Fastag Based Toll Collection Record: फास्टैग से प्रतिदिन हो रहा है 104 करोड़ रुपये का टोल कलेक्शन

देश भर में 15 फरवरी से फास्टैग (FASTAG) आधारित टोल सिस्टम को लागू कर दिया गया है। एक तजा रिपोर्ट के अनुसार अब देश में एक दिन का टोल कलेक्शन 104 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने एक रिपोर्ट में बताया है कि इस सप्ताह हर दिन का टोल कलेक्शन 100 करोड़ रुपये से ऊपर रहा। 16 फरवरी के बाद से टोल कलेक्शन में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है।

Fastag Based Toll Collection Record: फास्टैग से प्रतिदिन हो रहा है 104 करोड़ रुपये का टोल कलेक्शन

एनएचएआई का यह भी कहना है कि हर दिन करीब 65 लाख टोल ट्रांजक्शन किये जा रहे हैं। फास्टैग आधारित टोल प्रक्रिया को लागू करने के बाद इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन में 27 प्रतिशत की बढ़ोतरी आई है। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 14 दिनों में 20 लाख नए फास्टैग जारी किये गए हैं। वहीं अब देश में फास्टैग यूजर्स की कुल संख्या 2.8 करोड़ हो गई है।

Fastag Based Toll Collection Record: फास्टैग से प्रतिदिन हो रहा है 104 करोड़ रुपये का टोल कलेक्शन

फास्टैग लागू होने के बाद टोल प्लाजा पर गाड़ियों की लंबी कतार नहीं लग रही है। टोल प्लाजा ऑपरेटरों का कहना है कि डिजिटल ट्रांजैक्शन से टोल कलेक्शन सुविधाजनक हो गई है और भुगतान प्रक्रिया तेज हुई है। फास्टैग आधारित सिस्टम से टोल कलेक्शन प्रक्रिया अब अधिक पारदर्शी है।

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बता दें 15 फरवरी की रात 12 बजे से ऑटोमेटिक पेमेंट सिस्टम फास्टैग को अनिवार्य कर दिया गया है। फास्टैग एक डिजिटल स्टीकर है जिसे गाड़ियों के शीशे पर लगाया जाता है। यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन तकनीक (RFID) पर काम करता है। जब गाड़ियां टोल प्लाजा से गुजरती हैं तब फास्टैग से जुड़े बैंक या प्रीपेड अकाउंट से अपने आप ही टोल टैक्स का भुगतान हो जाता है।

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इससे गाड़ियों को टोल पलजा पर रुक कर टोल भुगतान करने की आवश्यकता नहीं पड़ती, जिससे समय की बचत होती है साथ ही प्रदूषण भी कम होता है। फास्टैग को सभी पैसेंजर चारपहिया वाहन, बस, ट्रक, लाॅरी और निर्माण में उपयोग होने वाले कमर्शियल वाहनों के लिए लागू किया गया है। बता दें कि दोपहिया वाहनों में फास्टैग लगवाना जरूरी नहीं है।

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फास्टैग को लागू करने वाली संस्था राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानी एनएचएआई (NHAI) ने बताया है कि यदि टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहन में फास्टैग नहीं होगा तो ऐसे वाहनों से दोगुना टोल टैक्स वसूला जाएगा। 1 दिसंबर 2017 से नए चारपहिया वाहन के रजिस्ट्रेशन पर फास्टैग लेना अनिवार्य है।

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फास्टैग जारी करने का काम बैंकों और पॉइंट-ऑफ-सेल केंद्रों को सौंपा गया है। फास्टैग को ट्रांसपोर्ट ऑफिस से भी खरीदा जा सकता है। इसे लेने के लिए केवाईसी और व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की जानकारी देना अनिवार्य है।

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फास्टैग अमेजन और पेटीएम जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी खरीदा जा सकता है। फास्टैग के लिए My Fastag मोबाइल ऐप भी जारी किया गया है, जिसपर अधिक जानकारी पाई जा सकती है।

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English summary
Fastag toll collection reaches Rs 104 crore per day details. Read in Hindi.
Story first published: Saturday, February 27, 2021, 13:28 [IST]
 
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