Just In
- 23 min ago
Kawasaki Ninja 300 BS6 Launched: कावासाकी निंजा 300 बीएस6 भारत में हुई लॉन्च, जानें क्या है कीमत
- 13 hrs ago
Mid-Size SUV Sales Feb 2021: मिड-साइज़ एसयूवी बिक्री में टाटा मोटर्स ने पहली बार एमजी को छोड़ा पीछे, जानें आंकड़े
- 14 hrs ago
Villager Builds Cheap Electric Bike: गांव के लड़के ने बनाई सस्ती इलेक्ट्रिक बाइक, पैडल चलाने पर होती है चार्ज
- 15 hrs ago
Royal Enfield Sales February 2021: रॉयल एनफील्ड ने बीते माह बेचे 69,659 यूनिट वाहन, 9.64% की बढ़त
Don't Miss!
- Sports
IND vs ENG: जो रूट के रहते डॉम बेस की जरूरत है? इंग्लैंड के कप्तान ने दिया जवाब
- News
नीरा टंडन को ‘पिशाच’ ने बजट चीफ बनने से रोका, कैबिनेट में जो बाइडेन की पहली हार, कहा- निराश हूं
- Movies
'तांडव' विवाद पर अमेज़ॉन प्राइम वीडियो ने मांगी माफी- "भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था इरादा"
- Finance
3 March : डॉलर के मुकाबले रुपया में 11 पैसे कमजोर खुला
- Lifestyle
रणवीर सिंह और जॉन लीजेंड दोनों ने पहनी स्टार प्रिंट शर्ट, किसका लुक था बेहतर
- Education
MPSC Hall Ticket 2021 Download Direct Link: एमपीएससी प्रीलिम्स एडमिट कार्ड 2021 डाउनलोड करें
- Technology
OnePlus Nord का प्री-ऑर्डर अमेज़न पर 15 जून से होगी शुरू; इसको खरीदने वाले पहले बने
- Travel
ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का संगम : पठानकोट
New Battery Technology: नई बैटरी तकनीक से 6 मिनट में 90 प्रतिशत चार्ज होगी ईवी कार की बैटरी
दक्षिण कोरियाई शोधकर्ताओं की टीम एक ऐसी तकनीक पर काम कर रही थी और उसमें सफलाता प्राप्त की है, जिसकी मदद से इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को केवल 6 मिनट में ही 90 प्रतिशत तक चार्ज किया जा सकता है। इस बात की जानकारी एलॉन मस्क ने ट्रवीट करके दी है।

आपको बता दें कि आंतरिक दहन इंजन का उपयोग करने वाली पारंपरिक कारों के विपरीत, इलेक्ट्रिक कारें पूरी तरह से लिथियम आयन बैटरी द्वारा संचालित होती हैं, इसलिए बैटरी प्रदर्शन कार के समग्र प्रदर्शन को परिभाषित करता है।

हालांकि इलेक्ट्रिक कारों में धीमी चार्जिंग और कमजोर शक्ति अभी भी इन कारों की स्वीकार्यता के लिए बाधा बना हुई हैं। इस रिसर्च की टीम की अगुवाई पोहांग यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से प्रोफेसर ब्यूंगवू कांग और डॉ. मिंकंग किम ने की है।
MOST READ: नई बजाज सीटी 100 केएस हुई लॉन्च, जानें कीमत व नए फीचर्स

इसके अलावा इस टीम में सुंगकिंकवान विश्वविद्यालय में प्रोफेसर वोन-सब यू भी शामिल थे। इस शोध में साबित हुआ है कि चार्जिंग को कम करके और कण के आकार को कम किए बिना निर्वहन समय में उच्च शक्ति का उत्पादन किया जा सकता है।

प्रोफेसर कांग का कहना है कि "पारंपरिक दृष्टिकोण हमेशा कम ऊर्जा घनत्व और कण आकार में कमी के कारण तीव्र चार्ज और डिस्चार्ज की गति के बीच एक ट्रेड-ऑफ रहा है।" लीथियम-आयन बैटरी तेजी से चार्ज और डिस्चार्ज होती है।
MOST READ: ट्रैफिक पुलिस ने महिला को कहा अपशब्द, महिला ने जड़े थप्पड़

इसके लिए अब तक इलेक्ट्रोड सामग्रियों के कण आकार को कम करने वाले तरीकों का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि कण आकार को कम करने से बैटरियों के वॉल्यूमेट्रिक ऊर्जा घनत्व में कमी का नुकसान होता है।

शोधकर्ताओं ने इस बात की पुष्टि की है कि चार्जिंग और डिस्चार्जिंग के दौरान चरण संक्रमण में एक मध्यवर्ती चरण बनता है। इसके चलते उच्च ऊर्जा घनत्व खोने या तेजी से चार्ज और डिस्चार्जिंग के माध्यम से कण आकार को कम किए बिना उच्च शक्ति उत्पन्न की जा सकती है और इसे लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है।