक यही बात टायर में मौजूद हवा के साथ भी होती है। गर्मी में टायर पंचर होने व फटने की संभावना ज्यादा रहती है।
नॉर्मल हवा के साथ आर्द्रता अर्थात ह्यूमिडिटी जैसी समस्या रहती है, जिससे गाड़ी के टायर्स को नुकसान होने की पूरी संभावना रहती है साथ ही टायर्स के प्रेशर पर भी असर पड़ता है। इतना ही नहीं टायर में लगी रिम या एलाय व्हील पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।
वहीं नाइट्रोजन एयर के इस्तेमाल से टायर में जो ऑक्सीजन मौजूद रहती है वो उसमें डाइल्यूट हो जाती है साथ ही साथ आक्सीजन में मौजूद पानी की मात्रा को भी खत्म कर देती है। इसका फायदा यह भी होता है की टायर के रिम को नुकसान नहीं पहुंचता।
नाइट्रोजन एयर कई तरह से फायदेमंद है। ये टायर की उम्र तो बढ़ाता ही है साथ ही इससे माइलेज भी बेहतर रहती है।
सेफ्टी के लिहाज से भी नाइट्रोजन एयर नार्मल एयर के मुकाबले बेहतर होता है। इससे टायर फटने से होनेवाले एक्सीडेंट ईत्यादि से कुछ हद तक बचा जा सकता है। साथ ही ये हैंडलिंग के लिहाज से भी सही मानी जाती है।
नार्मल हवा की तुलना में नाइट्रोजन एयर लम्बे समय तक टिकती है और बार-बार फीलिंग कराने की जरूरत नहीं होती। यही कारण है कि रेसिंग के लिए दुनिया में मशहूर फॉर्मूला वन रेस में इस्तेमाल होने वाली हर गाड़ी के टायर्स में नाइट्रोजन एयर का ही इस्तेमाल किया जाता है।
नार्मल हवा टायरों में मुफ्त में भरा जाता है वहीं नाइट्रोजन हवा भरने के लिए आपको कुछ मामुली रकम भरनी पड़ती है। लेकिन ये सुरक्षा और आपके टायर की सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।