फोर्ड भारत में नहीं बनाएगी इलेक्ट्रिक कार, पीएलआई योजना में आवेदन के बाद कंपनी ने बदला फैसला

फोर्ड इंडिया ने भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बनाने की अपनी योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। कार निर्माता ने भारत सरकार की उत्पाद लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के लिए अपने चल रहे व्यापार पुनर्गठन के हिस्से के रूप में आवेदन किया था। पीएलआई योजना के तहत, फोर्ड ने निर्यात और घरेलू बाजारों के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण के लिए अपनी दो विनिर्माण सुविधाओं में से एक का उपयोग करने की बात कही थी। हालांकि अब कंपनी ने घोषणा की है कि वह भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का उत्पादन शुरू करने पर विचार नहीं कर रही है।

फोर्ड भारत में नहीं बनाएगी इलेक्ट्रिक कार, पीएलआई योजना में आवेदन के बाद कंपनी ने बदला फैसला

रिपोर्ट के अनुसार, फोर्ड ने एक बयान में कहा, "सावधानीपूर्वक समीक्षा के बाद, हमने किसी भी भारतीय संयंत्र से निर्यात के लिए ईवी निर्माण को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। हम उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहनों के तहत हमारे प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए सरकार के आभारी हैं।"

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फोर्ड ने पिछले साल उत्पादन किया बंद

आपको बता दें, फोर्ड इंडिया ने भारत में वाहनों का उत्पादन बंद कर दिया है। कंपनी ने पिछले साल सितंबर से भारत में अपने दोनों प्लांट में वाहनों का उत्पादन बंद करने की घोषणा की थी। वहीं कंपनी चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में भारत से निर्यात होने वाले इंजन का उत्पादन भी बंद करने वाली है।

फोर्ड भारत में नहीं बनाएगी इलेक्ट्रिक कार, पीएलआई योजना में आवेदन के बाद कंपनी ने बदला फैसला

कंपनी ने उत्पादन बंद करने की घोषणा के बाद कहा था कि वह भारत में कारों का निर्यात करेगी। कंपनी ने एक बयान में कहा था कि वह भारत में इलेक्ट्रिक कारों की बनी-बनाई यूनिट को बेचेगी जिसका उत्पादन किसी अन्य देश में किया जाएगा। कंपनी टाटा मोटर्स और हुंडई के साथ देश में अपनी मौजूदा फैक्टरियों को बेचने की भी तलाश कर रही है, जो कथित तौर पर संयंत्रों का अधिग्रहण करने में रुचि रखते हैं।

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पिछले साल फोर्ड मोटर्स के भारत में उत्पादन बंद करने के निर्णय के बाद, टाटा मोटर्स ने कंपनी के साणंद प्लांट को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई थी। साणंद प्लांट में फोर्ड मोटर्स ने 4,500 करोड़ रुपये का निवेश किया था। फोर्ड मोटर्स के इस प्लांट की क्षमता हर साल 2.5 लाख से 2.7 लाख इंजन का निर्माण करने की थी।

फोर्ड भारत में नहीं बनाएगी इलेक्ट्रिक कार, पीएलआई योजना में आवेदन के बाद कंपनी ने बदला फैसला

फोर्ड अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी लोकप्रिय मस्टैंग सेडान की इलेक्ट्रिक वेरिएंट मस्टैंग मैच-ई (Mustang Mach-e) की बिक्री कर रही है। फोर्ड मस्टैंग मैच-ई का डिजाइन फोर्ड मस्टैंग पर आधारित है। इसे मस्टैंग के जैसा ही कूपे स्पोर्ट्स कार का डिजाइन दिया गया है। इस दमदार इलेक्ट्रिक कार फॉक्स ग्रील, एलईडी हेडलाइट और टेललाइट यूनिट, डुअल टोन रूफ, हैंडल लेस डोर और अलॉय व्हील्स दिए गए हैं।

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480 किलोमीटर की दमदार रेंज

फोर्ड मस्टैंग मैच-ई रेंज और पॉवर फिगर में भी शानदार है। जानकारी के मुताबिक, इसमें 68kWh क्षमता की बैटरी दी गई है जिसे 88 kWh तक बढ़ाया जा सकता है। यह कार छोटी बैटरी के साथ रियर व्हील ड्राइव और बड़ी बैटरी के साथ ऑल-व्हील ड्राइव ऑप्शन में आती है। छोटी बैटरी के साथ कार 370km की रेंज देती है जबकि बड़ी बैटरी के साथ इसकी रेंज 483 किमी तक है।

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कंपनी का दावा है कि मस्टैंग मैच-ई का परफॉर्मेंस एक स्पोर्ट्स कार से कम नहीं है। असल में यह एक इलेक्ट्रिक पॉवरट्रेन में स्पोर्ट्स कार का ही परफॉर्मेंस प्रदान करेगी। बैटरी के स्टैंडर्ड पैक के साथ यह 270 Bhp की पॉवर और 430Nm का पीक टॉर्क जनरेट करती है। वहीं ऑल व्हील ड्राइव ऑप्शन में यह 580Nm का टॉर्क दे सकती है। यह कार केवल 3.8 सेकंड में 0 से 96 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ सकती है।

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English summary
Ford drops plan to manufacture electric vehicles in india details
Story first published: Thursday, May 12, 2022, 18:54 [IST]
 
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