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Ford Develops New Technology To Kill Coronavirus: फोर्ड की यह तकनिक करेगी कोरोना वायरस का खात्मा
दुनिया भर में कोरोना वायरस का कहर जारी है। ऐसे में पैदल चलने वालों के साथ कार में सफर करने वालों पर भी संक्रमण का खतरा बना रहता है। फोर्ड ने कारों में कोरोना वायरस के संक्रमण को नष्ट करने के लिए एक तकनीक इजात की है। इसके जरिये एक उपकरण को कार के अंदर रखकर तापमान को 53 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ाया जाता है जिससे कार के अंदर मौजूद कोरोना वायरस नष्ट हो जाता है।
फोर्ड का दवा है कि कार को 15 मिनट तक 53 डिग्री तक गर्म करने पर अंदर मौजूद कोरोना वायरस के कनों को 99 प्रतिशत तक खत्म किया जा सकता है। फोर्ड इस तकनीक का इस्तेमाल उन पुलिस की कारों में कर रही है जिसे 2013 से 2020 के बीच बेचा गया है।
कंपनी ने बताया कि इस कार को इस तरह से कीटाणुरहित करने की तकनीक का इस्तेमाल अमेरिकी पुलिस अधिकारीयों द्वारा उस समय किया जाता है जब कुछ समय के लिए कार का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। खली समय में कार के ब्लोअर उच्च तापमान पर चलाकर कर अंदर मौजूद कीटाणुओं को नष्ट किया जाता है।
गर्म हवा कार अंदर कोने-कोने तक पहुंच जाती है और कीटाणुओं को नष्ट कर देती है। यह कीटाणुरहित स्प्रे से अधिक प्रभावी है। हाल ही में जॉर्जिया विश्वविद्यालय के एक अध्ययन में भी गर्मी से कोरोना वायरस को नष्ट करने का दवा किया गया है।
विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि अगर कार धुप में खड़ी हो और अंदर का तापमान 55 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाए तो कोरोना वायरस 99.99 प्रतिशत तक नष्ट हो जाते हैं।
पहले हुए अध्ययन में पता चला था कि कोविड-19 वायरस कागज और कार्डबोर्ड की सतह पर एक दिन जबकि प्लास्टिक और लोहे की सतह पर तीन दिनों तक जीवित रह सकता है।
कई और अध्ययनों में सामने आया है कि तथ्य सामने आया है कि अगर तापमान में वृद्धि होती है तो वायरस के जीवित रहने का समय कम हो जाता है। शोधकर्ता बताते हैं कि अगर हम खरीदारी करने बहार निकलते हैं और कार को धूप में खड़ी करते हैं तो यह मुमकिन है कि कार के अंदर मौजूद कोरोना वायरस समाप्त हो जाएगा। हम कार के अंदर फेस मास्क या पर्सनल प्रोटेक्टिव किट रख सकते हैं और अगर कार धूप या किसी गर्म जगह में खड़ी हो तो इसमें चिपके वायरस के कण नष्ट हो जाएंगे।