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त्योहारी सीजन में कार ग्राहकों का उत्साह हो सकता है कम, नई कारों की डिलीवरी में होगी देरी
भारत में हर साल त्योहारी सीजन में कारों की भारी बिक्री होती है। हालांकि, कोरोना महामारी के कारण एक तरफ जहां कारों की बिक्री कम हुई है वहीं दूसरी ओर इसने सेमीकंडक्टर के उत्पादन को बुरी तरह प्रभावित किया है। अब जहां वैश्विक बाजार सामान्य स्थिति में लौट रहा है वहीं सेमीकंडक्टर उद्योग अभी भी परेशानियों का सामना कर रहा है जिसके चलते ऑटोमोबाइल उद्योग में सेमीकंडक्टर की आपूर्ति की भारी कमी हो गई है।
जानकारों का मानना है कि इस साल त्योहारों के महीने में अपनी कार की डिलीवरी का इंतजार करने वाले ग्राहकों को निराशा हाथ लग सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि चिप की कमी के कारण कंपनियों ने उत्पादन घटा दिया है जिससे कारों की डिलीवरी का समय कई महीने आगे बढ़ गया है। इसके अलावा आने वाले कुछ महीनों में कारों की कीमत में और अधिक इजाफा को सकता है।
पिछले कुछ महीनों की ही बात करें तो, मारुति सुजुकी, हुंडई, महिंद्रा और टोयोटा समेत कई प्रमुख कार निर्माताओं ने कई बार कीमत में वृद्धि की है। कार कंपनियों का कहना है कि लागत में बढ़ोतरी के कारण कीमतें बढ़ रही हैं। वहीं इसे सेमीकंडक्टर की कमी से भी जोड़ कर देखा जा रहा है जिसके चलते अब ऑटोमोबाइल उद्योग को चिप के लिए ज्यादा कीमत का भुगतान करना पड़ रहा है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल नवंबर और दिसंबर में डिलीवरी में देरी के वजह से त्योहारों में उत्साह कम हो सकता है। कार की डिलीवरी का इंतजार कर रहे ग्राहकों को कुछ और महीने इंतजार करना पड़ सकता है। चिप की सप्लाई सामान्य होने तक डिलीवरी में देरी का यह सिलसिला 2023 तक जारी रहेगा।
देश सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुजुकी की बात करें तो कंपनी ने पैसेंजर कारों का उत्पादन कम कर दिया है। इसके साथ ही कंपनी ने सितंबर 2021 में कारों की बिक्री में भी गिरावट दर्ज की है। कंपनी को उम्मीद नहीं है कि अक्टूबर का महीना भी बेहतर होगा, जिसकी सबसे बड़ी वजह चिप की कमी को बताया गया है।
जानकारों के मुताबिक, नवंबर और दिसंबर में भी कार बिक्री में गिरावट देखी जाएगी, क्योंकि इस साल कार खरीदने का प्लान बना वाले ग्राहक अपनी योजनाओं को अगले साल के लिए टाल सकते हैं। यह भी अनुमान है कि इस साल कार कंपनियां त्योहारों पर आकर्षक डिस्काउंट और छूट भी कम ऑफर करेंगी।
रिपोर्ट के अनुसार मर्सिडीज, टोयोटा, बीएमडब्ल्यू, वोक्सवैगन और अन्य कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों ने कहा है कि उन्हें 2023 तक सेमीकंडक्टर की कमी की समस्या बनी रहने की उम्मीद है। सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री दुनिया के सामान्य स्थिति में लौटने के साथ तालमेल बनाने में असफल रही है जिसके वजह से ऑटोमोबाइल कंपनियों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
बीते सितंबर महीने में कार बेचने वाली अधिकतर कंपनियों की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है। इसमें देश में सबसे ज्यादा कार बेचने वाली दो कंपनी मारुति सुजुई और हुंडई भी शामिल हैं। सितंबर 2021 के दौरान मारुति की बिक्री में 57 प्रतिशत और हुंडई की बिक्री में 34 प्रतिशत की जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। इन दोनों कंपनियों का मार्केट शेयर भी घटकर क्रमशः 34 प्रतिशत और 17.80 प्रतिशत पर आ गया है।