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आखिर EV की ओर बढ़ने में Toyota Motor क्यों है धीमी, कंपनी ने खुद बताई है इसकी वजह
जहां दुनिया भर की कार निर्माता कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से अपना रही हैं, वहीं Toyota Motor Corp की रफ्तार थोड़ी धीमी है। ऐसे में बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने की अपनी प्रतिबद्धता को लेकर निवेशकों की जांच के दायरे में Toyota Motor Corp ने बुधवार को कहा कि उसे विभिन्न वातावरणों और ग्राहकों की जरूरतों के अनुरूप कई तरह के विकल्प पेश करने की जरूरत है।

बिक्री के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी ने बुधवार को अपनी वार्षिक आम बैठक में पर्यावरण के प्रति जागरूक निवेशकों की ओर से गैसोलीन से चलने वाली कारों को चरणबद्ध नहीं करने और जलवायु नीति पर इसकी पैरवी करके सराहना हासिल की है।

एक समय में हाइब्रिड प्रियस मॉडल के लिए पर्यावरणविदों के साथ पसंदीदा, Toyota Motor Corp का तर्क है कि हाइब्रिड अभी भी उन बाजारों में समझ में आता है, जहां बुनियादी ढांचा बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों के तेज कदम का समर्थन करने के लिए तैयार नहीं है।

कंपनी ने पिछले साल 2030 तक अपनी कारों को विद्युतीकृत करने के लिए 8 ट्रिलियन येन (60 बिलियन डॉलर) का वादा किया था, जिसमें से आधे पूर्ण EV विकसित करने के लिए तैयार हैं। फिर भी कंपनी को उम्मीद है कि इस दशक के अंत तक ऐसी कारों की वार्षिक बिक्री केवल 3.5 मिलियन वाहनों तक पहुंच पाएगी।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मौजूदा समय में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री उपरोक्त संख्या के लगभग एक तिहाई के आसपास है। अन्य कार निर्माताओं की तरह Toyota Motor Corp सेमीकंडक्टर चिप्स की भारी कमी से जूझ रही है, जिसने इसे बार-बार उत्पादन में कटौती करने के लिए मजबूर किया है।

बुधवार को Toyota Motor Corp के परचेज ग्रुप के प्रमुख, कज़ुनारी कुमाकुरा ने बैठक में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि चिप की कमी जारी रहेगी। आपको बता दें कि Toyota Motor Kirloskar भारतीय बाजार में EV और हाइब्रिड कारों के क्षेत्र में भी कदम रखने की तैयारी कर रही है।

यह Toyota Kirloskar के हाल ही में भारत में ईवी और हाइब्रिड इलेक्ट्रिक कम्पोनेंट्स के उत्पादन में कई मिलियन डॉलर के प्रयासों में परिलक्षित होता है। इस कदम के साथ Toyota Kirloskar अपने और अन्य OEM के लिए इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक कम्पोनेंट्स का उत्पादन करती है।

काफी समय से जानकारी सामने आ रही है कि Toyota भारतीय बाजार के लिए Maruti Suzuki के साथ सी-सेगमेंट एसयूवी का सह-विकास कर रही है। Toyota Kirloskar की इस एसयूवी का कोडनेम D22 है और इस एसयूवी के Maruti Suzuki के वर्जन का कोडनेम YFG रखा गया है।