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फॉक्सवैगन ने लाख संकटों के बाद बिक्री का बना लिया रिकॉर्ड! जानिए आखिर ऐसा क्या किया कंपनी ने
जर्मन कारमेकर कंपनी फॉक्सवैगन ने जादू कर दिखाया है! जी हां, कंपनी ने एक ऐसा कारनामा किया है जिसकी उम्मीद शायद ही किसी को होगी। आपकी जिज्ञासा को समाप्त करते हुए बताते हैं कि इस कार निर्माता कंपनी ने एक स्कैंडल से घिरे होने के बावजूद टोयोटा से अधिक कारें बेचकर दिखाई हैं।
2016 में शुरुआती 6 महीनों में फॉक्सवैगन ने वैश्विक स्तर पर शानदार प्रदर्शन करते हुए 5.1 मिलियन वाहन बेचे हैं। यह आंकड़ा तब है जबकि कंपनी की साख को डीज़ल गेट स्कैंडल के चलते गिरी थी। ग्रोथ पर्सेंटेज के लिहाज़ से यह 1.5 फीसदी की बढ़त है।
वहीं दुनिया की नंबर 1 कार सेलिंग कंपनी बनने की रेस में टोयोटा फॉक्सवैगन से पीछे रह गई है। टोयोटा ने इन 6 महीनों में केवल 4.9 मिलियन कारें ही पूरे विश्व में बेच पाईं, जो कि पिछले साल के मुकाबले 0.6 फीसदी की गिरावट है।
फॉक्सवैगन के Diesel Gate scandal के बाद लगा कि इसकी बिक्री में गिरवाट आएगी लेकिन इसका ठीक उल्टा हुआ। दरअसल, इस सफलता के पीछे फॉक्सवैगन का कारों पर डिस्काउंट देना भी एक अहम कारण रहा।
साथ ही फॉक्सवैगन बैज वाली कारों की डिमांड में तो गिरावट है जो कि आॅडी, पोर्शे और स्कोडा आदि कंपनियों की ज्यादा रही।
फॉक्सवैगन कई मामलों में दुनियाभर में मुकदमे लड़ रही है लेकिन साल के अंत तक यह काफी ज्यादा कार बेच सकती है और पिछले साल का 9.9 मिलियन का आंकड़ा पार कर सकती है। हालांकि, बिक्री तो फॉक्सवैगन की बेहतर है लेकिन इसकी आर्थिक स्थिति शायद उतनी अच्छी नहीं है।
बात अगर टोयोटा की परफॉर्मेंस की करें तो इस जापानी कारमेकर कंपनी को काफी प्रॉडक्शन लॉस हुआ जो कि इसकी बिक्री पर साफ दिखा।