फाॅक्सवैगन पेट्रोल-डीजल कारों का उत्पादन करेगी कम, 2030 तक 60 माॅडल होंगे बंद

फॉक्सवैगन ने इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर अपनी योजनाओं का खुलासा किया है। कंपनी अपनी इंटरनल कम्बशन (आईसी) इंजन वाली कारों के उत्पादन में भारी कटौती करने की तैयारी कर रही है। एक रिपोर्ट में फॉक्सवैगन ने बताया है कि कंपनी 2030 से अपनी आईसी इंजन मॉडलों में 60 प्रतिशत की कटौती करेगी। कंपनी के अनुसार, भविष्य में फॉक्सवैगन अपनी इलेक्ट्रिक कारों के लिए जानी जाएगी, वहीं पेट्रोल और डीजल से चलने वाली कम्बशन इंजन कारों को चरणबद्ध तरीके से बंद किया जाएगा।

फाॅक्सवैगन पेट्रोल-डीजल कारों का उत्पादन करेगी कम, 2030 तक 60 माॅडल होंगे बंद

वर्तमान में फॉक्सवैगन लगभग 100 पेट्रोल और डीजल मॉडलों का निर्माण कर रही है। कंपनी का कहना है कि ब्रांड का लक्ष्य केवल बिक्री को बढ़ाना ही नहीं है, बल्कि अपने ग्राहकों को सही गुणवत्ता और बेहतर तकनीक वाले वाहन भी प्रदान करना है। फॉक्सवैगन ने कहा कि एक ग्लोबल वाहन निर्माता के तौर कंपनी पर्यावरण के संरक्षण और स्वच्छ तकनीक को बढ़ावा देने के लिए भी उत्तरदायी है।

फाॅक्सवैगन पेट्रोल-डीजल कारों का उत्पादन करेगी कम, 2030 तक 60 माॅडल होंगे बंद

फॉक्सवैगन ग्रुप के तहत फॉक्सवैगन, स्कोडा ऑटो, ऑडी, पॉर्शे और बेंटले, अपने स्तर से इलेक्ट्रिक वाहनों पर शोध और विकास कर रही हैं। वाहन निर्माता का लक्ष्य अगले 8-10 साल में नए इलेक्ट्रिक मॉडलों को लॉन्च करने के साथ-साथ ईवी बाजार में एक बड़ी निर्माता बनने का है। कंपनी का कहना है कि वैश्विक ईवी बाजार में उसका मुकाबला टेस्ला, टोयोटा और जनरल मोटर्स जैसी कंपनियों से है। वर्तमान में फॉक्सवैगन अपनी आईडी (ID) रेंज की इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण कर रही है।

फाॅक्सवैगन पेट्रोल-डीजल कारों का उत्पादन करेगी कम, 2030 तक 60 माॅडल होंगे बंद

मई से फॉक्सवैगन बढ़ाएगी दाम

फॉक्सवैगन अपनी कारों की कीमत में मई 2022 से वृद्धि करने जा रही है, यह वृद्धि 3% हो सकती है। फॉक्सवैगन के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है, जिसके अनुसार कच्चे माल की कीमत में वृद्धि की वजह से कारों की कीमत बढ़ाई जा सकती है। पिछले कुछ समय से कंपनियां चिप की कमी से जूझ रही थी और ऐसे में डिमांड बढ़ने की वजह से इसका संतुलन करना और भी मुश्किल हो गया है।

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कंपनी के अनुसार, अधिकतर कच्चे माल की कीमत में 6-8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और स्टील की कीमतें सबसे अधिक बढ़ी हैं। ऐसे में इनपुट लागत अपने चरम पर है और कंपनी लागत के अतरिक्त भार को कम करने के लिए अगले महीने से कीमतें बढ़ाएगी। कंपनी 2022 में 60,000 यूनिट घरेलू बिक्री और 40,000 यूनिट के एक्सपोर्ट के लक्ष्य को लेकर चल रही है।

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जल्द लॉन्च होगी Virtus

कंपनी अपनी नई Virtus सेडान को भारत में मई में लॉन्च करने की योजना बना रही है। कंपनी ने Virtus का उत्पादन और बुकिंग दोनों शुरू कर दिया है। Volkswagen Virtus कंपनी के MQB A0 IN प्लेटफॉर्म पर तैयार की जा रही है। इसमें 95 प्रतिशत स्थानीयकरण को अपनाया गया है। लॉन्च होने के बाद कंपनी इसे अन्य बाजारों में भी निर्यात कर सकती है। Volkswagen Virtus को 1.5 लीटर TSI और 1.5-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन में उपलब्ध किया जाएगा। इंजन को 6-स्पीड मैनुअल या 7-स्पीड डीएसजी ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का विकल्प दिया जा सकता है।

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भारत में बंद होगी Polo

बता दें कि भारत में फॉक्सवैगन जल्द ही अपनी लोकप्रिय Polo हैचबैक का उत्पादन बंद करने वाली है। कंपनी ने हाल ही में Polo के लीजेंडरी एडिशन को लॉन्च करने के दौरान कहा कि वह अब जल्द ही इस मॉडल का उत्पादन बंद करेगी। कंपनी भारत में Polo की आखिरी 700 यूनिट का उत्पादन कर रही है, जिसके बाद इसे बंद कर दिया जाएगा।

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Hindi
English summary
Volkswagen to reduce ic engine models by 60 percent aims on ev details
Story first published: Thursday, April 7, 2022, 12:32 [IST]
 
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