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इलेक्ट्रिक कार की पुरानी बैटरी से चलाई जाएगी ई-रिक्शा, ऑडी ने तैयारी किया प्लान
भारत में इलेक्ट्रिक कारों की पुरानी बैटरियों से अब इलेक्ट्रिक रिक्शा को चलाने की तैयारी की जा रही है। हाल ही में एक स्टार्टअप कंपनी Nunam ने इस प्रोजेक्ट के लिए ऑडी से साझेदारी की है जिसके तहत ऑडी ई-ट्रॉन (Audi etron) लग्जरी इलेक्ट्रिक कार की पुरानी बैटरी का इस्तेमाल भारत में बिकने वाली इलेक्ट्रिक रिक्शा में किया जाएगा। कंपनी का मानना है कि इससे भारत में लिथियम-आयन बैटरी को रीसायकल करने के उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, रीसायकल की गई बैटरियों के इस्तेमाल से ई-वाहनों की कीमत को कम करने में मदद मिलेगी।
ऑडी ई-ट्रॉन की पुरानी बैटरी के इस्तेमाल से पहले तीन प्रोटोटाइप मॉडलों को पेश कर चुकी है और अब कुछ नए मॉडलों पर भी काम कर रही है। कंपनी ने बताया है कि भारत में ऑडी ई-ट्रॉन की पुरानी बैटरी से तैयार की गई इलेक्ट्रिक रिक्शा को 2023 के शुरूआती महीनों में लॉन्च किया जाएगा। इन ई-रिक्शा को पहले पायलट प्रोजेक्ट के तहत लॉन्च किया जाएगा।
स्टार्टअप के संस्थापक, प्रदीप चटर्जी का दावा है कि ऑडी ई-ट्रॉन की बैटरी पुरानी होने के बाद भी अन्य छोटे वाहनों में इस्तेमाल में लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि पुरानी लिथियम आयन बैटरी सस्ती होती हैं और इन्हें ई-रिक्शा या ई-कार्गो जैसे छोटे वाहनों में इस्तेमाल में लाया जा सकता है। इससे इलेक्ट्रिक वाहन की कीमत कम होगी और लोगों के लिए अधिक किफायती भी हो जाएगी।
आपको बता दें कि इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को काफी लंबे समय तक चलने के लिए तैयार किया जाता है। यह उतनी समय तक चल सकती हैं जितनी एक कार की लाइफ-साइकिल होती है। कार की लाइफ साइकिल समाप्त होने के बाद भी बैटरी में काफी क्षमता बची होती है और इन्हें कम पॉवर वाले छोटे इलेक्ट्रिक वाहनों में इस्तेमाल में किया जा सकता है।
ऑडी ई-ट्रॉन को भारत में तीन वेरिएंट्स में उपलब्ध किया गया है जिसमें ई-ट्रॉन 50, ई-ट्रॉन 55 और ई-ट्रॉन स्पोर्टबैक शामिल हैं। ऑडी ई-ट्रॉन रेंज की कीमतें 99.99 लाख (एक्स-शोरूम, भारत) से शुरू होती हैं। ऑडी ई-ट्रॉन की पूरी तरह से निर्मित यूनिट (सीबीयू) को भारत में आयात किया जा रहा है।
ऑडी ई-ट्रॉन 50 में 71 kWh की बैटरी पैक का इस्तेमाल किया गया है। इसका इलेक्ट्रिक मोटर 308 बीएचपी की पॉवर और 540 एनएम का पीक टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। अधिक शक्तिशाली ऑडी ई-ट्रॉन 55 और ई-ट्रॉन स्पोर्टबैक 55 में 95 kWh बैटरी पैक का उपयोग किया गया है जिसमें दो इलेक्ट्रिक मोटर संयुक्त रूप से 402 बीएचपी की पॉवर और 664 एनएम टॉर्क जनरेट करते हैं। ई-ट्रॉन 50 पर कंपनी 359 किमी की रेंज का दावा करती है जबकि ई-ट्रॉन 55 एक बार पूरी तरह चार्ज होने पर 484 किमी तक की रेंज दे सकती है।
ई-ट्रॉन में ऑडी वर्चुअल कॉकपिट, एंबियंट लाइटिंग, फोर-ज़ोन क्लाइमेट कंट्रोल, 360-डिग्री कैमरा, वायरलेस चार्जिंग, हेड-अप डिस्प्ले, आठ एयरबैग, समेत कई फीचर्स मिलते हैं। ऑडी ई-ट्रॉन के अलग-अलग मॉडलों के साथ एक पोर्टेबल 11 kW कॉम्पैक्ट चार्जर मिलता है।
कार और रिक्शा में इस्तेमाल होने के बाद भी लिथियम आयन बैटरी में कुछ क्षमता बची होती है। इस तरह की बैटरियों का इस्तेमाल एलईडी लाइट या छोटे उपकरणों को ऊर्जा देने के लिए किया जा सकता है। लिथियम-आयन बैटरी को रीसायकल करने से पहले उसकी क्षमता का पूरी तरह इस्तेमाल करने से लिथियम खनन में भी कमी आएगी और लिथियम का भंडार अधिक समय तक चल सकेगा।