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केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2021 में पेट्रोल व डीजल से कमाए 3.34 लाख करोड़ रुपये, 87.81% की बढ़ोत्तरी
पूरे देश में पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों ने हाहाकार मचा रखा है। लगातार बढ़ते पेट्रोल और डीजल के दाम आम जनता पर तेजी से बोझ बनते जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार लोगों की इस समस्या का सुध नहीं ले रही है और पेट्रोल व डीजल से होने वाली कमाई से सरकारी खजाने को भर रही है।
आपको बता दें कि 19 जुलाई 2021 को संसद में सामने आए एक विवरण के अनुसार केंद्र सरकार ने जानकारी दी है कि सरकार ने वित्त वर्ष 2021 में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क से सभी 3,34,894 करोड़ रुपये एकत्र किए हैं। जहां पेट्रोल के उत्पाद शुल्क से केंद्र सरकार ने 1,01,598 करोड़ रुपये कमाए हैं।
वहीं दूसरी ओर डीजल के उत्पाद शुल्क से सरकार की 2,33,296 करोड़ रुपये की कमाई हुई है। वित्त वर्ष 2020 से तुलना करें तो सरकार ने बीते वित्त वर्ष 1,78,311 करोड़ रुपये का संयुक्त पेट्रोल-डीजल उत्पाद शुल्क एकत्रित किया था। इस साल उत्पाद शुल्क में 87.81 प्रतिशत की भारी बढ़ोत्तरी हुई है।
उत्पाद शुल्क संग्रह में सालाना 88 प्रतिशत की इतनी भारी बढ़ोत्तरी का एक कारण मार्च 2020 के मध्य में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स में भारी वृद्धि को माना जा रहा है। पेट्रोल पर 19.98 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क 6 जुलाई, 2019 से प्रभावी है।
जिसके बाद इसे 14 मार्च, 2020 से 22.98 रुपये और उसके बाद 6 मई, 2020 से 32.98 रुपये बढ़ा दिया गया था। सरकार के उप्ताद शुल्क में एक साल में 13 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। वहीं डीजल की बात करें तो 6 जुलाई, 2019 से 15.83 रुपये प्रति लीटर का उत्पाद शुल्क था।
जिसके बाद 14 मार्च, 2020 से इसे बढ़ाकर 18.83 रुपये कर दिया गया और 6 मई, 2020 से 69 प्रतिशत बढ़कर 31.83 रुपये हो गया। बीते साल से डीजल पर 16 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई है, जो कि पेट्रोल के उत्पाद शुल्क से 3 रुपये ज्यादा है।
लोकसभा में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली के लिखित बयान अनुसार, वित्त वर्ष 2021 में पेट्रोल की कीमत में 76 गुना और डीजल की कीमत में 73 गुना बढ़ोतरी की गई थी। बता दें कि 12 महीने के अंदर 1 अप्रैल, 2020 से 31 मार्च, 2021 तक नई दिल्ली में पेट्रोल 20.97 रुपये प्रति लीटर बढ़ा है।
वहीं डीजल की कीमतों में 18.58 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं दूसरी ओर मुंबई में वाहन चालकों को दिल्ली के मुकाबले ज्यादा भुगतान करना पड़ रहा है। मुंबई में रहने वाले लोगों को एक लीटर पेट्रोल के लिए 21.70 रुपये और डीजल के लिए 22.77 रुपये ज्यादा भुगतान करना पड़ रहा है।