वीआईपी नंबर प्लेट लेना हुआ महंगा, 15 हजार से 1 लाख रुपयें तक हुई बढ़ोत्तरी

भारतीय ऑटो सेक्टर ने हाल के दिनों में कई बदलाव देखे है। अभी मंदी से जूझता ऑटो बाजार अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश कर ही रहा था कि सरकार ने नया मोटर व्हीकल एक्ट को लागू कर दिया है।

वीआईपी नंबर प्लेट लेना हुआ महंगा, 15 हजार से 1 लाख रुपयें तक हुई बढ़ोत्तरी

वहीं कंपनियों के ऊपर सरकार द्वारा लागू किए गए नए उत्सर्जन नियमों के अनरूप वाहनों का निर्मान करने का भी दबाव है। साथ ही देश के परिवहन क्षेत्र में बड़े बदलाव के अंतर्गत लिए गए फैसलों में इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों का भी जल्दी लाना है।

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इन सबका असर कंपनियों के साथ ग्राहकों पर भी हो रहा है। जहां कंपिनयां गिरती बिक्री से परेशान है, वहीं ग्राहक वाहनों की कीमत और बढ़ती महंगाई की मार झेल रहे है।

वीआईपी नंबर प्लेट लेना हुआ महंगा, 15 हजार से 1 लाख रुपयें तक हुई बढ़ोत्तरी

आम लोगों पर महंगाई का बोझ ऐसा है कि हाल के दिनोंं में लोगों ने वाहन खरीदना कम कर दिया है, जिसका असर कंपनियों की बिक्री पर भी हुआ है। वहीं सरकार भी इस मामले में अपने बेतुके बयानों से आम जनता का मजाक बनाते रहती है।

 वीआईपी नंबर प्लेट लेना हुआ महंगा, 15 हजार से 1 लाख रुपयें तक हुई बढ़ोत्तरी

अभी कुछ वक्त पहले ही हमने आपको जानकारी दी थी कि वाहनों पर फैंसी नंबर प्लेट लगाने पर कारवाई होगी। यह कारवाई यातायात कानून में बदलाव की वजह से हो रही है। इसके तहत करीब 2275 वाहन मालिकों पर जुर्माना लगाया गया है।

वीआईपी नंबर प्लेट लेना हुआ महंगा, 15 हजार से 1 लाख रुपयें तक हुई बढ़ोत्तरी

वहीं इससे संबधित एक और खबर आ रही है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने वीआईपी वाहन पंजीकरण संख्या के लिए कीमतों में वृद्धि की है। नए संशोधित शुल्क की राशि को अब 15,000 रुपयें रखा गया है।

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वहीं "महत्वपूर्ण", "आकर्षक", "बहुत महत्वपूर्ण" और "बहुत आकर्षक" संख्या के लिए 1 लाख रुपयें तक देने पड़ सकते है। यह जानकारी 5 सितंबर की अधिसूचना में उपलब्ध कराई गयी है।

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आपको बता दे कि पहले, फैंसी नंबर प्लेट के लिए शुल्क 3,000 रुपये से 20,000 रुपये के बीच था। हालांकि, राज्य में वाहन पंजीकरण संख्या पोर्टेबिलिटी के नियमों में ढील दी गई है। राज्य सरकार ने वाणिज्यिक और गैर-वाणिज्यिक वाहनों दोनों के लिए पंजीकरण संख्या की पोर्टेबिलिटी की अनुमति दी है।

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पोर्टेबिलिटी सुविधा का लाभ उठाने के लिए वाहन के मालिक होने के लिए पहले की आवश्यकता अब लागू नहीं होती है। इस साल की शुरुआत में, वाहनों के लिए फैंसी पंजीकरण संख्या की ई-नीलामी दिल्ली में आयोजित की गई थी।

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इसने दिल्ली सरकार को लगभग 50 लाख रुपयें का फायदा दिया था। वहीं फैंसी नंबर 0001 को 7.70 लाख रुपयें में बेचा गया था।

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English summary
fancy number plate cost price increased in uttar pradesh. Read in Hindi.
 
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