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World’s Largest Car Manufacturer: टोयोटा बनी दुनिया की सबसे बड़ी कार कंपनी, की 90 लाख कारों की बिक्री
जापानी कार निर्माता टोयोटा दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माता बन गई है। कंपनी ने 2020 के सेल्स आंकड़े जारी किये हैं जिसके अनुसार कंपनी ने 90,53,800 कारों की बिक्री की है। बता दें कि 2019 के मुकाबले कंपनी ने पिछले साल 11.3 प्रतिशत कम कारों की बिक्री की थी।

बता दें कि पांच साल पहले जर्मन कार निर्माता फॉक्सवैगन टोयोटा को बिक्री के मामले में पीछे छोड़कर सबसे अधिक कार बेचने वाली कंपनी बन गई थी। साल 2020 कई उद्योगों के समेत वाहन उद्योग के लिए भी निराशाजनक रहा।

हालांकि, 2020 के अंत तक बाजार में वाहनों की मांग बढ़ने लगी जिससे बिक्री में एक बार फिर उछाल आ गया। ऐसे में टोयोटा अपने कारोबार को बढ़ाने में कामयाब रही और कारों की बिक्री को पटरी में लाने में कामयाब रही।
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टोयोटा की सहायक कार कंपनियां, लेक्सस, हीनो, रानज़, और डायहात्सू ने भी जापानी कार प्रमुख की वैश्विक बिक्री को शीर्ष स्थान पर लाने में प्रमुख भूमिका निभाई। हालांकि, इस साल टोयोटा अब सबसे वैल्युएबल कार कंपनी नहीं रही।

इस साल जनवरी में इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला के शेयर्स में भारी उछाल के बाद यह दुनिया की सबसे मूल्यवान कार कंपनी बन गई है। पिछले साल चीन, अमेरिका और यूरोप में टेस्ला की कारों की बिक्री बढ़ी है जिससे कंपनी के कारोबार में इजाफा हुआ है।
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हालांकि, टोयोटा भी बैटरी आधारित कारों का विकास में लगी है और अगले दो सालों में यूरोप और अमेरिका समेत एशियाई महाद्वीप के कई देशों में इलेक्ट्रिक कारों को उतारने की योजना बना रही है।

टोयोटा ने बताया है कि कंपनी की कारों की सेल्स में 23 प्रतिशत हिस्सा इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कारों का है। दुनिया भर के कई देशों में स्वच्छ ऊर्जा के प्रति झुकाव और उत्सर्जन के कड़े नियमों के वजह से इलेक्ट्रिक कारों की मांग में वृद्धि होने के आसार दिख रहे हैं और इसके लिए कंपनी खुद को तैयार कर रही है।

फिलहाल, वैश्विक ऑटोमोबाइल उद्योग इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोचिप की कमी से जूझ रहा है। इससे टोयोटा भी अछूती नहीं है। माइक्रोचिप की कमी के कारण टोयोटा को पिछले साल गुआंजो और टेक्सस स्थित प्लांट में उत्पादन बंद करना पड़ा था। बताया जाता है कि 2021 के अंत में माइक्रोचिप की सप्लाई पहले की तरह हो सकती है।