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Greenfield Highway In Rajasthan: राजस्थान में 60 किमी ग्रीनफील्ड हाइवे का निर्माण शुरू, जानें
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत राजस्थान के मुकुंदरा में 60 किलोमीटर लंबा ग्रीनफेल्ड हाईवे के निर्माण की योजना बनाई गई है। यह हाईवे राजस्थान को हाई स्पीड हाईवे के जरिए दिल्ली और मुंबई से जोड़ेगा। यह हाईवे मुकुंदरा हिल टाइगर रिज़र्व से होकर बनाया जा रहा है। हाईवे को टाइगर रिज़र्व के नीचे से सबवे के जरिए बनाने की योजना है।
पर्यावरण मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की अध्यक्षता में राष्ट्रीय बोर्ड ऑफ वाइल्ड लाइफ (एनबीडब्ल्यूएल) की स्थायी समिति ने इस महीने की शुरुआत में इस परियोजना के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण भारत (एनएचएआई) के प्रस्ताव की सिफारिश की थी।
इस परियोजना में राजस्थान के भेंदा हेड़ा गांव से शुरुआत करते हुए आठ लेन की ग्रीनफील्ड हाईवे बनाई जाएगी। यह हाईवे देश के कई शहरों को जोड़ने का काम करेगा। यह गुड़गांव, अलवर, भरतपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, जौरा, रतलाम आदि जैसे कई शहरों को जोड़ेगा।
इस हाईवे पर गाड़ियां तेज रफ्तार पर चलेंगी जिससे यात्रियों का काफी समय बचेगा, साथ ही दिल्ली-मुंबई के बीच भी सफर करना आसान होगा। यह हाईवे उत्तर और दक्षिण भारत की बीच यातायात को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
केंद्र सरकार ने भारतमाला परियोजना के अंतर्गत 34,800 किलोमीटर के हाईवे का निर्माण कर रही है। भारतमाला परियोजना की कुल लागत 5.35 करोड़ रुपये है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार 2,921 किलोमीटर का निर्माण कर लिया गया है।
अगस्त 2020 तक भारतमाला परियोजना में 12,413 किलोमीटर हाईवे के लिए 322 प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार ने मंजूरी दी है। बता दें कि नरेंद्र मोदी ने 3 अक्टूबर को एशिया के सबसे बड़े हाईवे टनल, 'अटल टनल' का उद्घाटन किया है। समुद्री सतह से 3000 मीटर ऊपर 9 किलोमीटर लंबी यह टनल मनाली और लेह की बीच संपर्क स्थापित करती है।
सर्दियों के मौसम में रोहतांग में भारी बर्फबारी के कारण सड़क मार्ग से लदाख का संपर्क हिमाचल प्रदेश से पूरी तरह कट जाता है, यह स्थिति 6 महीनों तक बनी रहती है। टनल के बनने से अब मनाली और लेह के बीच 12 महीने सभी मौसम में निर्बाध्य संपर्क बना रहेगा। यह टनल रणनैतिक रूप से भी भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है।