Just In
- 39 min ago Jeep Wrangler Facelift Review Video : जानें पहले से कितनी बदल गई नई ऑफ-रोडर SUV? डिजाइन में हुए ये अपडेट
- 2 hrs ago Jeep Wrangler Facelift Review : चलाने में कैसी है ऑफ-रोडर SUV? नए डिजाइन और परफॉर्मेंस के साथ हुए ये बदलाव
- 3 hrs ago लाउड Music चलाकर कार चलाना पड़ सकता है भारी! हो जाएं सावधान, वरना बाद में हो सकता बड़ा नुकसान
- 19 hrs ago मिडिल क्लास की पसंदीदा है Hero की ये बाइक, कीमत सिर्फ 75 हजार रुपये, माइलेज भी है शानदार..
Don't Miss!
- News इस बार गर्मियों में छुट्टियां और पैसे पूरे वसूल,उत्तराखंड के इन हिल स्टेशन में जाकर भूल जाएंगे सबकुछ
- Lifestyle Boyfriend को दिनभर में करती थी 100 बार फोन, पता चला Love brain बीमारी से जूझ रही हैं गर्लफ्रेंड
- Technology Whatsapp में हुई PassKey फीचर की एंट्री, बिना पासवर्ड कर सकेंगे लॉग-इन
- Movies Tamannaah Bhatia पर पुलिस ने कसा शिकंजा, इस मामले में भेजा एक्ट्रेस को भेजा समन
- Finance Gold Rate Today: आज फिर मुंह के बल गिरा सोना,10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत में 350 रुपये की दर्ज हुई गिरावट
- Education JEE Advanced 2024 के लिए 2.50 लाख छात्र हुए क्वालिफाई, देखें श्रेणी-वार उम्मीदवारों की सूची
- Travel DGCA ने पेरेंट्स के साथ सफर कर रहे 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बदला नियम, जाने यहां
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
टाटा मोटर्स के इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में आई गिरावट, जानें क्या है वजह
टाटा मोटर्स (Tata Motors) की इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री अप्रैल 2022 (Electric Cars Sales April 2022) में भी जबरदस्त रही। हालांकि, अप्रैल 2021 के मुकाबले इस साल अप्रैल में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में 31 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। कंपनी ने बीते महीने 2,322 इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री की है, जबकि बीते साल अप्रैल में कंपनी ने 3,357 यूनिट इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री की थी। कार निर्माता ने मार्च 2022 में 3,357 यूनिट इलेक्ट्रिक कारों को बेचा था। वर्तमान में कंपनी अपने इलेक्ट्रिक मॉडलों में नेक्सन ईवी और टिगोर ईवी की बिक्री कर रही है।
वित्तीय वर्ष 2021-22 में, टाटा मोटर्स ने 19,106 यूनिट इलेक्ट्रिक कारों की वार्षिक बिक्री दर्ज की, जिसमें साल-दर-साल 353 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि वित्त वर्ष 2020-21 में 4,219 यूनिट ईवी की डिलीवरी हुई थी। जनवरी 2020 में लॉन्च किया गया, टाटा नेक्सन ईवी सबसे अधिक मांग वाला इलेक्ट्रिक वाहन रहा है, जिससे टाटा मोटर्स इलेक्ट्रिक वाहनों की रेस में सबसे आगे चल रही है।
सेमीकंडक्टर की कमी बन रही समस्या
टाटा मोटर्स ने इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में गिरावट का कारण वर्तमान ईवी उद्योग में सेमीकंडक्टर की कमी को बताया है। कंपनी पहले ही बता चुकी है कि सेमीकंडक्टर चिप की कमी के चलते इलेक्ट्रिक कारों समेत कई मॉडलों का उत्पादन प्रभावित हो रहा है। इसके चलते कंपनी समय पर कारों की डिलीवरी नहीं कर पा रही है।
यात्री वाहनों की बिक्री बढ़ी
आपको बता दें, टाटा मोटर्स की समग्र यात्री वाहन बिक्री में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है। अप्रैल 2022 में कंपनी ने भारत में 41,587 यात्री वाहनों की बिक्री की जो पिछले साल इसी महीने बेची गई 25,095 यूनिट्स की तुलना में 66 प्रतिशत अधिक है। टाटा मोटर्स की पेट्रोल और डीजल कारों की बिक्री 60 प्रतिशत बढ़कर 39,265 यूनिट्स हो गई जो अप्रैल 2021 में 24,514 यूनिट्स थी।
टाटा मोटर्स भारत में वाहनों की विस्तृत रेंज की बिक्री करती है जिसमें ईंधन के साथ बैटरी से चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहन भी शामिल हैं। भारत में कार निर्माता की कुछ लोकप्रिय मॉडलों में टिएगो और नेक्सन शामिल हैं। टाटा टिएगो को पेट्रोल इंजन के अलावा सीएनजी के विकल्प में बेचा जा रहा है, जबकि नेक्सन पेट्रोल के साथ इलेक्ट्रिक मॉडल में उपलब्ध है। टाटा नेक्सन देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार भी है।
टाटा ने पेश की नई इलेक्ट्रिक कारें
पेट्रोल और डीजल से चलने वाली कारों में एक बड़ा हिस्सा रखने के अलावा, टाटा मोटर्स की भारतीय इलेक्ट्रिक कार बाजार में लगभग 90 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। कंपनी अब दोनों वाहन सेगमेंट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। वाहन निर्माता ने हाल ही में अपनी नई कॉन्सेप्ट इलेक्ट्रिक कार, टाटा अविन्या (Tata Avinya) का खुलासा किया है। इससे कुछ ही हफ्ते पहले कंपनी ने कर्व (Curvv) कॉन्सेप्ट इलेक्ट्रिक एसयूवी का खुलासा किया था।
कार निर्माता ने पिछले पिछले महीने अपनी यात्री वाहनों की कीमतों में वृद्धि की है। कंपनी की कारें मॉडल और वेरिएंट के अनुसार 1.1 प्रतिशत महंगी हो गई हैं। कंपनी ने कीमतों में वृद्धि के लिए कच्चे माल की लागत में लगातार हो रही वृद्धि को बताया है। वाहन निर्माता के अनुसार, स्टील, प्लास्टिक और रबर जैसे कई तरह के कच्चे माल की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है जिसके प्रभाव को कम करने के लिए कंपनी ने कीमतों में मामूली वृद्धि की है। नई कीमतें 23 अप्रैल 2022 से प्रभावी हो गई हैं।