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Tata Motors के इन कारों में मिल रहा सिर्फ 1 रिमोट की, चिप की कमी बनी वजह
Tata Motors भी चिप की कमी की वजह से जूझ रही है और ऐसे में कंपनी हरियर, सफारी, अल्ट्रोज व पंच को सिर्फ 1 रिमोट की के साथ उपलब्ध करा रही है। कंपनी जिन वैरिएंट में कीलेस एंट्री उपलब्ध कराती है उनमें एक रिमोट की और एक मैन्युअल की या फिर सिर्फ सिंगल रिमोट के साथ दी जा रही है। कई कंपनियों ने वाहनों के फीचर्स में कटौती करनी शुरू कर दी है और ऐसा ही अब टाटा मोटर्स को करना पड़ रहा है।

दुनिया भर में चिप की कमी के कारण वाहनों का उत्पादन प्रभावित हुआ है लेकिन अब स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हुआ है लेकिन यह अब भी सामान्य स्थिति में नहीं पहुंच पायी है। ऐसे में भारतीय वाहन निर्माताओं को ऐसे कदम उठाने पड़ रहे हैं जो कई ग्राहकों को पसंद नहीं आ रहे हैं, ऐसे में टाटा मोटर्स भी ऐसी कंपनियों में शामिल हो गयी है। कंपनी अब एक रिमोट की के साथ ही वाहन की डिलीवरी कर रही है।

बेस मॉडल जिसमें कीलेस एंट्री का फीचर नहीं दिया गया है उसमें दो मैन्युअल चाबी तो दिए जा रहे हैं लेकिन उन हायर वैरिएंट जिनमें यह फीचर दिया गया है उनमें एक रिमोट की और एक मैन्युअल की या फिर सिर्फ एक रिमोट की दी जा रही है। सिर्फ अल्ट्रोज के टॉप वैरिएंट एक्सजेड व एक्सजेड+ में रिस्ट बैंड के साथ की लेस एंट्री का विकल्प दिया जा रहा है। ऐसा ही चारों मॉडल्स के स्पेशल एडिशन में भी दिया जाएगा।

हैरियर को जहां डार्क व काजीरंगा एडिशन में उपलब्ध कराया गया है, वहीं सफारी को दो अतिरिक्त एडवेंचर परसोना व गोल्ड एडिशन में उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं पंच को काजीरंगा एडिशन व गोल्ड एडिशन में उपलब्ध कराया गया है। हालांकि कंपनी की बिक्री इससे उतनी प्रभावित नहीं हुई है और बिक्री में शानदार वृद्धि देखी गयी है, आने वाले महीनों में यह और बेहतर हो सकती है।

कैसी रही बिक्री
टाटा मोटर्स की फरवरी बिक्री में नेक्सन पहले नंबर पर रही है और इसके बाद कंपनी की शानदार मॉडल पंच ने अपना स्थान बनाया है, यह दूसरे नंबर पर रही है। इसके बाद अल्ट्रोज, टियागो, टिगोर, हैरियर व आखिरी स्थान पर सफारी रही है, कंपनी की बिक्री में 47 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गयी है, वहीं जनवरी 2022 महीने के मुकाबले बिक्री में 11 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी है।

टाटा नेक्सन लंबे समय से कंपनी की बिक्री में पहले स्थान पर रही है। फरवरी महीने में भी 12,259 यूनिट की बिक्री के साथ यह पहले स्थान पर रही है, जो कि पिछले फरवरी के 7929 यूनिट के मुकाबले 55 प्रतिशत अधिक है। वहीं जनवरी महीने में 13,816 यूनिट की बिक्री की गयी थी, इसके मुकाबले नेक्सन की बिक्री में 11 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी है।

इसके बाद टाटा मोटर्स की पंच रही है, इसकी बिक्री पिछले महीने भी शानदार रही है। इस छोटी एसयूवी की फरवरी महीने में 9592 यूनिट बेचीं गयी है, जनवरी महीने में इस एसयूवी की 10,027 यूनिट बेचीं गयी थी। इसकी बिक्री में 4 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी है। कंपनी इस महीने चिप की समस्या से अच्छे से निपटने में कामयाब रही है जिस वजह से बिक्री बेहतर हुई है।

इसके बाद तीसरे स्थान पर कंपनी की प्रीमियम हैचबैक अल्ट्रोज रही है जिसकी फरवरी महीने में 5011 यूनिट बेचीं गयी है। अल्ट्रोज की बिक्री में पिछले साल के मुकाबले 27 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है, पिछले साल इसकी 6832 यूनिट बेचीं गयी थी। इसकी जनवरी महीने 4525 यूनिट बेचीं गयी थी और इसके मुकाबले 11 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गयी है।

ड्राइवस्पार्क के विचार
टाटा मोटर्स भी चिप की कमी की वजह से प्रभावित हुई है लेकिन वाहनों की डिलीवरी को अंजाम देने के लिए वर्तमान में वाहनों के साथ सिर्फ एक चाबी दी जा रही है। आने वाले महीनों में स्थिति बेहतर होने पर फिर से दो चाबी दिए जा सकते हैं।