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मारुति सुजुकी की कार खरीदने से पहले पढ़ लीजिये यह खबर, कंपनी के पास 3.87 लाख आर्डर पेंडिंग
मारुति सुजुकी की कार खरीदने की सोच रहे हैं तो यह आपके लिए बुरी खबर हो सकती है। मारुति सुजुकी के पास 3.87 लाख आर्डर पेंडिंग है जो कि जून 2023 तक 2.80 लाख यूनिट तक थी लेकिन नई ग्रैंड विटारा व नई ब्रेजा को लाये जाने के बाद बुकिंग करीब 1 लाख और बढ़ गयी है जिस वजह से पेंडिंग आर्डर इतना बढ़ गया है।
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इसमें बड़ा हिस्सा सीएनजी वाहनों का भी है।
मारुति सुजुकी ब्रेजा को 30 जून को लाया गया था और अब तक इसे 90,000 से अधिक बुकिंग मिल चुकी है, वहीं 20 जुलाई को पेश किये गये ग्रैंड विटारा को अब तक 40,000 से अधिक बुकिंग मिल चुकी है। ग्रैंड विटारा को सितंबर के महीने में लाया जा सकता है और ऐसे में लॉन्च के बाद इसकी बुकिंग में और भी बढ़ सकती है, जिससे वेटिंग पीरियड लंबा हो सकता है।
हाल ही में शंशाक श्रीवास्तव, सीनियर मार्केटिंग ऑफिसर (मार्केटिंग व सेल्स), मारुति सुजुकी इंडिया ने कहा कि नई ब्रेजा को 90,000 बुकिंग मिल चुकी है जिसमें से 70,000 आर्डर पेंडिंग है। कंपनी इसके उत्पादन को 10,000 यूनिट/महीने तक बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। वहीं ग्रैंड विटारा को 40,000 बुकिंग मिल चुकी है लेकिन इसकी डिलीवरी सितंबर से शुरू होने वाली है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि नई अर्टिगा, एक्सएल6 व बलेनो पर भी वेटिंग पीरियड है। कंपनी की प्रीमियम हैचबैक बलेनो की 38,000 आर्डर पेंडिंग है। वहीं सीएनजी वाहनों के लिए भी लंबा इंतजार करना पड़ रहा है और कुल पेंडिंग आर्डर में 33% यानि करीब 126,000 यूनिट सीएनजी वाहनों की हिस्सेदारी है।
रिजर्व बैंक की रेपो रेट बढ़ने के बारें शंशाक श्रीवास्तव ने बताया कि पैसेंजर वाहन बाजार में इसका प्रभाव नहीं हुआ है। हालांकि उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर की कमी की समस्या खत्म हो जायेगी और प्रोडक्शन सामान्य हो जाएगा तब असली तस्वीर सामने आएगी। भारत सहित दुनिया भर के ऑटो बाजार चिप की समस्या से जूझ रहे हैं।
अधिक पेंडिंग आर्डर का एक कारण यह भी कहा कि कोविड महामारी शुरू होने के बाद से ही चिप की समस्या रही है लेकिन अब यह धीरे-धीरे बेहतर हो रही है। हर हफ्ते एक नया अपडेट आता है जिस अनुसार उत्पादन लक्ष्य रखा जाता है लेकिन अभी तक उत्पादन 100% सामान्य नहीं हुआ है। हालांकि इस बात की पुष्टि हो गयी है कि इस महीने मारुति सुजुकी का उत्पादन 100% नहीं रहने वाला है।
मारुति सुजुकी के एक सीनियर अधिकारी ने जानकारी दी थी कि कंपनी ने जून तिमाही में 51,000 यूनिट कम वाहन का उत्पादन किया गया है, कंपनी ने बीते तिमाही में 4,67,931 यूनिट वाहन का उत्पादन किया है। इस वजह से उत्पादन की योजना में समस्या आ रही है। मारुति सुजुकी के सीएफओ अजय सेठ ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की कमी की वजह से हमारा उत्पादन सीमित हो रहा है।
इस तिमाही में कंपनी ने 51,000 यूनिट वाहन का उत्पादन नहीं कर पायी है। ऐसे में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की सीमित उपलब्धता की वजह से उत्पादन की योजना बनाने में समस्या आ रही है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की सप्लाई स्थिति अभी भी अनिश्चित बनी हुई है। सेठ ने जानकारी दी थी कि उपलब्ध सेमीकंडक्टर से कंपनी का सप्लाई चेन, इंजीनयरिंग, प्रोडक्शन व सेल्स टीम उत्पादन को अधिकतम करने की ओर काम कर रही है।
ड्राइवस्पार्क के विचार
मारुति सुजुकी की कारों को शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है लेकिन कंपनी मांग को पूरा करने में नाकाम रही है जिस वजह से पेंडिंग आर्डर बड़ा हो गया है। हालांकि कंपनी क्षमता के अनुरूप उत्पादन नहीं कर पा रही है और इसका कारण सेमीकंडक्टर की कमी है।