Just In
- 12 hrs ago टोल प्लाजा पर अब नहीं होंगे ये बोर्ड! केंद्र सरकार ने लिया अहम फैसला, जानें डिटेल्स
- 18 hrs ago Bigg Boss फेम आयशा खान ने खरीदी MG की ये धांसू कार, जानें क्या है खासियत?
- 21 hrs ago मामूली सुरक्षा के बावजूद, बिक्री में टॉप है Maruti Suzuki की ये कारें, आपको कौन सी है पसंद?
- 1 day ago 3 घंटे में पूरा होगा 900 KM का सफर, अहमदाबाद से दिल्ली तक चलेगी दूसरी बुलेट ट्रेन, जानें Railways की प्लान
Don't Miss!
- Lifestyle Happy Birthday Mukesh Ambani: बुलंदियों पर पहुंचकर भी जड़ों को न भूलने वाले मुकेश अंबानी को दें जन्मदिन की बधाई
- News Weather Update: हल्की बारिश से आज मिल सकती है राहत
- Education Jharkhand Board 10th Result 2024: कल आयेगा झारखंड बोर्ड 10वीं का परिणाम, कैसे चेक करें JAC Matric Result
- Movies VIDEO: भगवान कृष्ण के सामने सीमा ने की अश्लीलता, वीडियो देख भड़के लोग बोले- कौन से कोठे पर...
- Finance Quarter 4 Result: Bajaj और Infosys ने जारी किया चौथे क्वार्टर का रिजल्ट, दोनों को मिला है बंपर मुनाफा
- Technology डॉक्सिंग क्या होती है, क्या इसके लिए जेल जाना पड़ सकता है?
- Travel बोरिंग जिंदगी से चाहिए ब्रेक तो घूम आएं ये 6 बटरफ्लाई पार्क, जहां फूलों में रंग भरती हैं तितलियां
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
Top 10 Car Exports April 2021: बलेनो ने मारी बाजी, ईकोस्पोर्ट व क्रेटा को छोड़ा पीछे, थार भी है शामिल
अप्रैल महीने में एक्सपोर्ट किये गये कारों की जानकारी सामने आ गयी है और इसमें मारुति बलेनो ने फोर्ड ईकोस्पोर्ट व हुंडई क्रेटा को पीछे छोड़ दिया है और पहले नंबर पर रही है। भले ही देश में अप्रैल में कार बिक्री कम रही है लेकिन अप्रैल में कार एक्सपोर्ट में 7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 42,025 यूनिट एक्सपोर्ट किये गये हैं। इसके साथ थार का भी एक्सपोर्ट किया गया है।
पिछले महीने एक्सपोर्ट में सबसे अधिक लाभ मारुति सुजुकी को हुआ है, इस टॉप 10 एक्सपोर्ट की लिस्ट में कंपनी की 5 मॉडल शामिल है। इस लिस्ट में बलेनो ने बाजी मारी है जिसकी अप्रैल में 4506 यूनिट बाहर भेजी गयी है, मार्च के मुकाबले इसमें 335 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गयी है।
इसके बाद फोर्ड की ईकोस्पोर्ट रही है जिसकी अप्रैल में 3558 यूनिट एक्सपोर्ट की गयी है, मार्च में इसकी 2051 यूनिट एक्सपोर्ट की गयी थी। इसके एक्सपोर्ट में 73 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गयी है। हुंडई क्रेटा 11 प्रतिशत की कमी के साथ तीसरे नंबर पर रही है, अप्रैल में इसकी 3145 यूनिट एक्सपोर्ट की गयी है।
मारुति डिजायर की अप्रैल में 2762 यूनिट एक्सपोर्ट की गयी है, मार्च के 1223 यूनिट के मुकाबले इसमें 125 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है। इसके बाद सेल्टोस एसयूवी रही है, अप्रैल में इसकी 2611 यूनिट एक्सपोर्ट की गयी है, मार्च के 3039 यूनिट के मुकाबले इसमें 14 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी है।
Rank | Model | Apr-21 | Mar-21 | M-o-M (%) |
1 | Maruti Baleno | 4,506 | 1,035 | 335.36 |
2 | Ford Ecosport | 3,558 | 2,051 | 73.48 |
3 | Hyundai Creta | 3,145 | 3,572 | -11.95 |
4 | Maruti Dzire | 2,762 | 1,223 | 125.84 |
5 | Kia Seltos | 2,611 | 3,039 | -14.08 |
6 | Maruti S-Presso | 2,193 | 2,678 | -18.11 |
7 | Hyundai Aura | 2,078 | 725 | 186.62 |
8 | Suzuki Jimmy | 1,733 | 407 | 325.80 |
9 | Nissan Sunny | 1,653 | 4,941 | -66.55 |
10 | Maruti Vitara Brezza | 1,633 | 855 | 90.99 |
मारुति की एस-प्रेसो की अप्रैल में 2193 यूनिट एक्सपोर्ट की गयी है और उसके बाद औरा रही है जिसकी 2078 यूनिट एक्सपोर्ट की गयी है। मारुति सुजुकी भारत में जिम्नी का उत्पादन भी करती है और अप्रैल महीने में इसकी 1773 यूनिट एक्सपोर्ट किये गये हैं, इसमें 325 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गयी है।
इसके बाद सनी रही है जिसकी अप्रैल महीने में 1653 यूनिट एक्सपोर्ट किये गये हैं, मारुति ब्रेजा दसवें नंबर पर रही है। अप्रैल महीने में इस एसयूवी की 1633 यूनिट एक्सपोर्ट किये गये हैं, मार्च के 855 यूनिट के मुकाबले इसमें 90 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गयी है।
इसमें मारुति की एक और मॉडल शामिल हो सकती थी लेकिन स्विफ्ट ग्यारवें नंबर पर रही है। बतातें चले कि नई महिंद्रा थार की अप्रैल महीने में 1 यूनिट एक्सपोर्ट की गयी है। यह यूनिट ऑस्ट्रेलिया में भेजा गया था, कंपनी वहां इस एसयूवी को लॉन्च करने की योजना बना रही थी लेकिन इसे अब टाल दिया गया है।
भारतीय बाजार में वित्तीय वर्ष 2021 में सबसे कम रजिस्ट्रेशन किया गया है, इसमें 30 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी है। वित्तीय वर्ष 2021 में ट्रैक्टर सेगमेंट छोड़कर को सभी सेगमेंट के रजिस्ट्रेशन में कमी दर्ज की गयी है। देश में अप्रैल 2020 में पूर्ण लगा दिया गया था जिस वजह से इतिहास में पहली बार वाहन बिक्री शून्य रही थी।