निसान की नई एसयूवी को ग्रीन क्रैश टेस्ट में मिले सिर्फ 2.5 स्टार, इस वजह से रह गई पीछे

निसान ने भारत में कम्पैक्ट एसयूवी की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए हाल ही में अपनी तीन हाइब्रिड एसयूवी को पेश किया है। इसमें एक्स-ट्रेल, कैशकाई और जूक शामिल हैं। कंपनी अपने नए वाहनों की क्रैश टेस्टिंग भी कर रही है। हाल ही में निसान कैशकाई के ग्रीन एनसीएपी (Green NCAP) क्रैश टेस्ट के आंकड़े सामने आए हैं। जानकारी के अनुसार, निसान कैशकाई ने ग्रीन एनसीएपी क्रैश टेस्ट में 2.5 स्टार की रेटिंग हासिल की है। इसके अलावा यह एसयूवी क्लीन एयर इंडेक्स में 7 पॉइंट लाने में कामयाब रही।

निसान की नई एसयूवी को ग्रीन क्रैश टेस्ट में मिले सिर्फ 2.5 स्टार, इस वजह से रह गई पीछे

निसान कैशकाई को एनर्जी एफिशिएंसी इंडेक्स में 3.9 पॉइंट्स और ग्रीनहाउस गैस इंडेक्स में 2.1 पॉइंट्स दिए गए हैं। यह सभी कुल पॉइंट्स 10 पॉइंट्स में से दिए गए हैं। ग्रीन एनसीएपी ने 1.3-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन से लैस निसान कैशकाई का परीक्षण किया था जो 0.12 kWh माइल्ड-हाइब्रिड सिस्टम से जुड़ा था। इसे एसयूवी की अगले साल भारत आने की उम्मीद है।

निसान की नई एसयूवी को ग्रीन क्रैश टेस्ट में मिले सिर्फ 2.5 स्टार, इस वजह से रह गई पीछे

ग्रीन एनसीएपी ने एक बयान में कहा, "यह कार एक अच्छी तरह से काम कर रहे प्रदूषक नियंत्रण प्रणाली को प्रदर्शित करती है जिसमें विशेष रूप से वर्तमान में अनियंत्रित एनएच3 उत्सर्जन में सुधार करने की क्षमता है। हालांकि, अन्य एसयूवी की तरह, कैशकाई हाईवे पर चलते समय अधिक स्पीड पर ज्यादा ईंधन की खपत करती है। यह एसयूवी वास्तविक ऑन-रोड टेस्ट में 100 किमी की दूरी के लिए 6.7 लीटर ईंधन की खपत करती है। हालांकि, पेट्रोल एसयूवी की तुलना में यह संख्या बेहतर है। अधिक ईंधन की खपत से ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन भी बढ़ता है, इसलिए कैशकाई को 4.3 की समग्र सूचकांक के साथ ढाई (2½) ग्रीन एनसीएपी स्टार दिए गए हैं।"

निसान की नई एसयूवी को ग्रीन क्रैश टेस्ट में मिले सिर्फ 2.5 स्टार, इस वजह से रह गई पीछे

ग्रीन एनसीएपी के अनुसार, निसान कैशकाई अपने प्रदूषक उत्सर्जन को कम करने में अच्छी तरह से कारगर है। यह एसयूवी सभी प्रयोगशाला और सड़क परीक्षणों में औसत से ऊपर स्कोर करती है। अन्य पेट्रोल पावरट्रेन की तरह, अनियंत्रित एनएच3 (अमोनिया) उत्सर्जन इस वाहन के लिए एक चुनौती पेश करता है और इसमें सुधार की गुंजाइश है। प्रयोगशाला परीक्षणों के परिणाम खुली सड़क पर टेस्टिंग के दौरान जुटाए गए हैं।

निसान की नई एसयूवी को ग्रीन क्रैश टेस्ट में मिले सिर्फ 2.5 स्टार, इस वजह से रह गई पीछे

कैशकाई में 12वी माइल्ड हाइब्रिड सिस्टम खपत के आंकड़ों में सुधार की केवल एक सीमित संभावना प्रदान करता है। प्रयोगशाला परीक्षणों के साथ-साथ वास्तविक दुनिया में ऑन-रोड ड्राइव दोनों में लगभग 6.51/100km की आवश्यकता होती है।

निसान की नई एसयूवी को ग्रीन क्रैश टेस्ट में मिले सिर्फ 2.5 स्टार, इस वजह से रह गई पीछे

हाईवे टेस्ट में, अतिरिक्त 2 लीटर की खपत होती है, जिसके परिणामस्वरूप 8.71/100km होता है। वाहन की एसयूवी बॉडी के कारण यह वृद्धि अप्रत्याशित नहीं है और आंशिक रूप से उच्च गति पर बढ़ते ड्रैग से जुड़ी है।

निसान की नई एसयूवी को ग्रीन क्रैश टेस्ट में मिले सिर्फ 2.5 स्टार, इस वजह से रह गई पीछे

निसान कैशकाई अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बेहद लोकप्रिय है। यह एक 5-सीटर एसयूवी है जो एक्स-ट्रेल से थोड़ी छोटी है और विश्व स्तर पर जीप कम्पास और हुंडई टक्सन को टक्कर देती है। एक्स-ट्रेल के समान मूल आधार का उपयोग करते हुए, तीसरी पीढ़ी के कैशकाई में टर्बो-पेट्रोल माइल्ड-हाइब्रिड और ई-पावर वेरिएंट का विकल्प भी दिया गया है।

निसान की नई एसयूवी को ग्रीन क्रैश टेस्ट में मिले सिर्फ 2.5 स्टार, इस वजह से रह गई पीछे

माइल्ड-हाइब्रिड वेरिएंट में निसान किक्स से लिया गया 1.3-लीटर इंजन है जो 156 बीएचपी की पॉवर देता है। यह इंजन एक इलेक्ट्रिक मोटर से जुड़ा है। ट्रांसमिशन के लिए इसमें 6-स्पीड मैनुअल और सीवीटी का विकल्प उपलब्ध है। ई-पावर वेरिएंट में एक्स-ट्रेल के जैसे पेट्रोल इंजन के साथ इलेक्ट्रिक पॉवरट्रेन का इस्तेमाल किया गया है। यह इंजन 190 बीएचपी की पॉवर और 330 एनएम का टॉर्क देता है।

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English summary
Nissan qashqai green ncap crash test scores 2 5 stars details
Story first published: Saturday, October 29, 2022, 17:06 [IST]
 
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