Just In
- 13 hrs ago 3 करोड़ की कार में वोट डालने पहुंचे साउथ सिनेमा के दिग्गज स्टार Dhanush, फैंस ने किया स्वागत
- 14 hrs ago हो जाइए तैयार! भारत में नई कार लेकर आ रही है Ford, Mahindra XUV700 को देगी टक्कर, जानें डिटेल्स
- 15 hrs ago खुशखबरी! 32 शहरों में मेगा सर्विस कैंप लगाने जा रही है Jawa Yezdi, मिलेंगे ये फायदे, जानें डिटेल्स
- 17 hrs ago अब Royal Enfield की बाइक से करें वर्ल्ड टूर, नई बाइक खरीदने की भी नहीं होगी जरुरत, जानें प्लान
Don't Miss!
- News VASTU TIPS : घर में समृद्धि लाना है तो इन उपायों पर गौर फरमाइए
- Education UP Board 12th Result 2024: यूपी बोर्ड 12वीं रिजल्ट 2024 कल 2 बजे आयेगा, यहां देखें UPMSP Result डाउनलोड लिंक
- Movies OOPS: बेटे अरहान से गंदी बातें करने के बाद अब इस हाल में दिखी मलाइका, बार-बार ठीक करती रही लटकती फिसलती ड्रेस
- Lifestyle Blackheads Removal Tips: नहीं निकल रहे हैं ठुड्डी पर धंसे हुए ब्लैकहेड्स? 5 मिनट में ये नुस्खें करेंगे काम
- Technology Vivo के इस 5G फोन की कल होने जा रही एंट्री, लॉन्च से पहले कीमत से लेकर फीचर्स तक की डिटेल लीक
- Travel हनुमान जयंती : वो जगहें जहां मिलते हैं हनुमान जी के पैरों के निशान
- Finance Employee Count: देश की टॉप IT कंपनियों में कम हो गए 63,759 कर्मचारी, जानें किस कंपनी में कितने लोग हुए कम
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 28 अवैध स्क्रैपिंग फैक्टरियों को किया बंद
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सोमवार को की गई छापेमारी में गैरकानूनी रूप से चल रहे 28 स्क्रैपिंग फैक्टरियों को जब्त किया है। प्रदूषण बोर्ड ने कहा कि दिल्ली में अवैध रूप से चल रहे स्क्रैपिंग फैक्टरियों पर छापेमारी जारी रहेगी। ऐसे स्क्रैपिंग यूनिट अवैज्ञानिक तरीके से वाहनों को स्क्रैप करते हैं जिससे वातावरण में वायु प्रदूषण बढ़ता है, इसलिए इनपर नकेल कसना जरूरी है।
बोर्ड ने बताया कि इन स्क्रैपिंग यूनिट में 10-15 साल पुराने वाहनों को लाया जाता है। यहां उन वाहनों को भी लाया जाता है जो किसी दुर्घटना में छतिग्रस्त हो जाते हैं और चलाने लाया नहीं रहते हैं। वाहनों को स्क्रैप करने के दौरान कई सुरक्षा मानकों का उल्लंघन होता है जिससे वातावरण में प्रदूषण बढ़ता है।
बोर्ड ने बताया कि दिल्ली एक प्रदूषण कंट्रोल क्षेत्र घोषित है और यहां प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ शून्य टोलेरेंस की नीति अपनाई जाती है। बोर्ड का कहना है कि वाहनों में कई तरह के केमिकल लगे होते हैं जिन्हे स्क्रैप करने से पहले नष्ट करना होता है, लेकिन ये स्क्रैपिंग यूनिट इन बातों को नजरअंदाज करते हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि लगभग 25 प्रतिशत अपशिष्ट पदार्थ, भारी धातुओं, अपशिष्ट तेलों, कूलेंट, ओजोन-घटने वाले पदार्थों और अन्य की उपस्थिति के साथ, एक वाहन संभावित पर्यावरणीय खतरा पैदा करता है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कहा कि पर्याप्त क्षेत्र, उचित उपकरण और अपशिष्ट प्रसंस्करण सुविधाओं के साथ लाइसेंस प्राप्त एजेंसियों ने ग्रेटर नोएडा और सोनीपत जैसे एनसीआर शहरों में काम करना शुरू कर दिया है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि बहुत जल्द ही राष्ट्रीय वाहन स्क्रैपिंग पॉलिसी को लागू किया जाएगा। व्हीकल स्क्रैपिंग पॉलिसी से प्रोडक्शन कॉस्ट में कमी आएगी जिससे वाहन निर्माताओं को फायदा होने वाला है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह सचिव के सहयोग से इस पॉलिसी को तैयार किया जा रहा है।
मंत्री ने बताया कि उन्होंने मंत्रालय के अधिकारियों को ऑटो स्क्रैपिंग नीति को जल्दी से अंतिम रूप देने का निर्देश दिया है। उन्होंने ऑटोमोबाइल विनिर्माण क्षेत्र को मंदी से निकालने के लिए तरलता बढ़ाने और विदेशी पूंजी के निवेश को आकर्षित करने का भी सुझाव दिया है।