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टोयोटा बढ़ा सकती है बीएस-6 डीजल गाड़ियों की कीमत, 15 से 20 प्रतिशत तक हो सकती है वृद्धि
टोयोटा क्रिलोस्कर मोट्रस ने कहा है कि अप्रेल 2020 से बीएस-6 उत्सर्जन मानकों के लागू होने के बाद कंपनी डीजल कारों की किमत में 15-20 प्रतिशत की वृद्धि कर सकती है।

इस साल जनवरी से जुलाई के बीच कंपनी ने जितनी गाड़ियां बेचीं हैं उनमे डीजल और पेट्रोल गाड़ियों का अनुपात 82:18 है। हालांकि पैसेंजर गाड़ियों की सेल में यह अनुपात 50:50 के करीब है। डीजल गाड़ियों के बीएस-4 से बीएस-6 में अपग्रेड करने के बाद कीमतों में 15-20 प्रतिशत की वृद्धि की जा सकती है।

कंपनी का कहना है कि फेस्टिव सीजन में दिए जाने वाले डिस्काउंट अस्थायी समाधान हैं, हमें इस समय उद्योग को कारगर तथा स्थायी समाधान की आवश्यकता है।

टोयोटा ने कहा है कि बाजार में फिर से गति लाने के लिए जीएसटी दरों में कटौती जैसे संरचनात्मक व स्थायी समाधान निकालने होंगे।

ऑटो सेक्टर में मंदी के कारण वाहन निर्माताओं पर काफी दबाव है। लोग कार खरीदने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं जिससे इंडस्ट्री सुस्त पड़ गई है।

रुपये में आई गिरावट से भी इंडस्ट्री को कुछ खास फायदा नहीं हुआ है। इसीलिए, अगर सरकार जीएसटी दर में कटौती करती है तो कुछ बात बन सकती है।

ऑटोमोबाइल और कम्पोनेंट बनाने वाली कंपनियां चाहतीं हैं कि जीएसटी दर को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत पर रखा जाए, जिससे इंडस्ट्री को मंदी से बाहर निकलने में मदद मिलेगी और कर्मचारियों की नौकरियां भी सुरक्षित रहेंगी।
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अगली जीएसटी काउंसिल की बैठक 20 सितंबर को गोवा में होने वाली है। सरकार ने हाल ही में यह स्पस्ट किया है कि मार्च 2020 तक खरीदे जाने वाले सभी बीएस-4 वाहन अपने पंजीकरण अवधि के अंत तक मान्य होंगे, साथ ही वाहन पंजीकरण शुल्क में प्रस्तावित वृद्धि को भी जून 2020 तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
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टोयोटा ने सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए कहा है कि इससे लोग बीएस-4 वाहनों की कीमत बढ़ने से पहले खरीदने की कोशिश करेंगे, जिससे बाजार में बिक्री की गति को प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी।

ड्राइवस्पार्क के विचार
वाहन निर्माता ऑटोमोबाइल सेक्टर को मंदी से उबारने के लिए सरकार से एक स्थाई समाधान की मांग कर रहे हैं। अगर सरकार जीएसटी दर में कटौती करें तो लोगों के बीच मांग को फिर से सकारात्मक गति मिल सकती है।