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Overspeeding Caused 3 Lakh Road Accidents: ओवरस्पीडिंग से हुई 3 लाख से अधिक सड़क दुर्घटनाएं, जानें
देश में साल 2019 में कुल 4,49,002 सड़क दुर्घटनाओं के मामले सामने आए हैं जिनमे 3,19,028 (71 प्रतिशत) सड़क दुर्घटनाएं तेज गति में वाहन चलाने से होते हैं। सड़क एवं परिवहन मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री, वीके सिंह ने कहा कि देश में हर साल करीब 1.5 लाख लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में होती है जो दुनिया भर में सबसे अधिक है।
केंद्रीय मंत्री ने सभी सांसदों से अपने जिलों में सड़क सुरक्षा समिति बनाने की अपील की है। इन समिति से सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार करने की अपील की गई है। वीके सिंह ने सांसदों से अपने जिलों में सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने की भी अपील की है।
उन्होंने कहा कि इस समिति का चेयरमैन सांसदों को बनाया जाएगा। सिंह ने कहा कि मंत्रालय ने शिक्षा, इंजीनियरिंग (सड़क और वाहन दोनों), प्रवर्तन और आपातकालीन देखभाल के आधार पर सड़क सुरक्षा के मुद्दे को हल करने के लिए एक बहुस्तरीय रणनीति तैयार की है।
केंद्रीय मंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि भारत में प्रत्येक वर्ष 5 लाख सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की जाती है। इनमे 1.5 लाख लोग अपनी जान गवां देते हैं जबकि 3 लाख से अधिक लोग गंभीर चोट के कारन अपाहिज हो जाते हैं।
जून की एक रिपोर्ट के अनुसार लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर गाड़ियों के नहीं चलने से सड़क हादसों में भारी कमी आई है। 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा सुप्रीम कोर्ट को सौंपी गई एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। देश में 24 मार्च से 31 मई के बीच 8,976 मौतें कम हुई हैं, इसके अलावा 25,000 सड़क दुर्घटनाएं कम हुई हैं।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि लॉकडाउन के कारण 26,000 लोग सड़क हादसों में घायल होने से बचे हैं। यह सभी आंकड़े 2019 में हुए सड़क दुर्घटनाओं की तुलना में जुटाए गए हैं।
परिवहन मंत्रालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार 2018 में देश में कुल 4.67 लाख से अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं, जिनमे 1.51 लाख लोगों की मौत हुई थी। दुनिया भर में लॉकडाउन के वजह से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है। भारत में 2020 के पहले तिमाही (जनवरी-मार्च) में पिछले साल के मुकाबले 3,089 मौतें कम हुई हैं।